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बचपन से सिंगर बनना चाहती थीं कविता कृष्णमूर्ति, इन निर्देशकों के साथ किया काम
मशहूर प्ले बैक सिंगर कविता कृष्णमूर्ति ने 16 भाषाओं में लगभाग 25,000 से भी अधिक गाने रिकार्ड किए है। कविता कृष्णमूर्ति का जन्म 25 जनवरी 1958 को दिल्ली में हुआ।
लखनऊ: मशहूर प्ले बैक सिंगर कविता कृष्णमूर्ति ने 16 भाषाओं में लगभाग 25,000 से भी अधिक गाने रिकार्ड किये है। कविता कृष्णमूर्ति का जन्म 25 जनवरी 1958 को दिल्ली में हुआ। उन्होंने कई बेहतरीन गाने गाए हैं। जब वो कॉलेज में थी तभी उन्होंने अपना पहला गाना लता मंगेशकर के साथ साल 1971 में गाया था। इनकी आवाज़ का जादू लोगोंपर ऐसा चला की आज भी लोग उन्हें सुनना पसंद करते हैं।
आठवी कक्षा से देखा था सपना
आपको बता दें, कि कविता कृष्णमूर्ति का असली नाम शारदा कृष्णमूर्ति हैं। बचपन से ही कविता को संगीत का शौख था। तमिल परिवार में जन्मी कविता जब आठवी कक्षा में पढ़तीं थी तब उन्होंने गायन प्रतियोगिता में हिसा लिया था जिसमें उन्हें पुरस्कार जीता। और यही से कविता ने ठान लिया कि वह बड़ी होकर एक गायिका बनेंगी।
गायक मन्ना डे ने दिया गाने का मौका
मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज में ग्रेजुएशन करने के दौरान कविता हर प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थीं। एक कार्यक्रम के दौरान मशहूर गायक मन्ना डे ने उनका गाना सुना और उन्हें विज्ञापनों में गाने का मौका दिया। आगे चलकर कविता कृष्णमूर्ति बॉलीवुड की दिग्गज गायिकाओं में से एक बनीं। आज उनके जन्मदिन पर आयें जानतें हैं उनकी कुछ मशहूर गाने जिसके आज भी लोग सुनना पसंद करते हैं।
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ये सुपरहिट गाने
प्यार झुकता नहीं गाना ‘तुमसे मिलकर ना जाने क्यों’, हवा हवाई , कटे हैं हम प्यार मिस्टर इंडिया से फिल्म मिस्टर इंडिया, डोला रे डोला फिल्म देवदास, सुनता है मेरा खुदा फिल्म पुकार , आज मै ऊपर फिल्म खामोशी , मेरा पिया घर आया फिल्म याराना ये वो गाने है जिन्हें लोग हर ख़ुशी के मौकों पर सुनना पसंद करते हैं। जो आज भी सुपरहिट है।
कविता ने 1990 के दशक की हिंदी फिल्मों के कई संगीत निर्देशकों के साथ काम किया जिनमे बप्पी लाहिड़ी, आनंद-मिलिंद, एआर रहमान, राजेश रोशन, रामलक्ष्मण, इस्माइल दरबार, हिमेश रेशमिया, आदेश श्रीवास्तव, नदीम-श्रवण, जतिन ललित, विजू शाह और अनु मलिक जैसे लोगों का नाम है।
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