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रिपोर्ट की मानें तो शाओमी फोन में रिकॉर्ड किए गए डेटा को एक खास सर्वर पर भेजती है जिसे अलीबाबा होस्ट करता है। इस सर्वर को शाओमी ने यूजर के डेटा सेव रखने के लिए किराए पर लिया है।
नई दिल्ली: अगर आप Xiaomi स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं, तो यह यह खबर आपको चिंता में डाल सकती है। बताया जा रहा है कि शाओमी अपने ही यूजर्स को स्मार्टफोन के जरिए हमेशा ट्रैक कर रही है।
हाल में आई फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक शाओमी यूजर्स के डेटा को रिकॉर्ड करने के लिए स्मार्टफोन्स में की जाने वाली हर ऐक्टिविटी पर लगातार नजर रख रही है।
अलीबाबा के सर्वर पर जाता है डेटा
रिपोर्ट की मानें तो शाओमी फोन में रिकॉर्ड किए गए डेटा को एक खास सर्वर पर भेजती है जिसे अलीबाबा होस्ट करता है। इस सर्वर को शाओमी ने यूजर के डेटा सेव रखने के लिए किराए पर लिया है।
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प्राइवेट मोड में भी रिकॉर्ड होता है डेटा
ऐसा पाया गया है कि शाओमी का डिफॉल्ट ब्राउजर विजिट की गई वेबसाइट के साथ ही सर्च किए गए आइटम्स का भी डेटा रिकॉर्ड करता है। रिपोर्ट में जो सबसे चौंकाने वाली बात कही है कि उसके मुताबिक शाओमी प्राइवेट मोड ऑन रहने पर भी स्मार्टफोन में की जाने वाली गतिविधियों को सेव करता है।
फोन में मौजूद डेटा और स्क्रीन स्वाइप की भी रिकॉर्डिंग
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि शाओमी यह भी रिकॉर्ड करती है कि यूजर ने कौन से फोल्डर को खोला और किस स्क्रीन को स्वाइप किया है। इसमें सेटिंग पेज और स्टेटस बार में की गई ऐक्टिविटी भी शामिल है।
सभी डेटा रूस और सिंगापुर में मौजूद उस सर्वर पर जाते हैं, जो बीजींग में रजिस्टर है। फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार शाओमी वेब ब्राउजर डेटा के अलावा फोन का डेटा भी ऐक्सेस करती है, जिसमें डिवाइस और ऐंड्रॉयड वर्जन की पहचान की जाती है।
Xiaomi ने किया इनकार- चीनी कंपनी ने दावा किया था कि सभी स्मार्टफोन यूजर्स की प्राइवेसी का पूरा खयाल रखा जाता है। डेटा ट्रांसफर करते वक्त उसे एन्क्रिप्ट किया गया था। निष्कर्षों के जवाब में, Xiaomi ने कहा, रिसर्च के दावे गलत हैं। प्राइवेसी और सुरक्षा का कंपनी पूरा खयाल रखती है। और इससे जुड़ी सभी चीजों का सख्ती से पालन किया जाता है। कंपनी सभी कानूनों का पूरा पालन करती है।
फोर्ब्स ने Cirlig का एक वीडियो Xiaomi को दिया। जिसमें दिखाया गया था कि कैसे "पोर्न" के लिए उसकी Google सर्च और पोर्नहब साइट का डेटा एक दूर सर्वर पर भेजा गया। इस पर Xiaomi के प्रवक्ता का कहना है कि सर्च और अन्य कुछ डेटा का एनालिसिस कर यूजर का इंटरेस्ट पता किया जाता है।
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प्रिवेसी और सिक्यॉरिटी हमेशा दिया ध्यान
शाओमी ने इस बारे में अपनी सफाई देते हुए कहा कि उसके लिए यूजर की प्रिवेसी और सिक्यॉरिटी हमेशा से प्रमुख रही है। इसके साथ ही शाओमी ने कहा कि वह यूजर के डेटा की सेफ्टी के लिए कानून का पूरी तरह से पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है।
ऐनालिटिक्स कंपनी की ली जा रही मदद
कंपनी ने प्रवक्ता ने यह भी कहा कि कंपनी ब्राउजिंग डेटा को जुटा जरूर रही थी, लेकिन इसमें यूजर की पहचान को पहले ही डिलीट कर दिया जाता है ताकि इन्फर्मेशन और यूजर की प्रिवेसी पर कोई आंच न आए।
मामले की और पड़ताल करने पर फोर्ब्स ने पाया कि शाओमी अपने यूजर के बर्ताव को बेहतर ढंग से समझने के लिए एक ऐनालिटिक्स कंपनी की मदद ले रही है। इसके साथ ही शाओमी ने ऐनालिटिक कंपनी Seson Analytics से अपने संबंध की बात को भी स्वीकारा है।
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