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Rabies Symtoms: क्या है रेबीज और कैसे मानव शरीर में फैलता है ये वायरस ? जानिए इसकी पहचान

Rabies ke Bare Mein Jankari: रेबीज कितना खतरनाक है और समय रहते अगर इसका इलाज न हुआ तो क्या इसके परिणाम हो सकते है और साथ ही क्या इसके बचाव हैं आइये जान लेते हैं।

Shweta Shrivastava
Published on: 6 Sept 2023 10:47 AM IST
Rabies Symtoms: क्या है रेबीज और कैसे मानव शरीर में फैलता है ये वायरस ? जानिए इसकी पहचान
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Rabies ke Bare Mein Jankari (Image Credit-Social Media)

Rabies ke Bare Mein Jankari: उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद के एक मामले ने हर किसी को हैरान कर दिया है जहाँ एक 14 साल के लड़के ने रेबीज के चलते अपने पिता की गोद में ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। इस वीडियो को जिसने भी देखा उसका दिल पसीज गया। वहीँ रेबीज कितना खतरनाक है और समय रहते अगर इसका इलाज न हुआ तो क्या इसके परिणाम हो सकते है और साथ ही क्या इसके बचाव हैं आइये जान लेते हैं।

रेबीज से बचाव के तरीके

आज से कुछ हफ़्तों बाद यानि 28 सितम्बर को ही विश्व रेबीज दिवस है और उससे पहले गाज़ियाबाद का ये मामला सबको हैरान कर रहा है। जहाँ एक 14 साल के शाहवेज को एक पडोसी के कुत्ते ने काट लिया था लेकिन उसने डर की वजह से किसी को कुछ नहीं बताया जिसका नतीजा ये हुआ कि उसके पूरे शरीर में इन्फेशन फैल गया। बड़े से बड़े अस्पताल ने इसे लाइलाज बताकर इलाज करने इंकार कर दिया। जिसकी वजह से शाहवेज ने दम तोड़ दिया। लेकिन अगर समय रहते उसका इलाज हो जाता तो शायद आज शाहवेज की जान बचाई जा सकती थी। क्योंकि समय पर इलाज ही व्यक्ति को रेबीज से बचा सकता है। इससे पहले की हम रेबीज़ से बचाव के तरीके आपको बताएं आइये जान लेते हैं कि रेबीज़ है क्या।

रेबीज़ क्या है?

रेबीज वायरस (आरएबीवी) किसी संक्रमित जानवर की लार या मस्तिष्क/तंत्रिका तंत्र के ऊतकों के सीधे संपर्क (जैसे आपकी आंखों, नाक या मुंह में टूटी त्वचा या श्लेष्म झिल्ली के माध्यम से) माध्यम से फैलता है। रेबीज़ घातक है लेकिन इसे रोका जा सकता है। ये लोगों और पालतू जानवरों में फैल सकता है अगर उन्हें किसी पागल जानवर ने काट लिया हो या खरोंच दिया हो।

रेबीज़ होने पर क्या होता है?

रेबीज वायरस आपके शरीर में तब प्रवेश करता है जब किसी संक्रमित जानवर की लार (थूक) किसी खुले घाव (आमतौर पर काटने से) में चली जाती है। ये आपके केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (आपके मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी) में नसों के साथ बहुत धीमी गति से चलता है। जब ये आपके मस्तिष्क तक पहुंचता है, तो क्षति तंत्रिका संबंधी लक्षणों का कारण बनती है। वहां से, रेबीज कोमा और मृत्यु की ओर ले जाता है।

रेबीज़ कितना आम है?

दुनिया भर में हर साल लगभग 59,000 लोग रेबीज़ से मर जाते हैं। अमेरिका में, मानव रेबीज के मामले दुर्लभ हैं - हर साल तीन से भी कम लोगों को रेबीज होता है। इसका कारण ये है कि कई लोगों को एक्सपोज़र के तुरंत बाद टीका लग जाता है।

कैसे आपके शरीर को प्रभावित करता है रेबीज ?

रेबीज़ समय के साथ संक्रमित घाव से आपके मस्तिष्क तक चला जाता है। ऐसे कई चरण हैं जिनसे अधिकांश लोग गुजरते हैं। रेबीज वायरस आपके तंत्रिका तंत्र (ऊष्मायन) में प्रवेश करने से पहले आपके शरीर में कई दिनों से लेकर हफ्तों तक रह सकता है। इस दौरान आपमें कोई लक्षण नहीं नज़र आते हैं। अगर आप ऊष्मायन अवधि में जल्दी उपचार प्राप्त करते हैं, तो आपको रेबीज नहीं होगा।

मनुष्यों में रेबीज के लक्षण क्या हैं?

