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केजीएमयू के चिकित्सक ने मोदी को पत्र लिखकर की तंबाकू पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग 

किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सूर्यकांत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गुरुवार 30 मई को एक पत्र लिखकर समाज और देश हित में तम्बाकू की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है। 

Aditya Mishra
Published on: 31 May 2019 3:46 PM GMT
केजीएमयू के चिकित्सक ने मोदी को पत्र लिखकर की तंबाकू पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग 
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लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सूर्यकांत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गुरुवार 30 मई को एक पत्र लिखकर समाज और देश हित में तम्बाकू की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

प्रो. सूर्यकांत ने प्रधानमंत्री मोदी को सम्बोधित अपने पत्र में उनको दोबारा सत्ता में आने के लिए बधाई देते हुए लिखा है कि अनेक रिसर्च में यह साबित हो चुका है कि तम्बाकू का सेवन 40 तरह के कैंसर और 25 तरह की दूसरी बीमारियां पैदा करता है। इसके चलते हर वर्ष पूरे विश्व में 70 लाख तथा भारत में 10 लाख लोग मौत के शिकार हो जाते हैं।

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पत्र में लिखा है कि भारत सरकार के वर्ष 2015-16 के आंकड़ों के अनुसार तम्बाकू बिक्री से एक साल में 31 हजार करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होता है तो तम्बाकू से होने वाली बीमारियों के उपचार में सरकार का एक लाख, चार हजार 500 करोड़ रुपये खर्च होते है। जाहिर है कि आर्थिक नजरिये से भी इसमे नुकसान ही है।

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प्रो. सूर्यकांत ने पत्र में वर्ष 2017 में प्रकाशित ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे का हवाला देते हुये लिखा है कि 15 साल से ऊपर की आयु वाले 34.6 प्रतिशत लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं, तथा इनमें से 08.7 प्रतिशत लोग सिगरेट-बीड़ी में तम्बाकू का प्रयोग करते हैं जबकि 20.6 प्रतिशत लोग तम्बाकू को खैनी-जर्दा के तौर पर इसे खाते है और 05.3 प्रतिशत लोग दोनों तरह से तम्बाकू का सेवन करते हैं।

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प्रो. सूर्यकांत ने पत्र में सुझाव दिया है कि तम्बाकू की खेती, उत्पाद बनने, बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के कारण इस उद्योग में लगे लोगों के लिए वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्था करनी होगी। उन्होंने सिगरेट एंड अदर टोबैको प्रोडक्ट्स एक्ट्स (कोटपा) 2003 का पूर्ण रूप से पालन किये जाने का भी सुझाव दिया गया है।

Aditya Mishra

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