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Increase Stamina Naturally : गर्मियों में इन फ़ूड का सेवन नेचुरल रूप से बढ़ा सकता है स्टेमिना , जरूर करें सेवन

Increase Stamina Naturally : शरीर के तापमान को नियंत्रित करने और ज़्यादा गरम होने से बचाने के लिए पंखे, एयर कंडीशनिंग या ठंडे पानी से नहाने का उपयोग करना चाहिए । साथ ही आरामदायक रहने के लिए हल्के और सांस लेने वाले कपड़े पहनें। अगर आप गर्मी के मौसम में नेचुरल रूप से स्टेमिना बढ़ाना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ फ़ूड को आपको अपने आहार में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।

Preeti Mishra
Published on: 24 May 2023 3:53 PM IST
Increase Stamina Naturally : गर्मियों में इन फ़ूड का सेवन नेचुरल रूप से बढ़ा सकता है स्टेमिना , जरूर करें सेवन
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Increase Stamina Naturally(Image credit: social media)

Increase Stamina Naturally : गर्मियों में स्टेमिना बढ़ाना वास्तव में महत्वपूर्ण है क्योंकि इस मौसम में गर्मी और उमस अक्सर थकान और ऊर्जा के स्तर को कम कर सकती है। गर्म मौसम में स्टेमिना बनाए रखने के लिए उचित हाइड्रेशन महत्वपूर्ण है। प्रति दिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। गर्मी में हल्के भोजन ही करना चाहिए। इस मौसम में भारी कार्बोहाइड्रेट, लीन प्रोटीन और ताजे फल और सब्जियों से भरपूर खाना खाना चाहिए।

साथ ही गर्मी में स्टेमिना बढ़ाने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करना चाहिए। इस मौसम में आराम करना भी बहुत जरुरी है। अपने आप को आराम करने और ठीक होने का समय दें, खासकर दिन के सबसे गर्म हिस्सों के दौरान। गौरतलब है कि स्टेमिना बढ़ाने और संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए पर्याप्त नींद बेहद आवश्यक है। शरीर के तापमान को नियंत्रित करने और ज़्यादा गरम होने से बचाने के लिए पंखे, एयर कंडीशनिंग या ठंडे पानी से नहाने का उपयोग करना चाहिए । साथ ही आरामदायक रहने के लिए हल्के और सांस लेने वाले कपड़े पहनें। अगर आप गर्मी के मौसम में नेचुरल रूप से स्टेमिना बढ़ाना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ फ़ूड को आपको अपने आहार में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।

तो आइये जानते हैं स्टेमिना बढ़ाने वाले फूड्स (foods increasing stamina)

काम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट (Complex carbohydrates) : साबुत अनाज (जई, ब्राउन राइस, क्विनोआ), फलियां (बीन्स, दाल), और स्टार्च वाली सब्जियां (शकरकंद, बटरनट स्क्वैश) जैसे जटिल कार्बोहाइड्रेट का विकल्प चुनें। ये खाद्य पदार्थ आपको निरंतर ऊर्जा प्रदान करते हैं और सर्कुलशन ब्लड में धीरे-धीरे ग्लूकोज छोड़ते हैं, जिससे आपके शरीर के लिए ईंधन की निरंतर आपूर्ति होती है।

लीन प्रोटीन (Lean proteins) : पोल्ट्री, मछली, टोफू, बीन्स और ग्रीक योगर्ट जैसे प्रोटीन के लीन स्रोतों को शामिल करें। प्रोटीन मांसपेशियों की मरम्मत और निर्माण के लिए आवश्यक है, जो स्टेमिना बढ़ाने में मददगार है।

हेल्थी फैट (Healthy fats) : एवोकाडोस, नट्स, बीज और जैतून के तेल हेल्थी फैट के स्रोतों को शामिल करें। ताकि शरीर में ऊर्जा की कमी ना हो पाये।

फल और सब्जियां (Fruits and vegetables) : विभिन्न प्रकार के रंगीन फलों और सब्जियों का सेवन करें, क्योंकि वे विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर से भरपूर होते हैं। वे संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ाने , ऊर्जा प्रदान करने और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।

आयरन युक्त खाद्य पदार्थ (Iron-rich foods) : आयरन शरीर में ऑक्सीजन परिवहन के लिए महत्वपूर्ण है और स्टेमिना को प्रभावित कर सकता है। आयरन की कमी वाले एनीमिया को रोकने के लिए आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे लीन रेड मीट , पालक, केल, दाल, और गढ़वाले अनाज शामिल करें, जिससे थकान हो सकती है।

हाइड्रेशन (Hydration) : पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहें। निर्जलीकरण से सहनशक्ति और थकान कम हो सकती है। तरबूज, खीरा, और संतरे जैसे हाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थों को शामिल करने पर विचार करें, जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है।

चुकंदर का रस (Beetroot juice): चुकंदर का रस अपनी उच्च नाइट्रेट सामग्री के कारण स्टेमिना और व्यायाम को बढ़ाने में सहायक होता है। नाइट्रेट मांसपेशियों में रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन वितरण में सुधार करने में मदद करता है। चुकंदर के रस का सेवन करने या अपने आहार में चुकंदर को शामिल जरूर करें।

ग्रीन टी( Green tea) : ग्रीन टी में मौजूद कैफीन और एंटीऑक्सीडेंट आपको नेचुरल एनर्जी प्रदान कर सहनशक्ति में सुधार कर सकते हैं। कॉफी की तुलना में इसमें कैफीन की मात्रा भी कम होती है, जो इसे निरंतर ऊर्जा के लिए एक हल्का विकल्प बनाती है।

याद रखें, हालांकि आहार स्टेमिना में एक भूमिका निभाता है, नेचुरल रूप से स्टेमिना को बढ़ाने के लिए नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और तनाव प्रबंधन सहित संपूर्ण स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखना आवश्यक है। अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं और स्वास्थ्य स्थितियों के आधार पर व्यक्तिगत सलाह के लिए डॉ या आहार विशेषज्ञ से सलाह लें।



Preeti Mishra

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