आपके शरीर में प्रवेश करने के बाद आमतौर पर कई हफ्तों तक आपको रेबीज़ का कोई लक्षण नहीं दिखता है। जब रेबीज आपके केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (प्रोड्रोमल चरण) में पहुंच जाता है, तो आप फ्लू जैसे लक्षणों का अनुभव करते हैं। अंतिम चरण में, आपके पास न्यूरोलॉजिकल (मस्तिष्क) लक्षण होते हैं।

रेबीज के प्रोड्रोमल लक्षण

  • बुखार
  • थकावट (थकान)
  • काटने के घाव में जलन, खुजली, झुनझुनी, दर्द या सुन्न
  • खाँसी
  • गला खराब होना
  • मांसपेशियों में दर्द
  • उल्टी
  • दस्त

रेबीज़ का इलाज कैसे किया जाता है?

एक बार लक्षण दिखने पर रेबीज़ का कोई अनुमोदित उपचार नहीं है।अगर आप रेबीज के संपर्क में आ गए हैं (किसी संक्रमित जानवर द्वारा काट लिया गया था या उसके संपर्क में थे), तो जितनी जल्दी हो सके एक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करें।

घाव को साबुन और पानी से धीरे से लेकिन अच्छी तरह साफ करें। घाव की सफाई पर अतिरिक्त निर्देशों के लिए अपने प्रदाता से पूछें।

रेबीज पैदा करने वाले वायरस को रोकने के लिए आपका प्रदाता आपको शॉट्स (टीकाकरण) की एक श्रृंखला देगा। यदि आपने पहले कभी टीका नहीं लगाया है तो वे आपको घाव पर सीधे एंटीबॉडी उपचार भी देंगे।


रेबीज़ को कैसे रोका जा सकता है

रेबीज़ से बचाव संभव है। अपने पालतू जानवरों को सुरक्षित रखना और जंगली जानवरों से दूर रहना आपको रेबीज के संपर्क में आने से बचाने में मदद करेगा। अगर आप इसके संपर्क में हैं, तो लक्षण शुरू होने से पहले आप रेबीज से बचाव के लिए टीका लगवा सकते हैं।

सुनिश्चित करें कि आपके पालतू जानवरों का टीकाकरण अद्यतित है। इसमें कुत्ते और बिल्लियाँ विशेषकर शामिल हैं।

अपने पालतू जानवरों को बिना निगरानी के खुला घूमने न दें।

वन्य जीवन को अकेला छोड़ दीजिये। घायल जानवरों को न छुएं या स्वयं जानवरों को पकड़ने का प्रयास न करें।

अगर आपको किसी जंगली जानवर ने काट लिया है या खरोंच दिया है या किसी अन्य तरीके से रेबीज के संपर्क में आ गए हैं, तो जितनी जल्दी हो सके एक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करें।

याद रखिये समय रहते और तुरंत टीकाकरण ही रेबीज़ से बचाव का एक मात्र उपचार है। वायरस को आपको संक्रमित करने से रोकने के लिए एक तेज़-शॉट (रेबीज़ इम्यून ग्लोब्युलिन) दिया जाता है। अगर आपने रेबीज का टीका नहीं लगवाया है तो इसे आपको जल्द से जल्द लेना होगा। अगर संभव हो तो काटने के बाद जितनी जल्दी हो सके ये इंजेक्शन उस क्षेत्र के पास दिया जाता है जहां जानवर ने आपको काटा है। आपके शरीर को रेबीज वायरस को पहचानने और उससे लड़ने में मदद करने के लिए रेबीज टीकाकरण की एक श्रृंखला भी दी जा सकती है। रेबीज के टीके आपकी बांह में इंजेक्शन के रूप में दिए जाते हैं। अगर आपने पहले रेबीज के टीके नहीं लगवाए हैं, तो आपको 14 दिनों में चार इंजेक्शन मिलेंगे। अगर आपने रेबीज का टीका लगवाया है, तो वहीँ आपको पहले तीन दिनों में दो इंजेक्शन लगेंगे।



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Shweta Shrivastava

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