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ओमपुरी को पहली बार देख शबाना ने कहा था- 'कैसे-कैसे लोग हीरो बनने चले आते हैं'

पंजाबी परिवार में जन्मे ओमपुरी के पिता भारतीय रेलवे और आर्मी में काम करते थे। कम उम्र में ही उनका मां का निधन हो गया था।ओमपुरी ने बहुत संघर्ष किया। पांच वर्ष की उम्र में वे रेल की पटरियों से कोयला बीनकर घर लाया करते थे।

Aditya Mishra
Published on: 6 Jan 2021 8:35 AM IST
ओमपुरी को पहली बार देख शबाना ने कहा था- कैसे-कैसे लोग हीरो बनने चले आते हैं
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ओम पुरी ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत वर्ष 1976 में मराठी नाटक पर आधारित फिल्म 'घासीराम कोतवाल' से की थी। वर्ष 1980 में रिलीज फिल्म आक्रोश उनके करियर की पहली हिट फिल्म साबित हुई।

मुम्बई: 6 जनवरी 2017 को फिल्म अभिनेता ओमपुरी की पुण्यतिथि है। आज ही के दिन वर्ष 2017 में उनका निधन हुआ था। उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई थी। बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर्स में उनकी गिनती होती है।

उन्होंने एक्टिंग के दम बॉलीवुड के अंदर अपनी अलग पहचान बनाई थी। बहुत कम लोग ही जानते हैं कि ओम पुरी ने अपनी मौत के बारें में खुद ही भविष्यवाणी की थी।

ओम पुरी ने कहा था कि उनकी मौत अचानक होगी। जो बाद में सच साबित हुई थी। बॉलीवुड के इस मशहूर कलाकार की पुण्यतिथि के मौके पर हम आपको उनसे जुड़ी कुछ ऐसी रोचक बातें बता रहे हैं। जो इससे पहले आपने कभी भी नहीं सुनी होंगी।

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OMPURI ओमपुरी को पहली बार देख शबाना ने कहा था- 'कैसे-कैसे लोग हीरो बनने चले आते हैं'(फोटो: सोशल मीडिया)

चाय की दुकान पर धोने पड़े थे गिलास

ओमपुरी का जन्म 18 अक्टूबर 1950 को पटियाला में हुआ था। उनका पूरा नाम ओम राजेश पुरी था।

पंजाबी परिवार में जन्मे ओमपुरी के पिता भारतीय रेलवे और आर्मी में काम करते थे। कम उम्र में ही उनका मां का निधन हो गया था।ओमपुरी ने बहुत संघर्ष किया। पांच वर्ष की उम्र में वे रेल की पटरियों से कोयला बीनकर घर लाया करते थे।

सात वर्ष की उम्र में वे चाय की दुकान पर गिलास धोने का काम करने लगे थे। वह सरकारी स्कूल से कॉलेज पहुंचे। इस दौरान भी छोटी-मोटी नौकरियां करते रहे।

OMPURI ओमपुरी को पहली बार देख शबाना ने कहा था- 'कैसे-कैसे लोग हीरो बनने चले आते हैं'(फोटो: सोशल मीडिया)

'घासीराम कोतवाल' से फिल्मी सफर की शुरुआत

ओम पुरी ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत वर्ष 1976 में मराठी नाटक पर आधारित फिल्म 'घासीराम कोतवाल' से की थी। वर्ष 1980 में रिलीज फिल्म आक्रोश उनके करियर की पहली हिट फिल्म साबित हुई।

उन्होंने तकरीबन 300 फिल्मों में काम किया था। ओमपुरी ने फिल्म इंडस्ट्री को अपने जीवन के चालीस वर्ष दिए ओमपुरी ने पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्युट ऑफ इंडिया से ग्रेज्युएशन किया।

OMPURI ओमपुरी को पहली बार देख शबाना ने कहा था- 'कैसे-कैसे लोग हीरो बनने चले आते हैं'(फोटो: सोशल मीडिया)

शबाना आजमी ने उड़ाया था मजाक

ये बात बहुत कम लोग ही जानते हैं कि जब नसीरुद्दीन शाह के साथ ओम पुरी ने फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया तो फिल्म अभिनेत्री शबाना आजमी ने उन्हें देख मुंह बनाते हुए कहा था कि कैसे-कैसे लोग हीरो बनने चले आते हैं।

नसीरूद्दीन शाह और ओमपुरी नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में बैचमेट थे। दोनों की दोस्ती 40 साल से अधिक समय तक रही। नसीर ने कई बार ओमपुरी की आर्थिक रूप से मदद की। ओम का कहना था कि यदि नसीर मदद नहीं करते तो वे यहां तक कभी नहीं पहुंच पाते।

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Shabana ओमपुरी को पहली बार देख शबाना ने कहा था- 'कैसे-कैसे लोग हीरो बनने चले आते हैं'(फोटो: सोशल मीडिया)

लड़कियों से दोस्ती के लिए गिफ्ट करते थे फूल और स्वीट

ओमपुरी के अनुसार नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला लेने के पीछे उनका उद्देश्य फिल्मी दुनिया में जगह बनाना था क्योंकि उनके चेहरे की तरफ से उन्हें काफी कमी लगती थी।

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में अपने कोर्स के दौरान, ओमपुरी लड़कियों से दोस्ती करने के लिए उन्हें फूल और स्वीट गिफ्ट करते थे। हिन्दी सिनेमा के अलावा, ओमपुरी कन्नड़, पंजाबी, अमेरिकन और ब्रिटिश सिनेमा में काम कर चुके हैं।

पद्मश्री से किये जा चुके हैं सम्मानित

कई बेहतरीन फिल्म करने वाले ओमपुरी ने टीवी के लिए कक्काजी कहिन, भारत एक खोज, मिस्टर योगी जैसे धारावाहिकों में अभिनय किया।

इसके अलावा उन्होंने आहट के कुछ अंको में काम किया है साथ ही सावधान इंडिया का सेकंड सीजन होस्ट किया।ओमपुरी को भारत सरकार की तरफ से नागरिकों को दिया जाने वाला चौथा सबसे सम्मानित पुरस्कार पद्मश्री मिल चुका है।

फिल्म अर्धसत्य के लिए ओमपुरी को नेशनल अवॉर्ड मिला था। फिल्म में उनका किरदार सामाजिक और राजनैतिक बुराइयों का विरोध करता है।

इसके अलावा फिल्म आरोहण के लिए भी ओमपुरी को नेशनल अवॉर्ड मिल चुका है। भारत के बेहतरीन अभिनेताओं में गिने जाने वाले ओम पुरी को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले।

ओमपुरी की पत्नी ने अपनी किताब में किया था चौंकाने वाला खुलासा

ओमपुरी की पत्नी नंदिता पुरी पत्रकार और स्तंभकार हैं।

उन्होंने ओमपुरी पर एक किताब 'अनलाइकली हीरो : द स्टोरी ऑफ ओमपुरी' लिखी है।

ओमपुरी की पत्नी द्वारा लिखित बायोग्राफी के बाद, उनके पत्नी से संबंधों में कड़वाहट आ गई और ओमपुरी पर घरेलू हिंसा के आरोप भी लगे थे। नंदिता पुरी से शादी के पहले, ओमपुरी की शादी सीमा कपूर से हुई थी।

OMPURI ओमपुरी को पहली बार देख शबाना ने कहा था- 'कैसे-कैसे लोग हीरो बनने चले आते हैं'(फोटो: सोशल मीडिया)

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