TRENDING TAGS :
अब जामुन वाइनः मजा भी लीजिए, रोग को भी ठीक कीजिए
हमारे देश के अलग अलग क्षेत्रों में जामुन के पेड़ बहुतायत में मिलते हैं। इनका उपयोग मुख्यतः जामुन के फल तोड़कर खाने एवं बेचने के लिए किया जाता है।
रामकृष्ण वाजपेयी
लखनऊ: शराब के शौकीन शुगर के मरीजों के लिए अच्छी खबर है। बहुत जल्द जामुन से बनी शराब आने जा रही है। कई कंपनियों ने जामुन वाइन का उत्पादन प्रारम्भ भी कर दिया है और बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन करने की इच्छुक हैं। इसके लिए कच्चे माल की आवश्यकता को आंशिक रूप से जंगल से भी पूरा किया जा सकता है। जामुन के पर्याप्त गूदे के उत्पादन के लिए जामुन की सुनियोजित बागवानी की जरूरत भी है। इसलिए, सीआईएसएच किस्मों की मांग बढ़ रही है, जो ताजे फलों के विपणन के अतिरिक्त वाइन बनाने के लिए भी उपयुक्त है।
ये भी पढ़ें:नेपाल में हिंदू राजशाही की मांग: सड़कों पर हजारों प्रदर्शनकारी, ओली की हालत खराब
हमारे देश के अलग अलग क्षेत्रों में जामुन के पेड़ बहुतायत में मिलते हैं
हमारे देश के अलग अलग क्षेत्रों में जामुन के पेड़ बहुतायत में मिलते हैं। इनका उपयोग मुख्यतः जामुन के फल तोड़कर खाने एवं बेचने के लिए किया जाता है।
जामुन के वाइन उद्योग के विकसित होने से जंगल से आदिवासियों द्वारा एकत्रित फलों को भी मूल्यवान उत्पादों में परिवर्तित करने का अवसर मिलेगा और वनों पर आधारित लोगों की आजीविका में भी सुधार होगा।
देश में मधुमेह की बढ़ती समस्या को देखते हुए वैज्ञानिकों ने जामुन वाइन का विकास करने का निर्णय लिया है जो न केवल साल भर उपलब्ध रहेगी बल्कि इस बीमारी को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाएगी।
wine (PC: social media)
जामुन के फल और गुठली को मधुमेह रोगियों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है
जामुन के फल और गुठली को मधुमेह रोगियों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। मधुमेह रोगियों की बढ़ती संख्या के साथ इस फल की मांग भी बढ़ रही है। जामुन बाजार में सीमित समय तक ही उपलब्ध रहता है परन्तु इसके फलों से बनी वाइन, जूस, बार, सिरका, जैली जैसे मूल्य वर्धित उत्पाद पूरे साल बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। मूल्य वर्धित उत्पाद ताजे फल के समान ही पौष्टिक, स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक होते हैं।
ये भी पढ़ें:क्लास में नाबालिगों ने रचाई शादी, मंगलसूत्र पहनाते वीडियो देख पैरेंट्स के उड़ गए होश
जामुन का यह फल पेट और मूत्र रोग को राहत देने में भी उपयोगी माना जाता है। केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान लखनऊ के निदेशक शैलेन्द्र राजन के अनुसार बायोएक्टिव यौगिक कैंसर, हृदय रोग, मधुमेंह, अस्थमा और गठिया में प्रभावी हैं। जामुन के फल एंटी-ऑक्सीडेंट के धनी हैं। मधुमेह और कैंसर रोधी गुणों के कारण इसके महत्व को विकसित देशों ने भी स्वीकार किया है। जामुन वाइन औषधीय गुणों के अतिरिक्त स्वाद एवं सुगंध में भी बेहतरीन है। तो फिर रहिये न बेकरार हो जाइये तैयार जामुन वाइन आ रही है आपके द्वार।
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।