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अब इस डायरेक्टर ने किया बड़ा खुलासा, संजय दत्त का आया नाम
संजय गुप्ता ने 25 साल की उम्र में पहली फिल्म आतिश:फील द फायर बनाने का एलान किया था तब इंडस्ट्री में संजय दत्त, आदित्य पंचोली, रवीना टंडन, करिश्मा कपूर, शक्ति कपूर, गुलशन ग्रोवर, कादर खान, तनूजा और अजीत जैसे दिग्गज कलाकारों का डंका बजता था।
मुंबई : संजय गुप्ता ने 25 साल की उम्र में पहली फिल्म आतिश:फील द फायर बनाने का एलान किया था तब इंडस्ट्री में संजय दत्त, आदित्य पंचोली, रवीना टंडन, करिश्मा कपूर, शक्ति कपूर, गुलशन ग्रोवर, कादर खान, तनूजा और अजीत जैसे दिग्गज कलाकारों का डंका बजता था। फिल्म आतिश जुड़े कुछ किस्से उस जमाने में मशहूर हुए थे। तो जानते हैं क्यों है ये फिल्म आज भी चर्चा में। मुंबई में फिल्म निर्माताओ के 4 गुट भी है। इन चारों संगठनों के बीच एक ही सहमति है और वह है फिल्मों के टाइटल को लेकर। खैर जब संजय गुप्ता ने फिल्म आतिश बनाने की सोची तो इसकी कहानी को दीवार से मिलती जुलती होने का आरोप लगा। लेकिन ये एक विदेशी फिल्म की रिमेक थी।हम इस फिल्म से जुड़े किस्से और निर्देशक के उतार-चढ़ाव भरे किस्से के बारे में बात करेंगे। जब आज नेपोटिज्म पर चर्चा हो रही है तो उस दौर की गुटबाजी भी कम नही थी।
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4 गुटों मे बंटा है इंडस्ट्री
अब बात कर रहे है फिल्म आतिश की। और इसके डायरेक्टर संजय गुप्ता से जुड़े वाकये की। संजय गुप्ता जो ऋतिक रोशन के साथ फिल्म काबिल बना चुके है । संजय गुप्ता कहते है कि वो बॉलीवुड की गुटबाजी वाली दौर भी देखे है और अपनी डेब्यू फिल्म को जिस हीरो संजय दत्त की वजह से वह पूरा कर सके, उनका एक अनकहा बहिष्कार भी उन्होंने झेला है है। लेकिन अनिल कपूर के साथ की वजह से वो इंडस्ट्री में सेटल हो पाए थे।
एक इंटरव्यू में संजय गुप्ता ने आतिश के बारे में कहा हैं, “कास्टिंग के लिहाज से ये सबसे आसान फिल्म थी। मैं ज्यादातर दोस्तों के साथ ही काम कर रहा था। और शुक्रिया संजू का कि उनकी वजह से ये फिल्म मैं बना सका।” लेकिन एक दौर वो भी था जब वे चार साल कुछ नहीं कर सके। क्योंकि इंडस्ट्री के 90 फीसदी लोग उनके साथ काम नहीं करना चाहते थे।इसकी वजह संजय दत्त से मनमुटाव थी। इसके बाद सबको बोल दिया गया था कि इसके साथ काम मत करो।”
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संजय दत्त के नाम का इस्तेमाल , अनिल का साथ
बाद में संजय गुप्ता ने ये भी साफ किया था कि ऐसा कोई संदेश संजय दत्त की तरफ से नहीं, बल्कि उनके आसपास रहने वालों ने फैलाया था। फिर संजय गुप्ता को समर्थन मिला अनिल कपूर और जॉन अब्राहम का। संजय गुप्ता बताते हैं, “अनिल कपूर ने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि अगर संजू खुद उनसे कहें कि संजय गुप्ता की फिल्म मत करो तो मैं नहीं करूंगा, लेकिन इसके लिए उन्हें मुझे इसकी कोई जायज वजह बतानी होगी। मैं इसे अनिल कपूर की सदाशयता मानता हूं।” इसके बाद तो संजय गुप्ता ने ऐश्वर्या राय को भी निर्देशित किया और ऋतिक रोशन को भी।
फिल्म आतिश कलाकारों का इमोशनल रिलेशन
संजय गुप्ता और संजय दत्त की फिल्म आतिश से अब के समय के मशहूर फोटोग्राफर डब्बू रत्नाणी ने भी डेब्यू किया था उनकी पहली फोटो इसी फिल्म की है जो किसी फिल्म के पोस्टर पर लगी। संजय गुप्ता उन्हें अपने साथ फिल्म की शूटिंग पर मॉरीशस इसलिए ले गए थे क्योंकि डब्बू ने फिल्म के सारे फोटो फ्री में खींचने को कहा था आज भी डब्बू और संजय गुप्ता से रिश्ता भावुक था। इस फिल्म की शूटिंग के समय संजय गुप्ता का संजय दत्त से रिश्ता बहुत भावुक था। और, फिल्म में सारे कलाकारों से भी एक दूसरे का रिश्ता इतना भावुक था कि जब बंबई बम धमाकों में संजय दत्त का नाम आया और फिल्म आतिश के सेट पर ये सूचना मॉरीशस पहुंची तो सब के सब उदास हो गए थे। फिल्म आतिश में भी बंदूकों और तमंचों का बहुत इस्तेमाल था। खुद संजय गुप्ता के मुताबिक वे सब के सब असली थे। आतिश की कहानी है एक पुलिस अफसर और एक अपराधी की। लेकिन, इस कहानी में मां अपराधी की तरफ होती है और न्याय भी अपराधी के हाथों ही होता है।
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रुलाती भी है, गुस्सा भी दिलाती है आतिश
फिल्म आतिश एक ऐसी कहानी है जो आपको रुलाती भी है, गुस्सा भी दिलाती है और जज्बात के असली मतलबों का एहसास भी कराती है। अपने छोटे भाई अविनाश को पुलिस एकडेमी में भेजने के लिए रुपयों का जुगाड़ करने के लिए जब बाबा पहली सुपारी लेता है तो वह सीन देखने लायक होता है। और फिर यही अविनाश जब पुलिस अफसर बनकर बाहर आता है तो उसे पहला काम मिलता है बाबा और नवाब को गिरफ्तार करने का। बाबा और अविनाश की मां के किरदार में है तनूजा। फिल्म में रवीना टंडन और करिश्मा कपूर भी हैं ।टोटल मसाला फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर रिलीज के वक्त अच्छा बोलबाला रहा और फिल्म ने अपनी लागत से कोई चार गुना कमाई की। वैसे उतार-चढ़ाव के बाद देखें तो संजय गुप्ता का हिंदी सिनेमा में डेब्यू शानदार रहा और वह तब से लगातार फिल्में बना रहे हैं। हिंदी सिनेमा में उनके 26 साल पूरे होने की शुभकामनाएं।
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