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बड़ी राहत! सितंबर में थोक महंगाई दर घटी, लेकिन...

आंकड़ों के अनुसार सितंबर में थोक महंगाई दर अगस्त के 1.08 फीसदी से घटकर 0.33 फीसदी पर रही। सितंबर में थोक महंगाई जून 2016 के सबसे निचले स्तर पर है।

Shivakant Shukla
Published on: 11 Aug 2023 5:08 PM GMT
बड़ी राहत! सितंबर में थोक महंगाई दर घटी, लेकिन...
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नई दिल्ली: भारत सरकार ने आज महंगाई को लेकर नया डाटा जारी किया है। इस आंकड़े के अनुसार सितंबर में थोक महंगाई दर में गिरावट आई है।

आंकड़ों के अनुसार सितंबर में थोक महंगाई दर अगस्त के 1.08 फीसदी से घटकर 0.33 फीसदी पर रही। सितंबर में थोक महंगाई जून 2016 के सबसे निचले स्तर पर है।

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बता दें कि वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को जारी किए आंकड़ों के अनुसार जुलाई की WPI 1.08 फीसदी से संशोधित करके 1.17 फीसदी की गई। पिछले साल सितंबर, 2018 में यह दर 5.22 फीसदी पर थी। महीने दर महीने आधार पर सितंबर में खाद्य की थोक महंगाई 5.75 फीसदी से बढ़कर 5.98 फीसदी हो गई। हालांकि फ्यूल एंड पावर WPI -4 फीसदी से घटकर -7.05 फीसदी हुई है।

सब्जियों में महंगाई दर बढ़ी

सितंबर में सब्जियों की थोक महंगाई में बढ़ोतरी 13.07 फीसदी से बढ़कर 19.43 फीसदी हो गई है। प्याज की थोक महंगाई 33.01 फीसदी से बढ़कर 122.40 फीसदी रही है। वहीं आलू की थोक महंगाई -21.28 फीसदी से घटकर -22.50 फीसदी रही है।

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दालों की थोक महंगाई में भी हुआ इजाफा

वहीं दालों की थोक महंगाई 16.36 फीसदी से बढ़कर 17.94 फीसदी, अंडे, मांस की थोक महंगाई 6.60 फीसदी से बढ़कर 7.45 फीसदी।

मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट की थोक मगंगाई 0 फीसदी से घटकर -0.42 फीसदी रही।

जानें क्या है थोक महंगाई दर?

भारत देश में नीतियों के निर्माण में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर का इस्तेमाल किया जाता रहा है। थोक बाजार में वस्तुओँ के समूह की कीमतों में सालाना तौर पर कितनी बढ़ोत्तरी हुई है इसका आकलन महंगाई के थोक मूल्य सूचकांक के जरिए किया जाता है। भारत में इसकी गणना तीन तरह की महंगाई दर, प्राथमिक वस्तुओं, ईंधन और विनिर्मित वस्तुओँ की महंगाई में बढ़त के आधार पर की जाती है। अभी तक भारत में वित्तीय और मौद्रिक नीतियों के कई फैसले थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर के हिसाब से ही की जाती रही है।

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Shivakant Shukla

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