सर्दियों की हो रही है शुरुआत, बच्चों की स्किन की केयर के चक्कर में ना करें इसका इस्तेमाल

त्योहारो के साथ एक चीज और बढ़ी है वो है मौसम में बदलाव । अब सर्दी धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। ठंड में चलने वाली सर्द हवाओं की वजह से बार-बार होने वाली स्किन के रुखेपन से बड़े हो या बच्चे सभी परेशान रहते हैं। ऐसे में अगर छोटे बच्चों की स्किन और हेल्थ से जुड़ी हुई हो, तो पेरेंट्स हर चीज़ अपनाने से नहीं चूकते हैं

suman
Published on: 20 Oct 2019 5:06 PM GMT
सर्दियों की हो रही है  शुरुआत, बच्चों की स्किन की केयर के चक्कर में ना करें इसका इस्तेमाल
X

जयपुर:त्योहारो के साथ एक चीज और बढ़ी है वो है मौसम में बदलाव । अब सर्दी धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। ठंड में चलने वाली सर्द हवाओं की वजह से बार-बार होने वाली स्किन के रुखेपन से बड़े हो या बच्चे सभी परेशान रहते हैं। ऐसे में अगर छोटे बच्चों की स्किन और हेल्थ से जुड़ी हुई हो, तो पेरेंट्स हर चीज़ अपनाने से नहीं चूकते हैं, इसलिए अक्सर वो बच्चों की रूखी त्वचा के लिए जिसे दूर करने के लिए महंगे मॉश्चरराइजर्स और पेट्रोलियम जेली का यूज करते हैं। दरअसल शिशुओं की त्वचा बेहद ही नाजुक होती है, इसलिए लगातार पेट्रोलियम जेली का प्रयोग शिशु और छोटे बच्चों के लिए काफी नुकसान दायक साबित हो सकता है। इसलिए पेट्रोलियम जेली लागातार शिशुओं की त्वचा पर लगाने से होने वाले नुकसान के बारे जाने और समय रहते अपने बच्चों को पेट्रोलियम जेली के साइड इफेक्टस से बचा सकेगें।

हो जाएंगे मालामाल, जब धनतेरस की रात करेंगे ये एक उपाय, जो है बहुत सरल

*ठंड में अक्सर लोग त्वचा के रूखेपन के लिए पेट्रोलियम जेली का यूज करते हैं, दिन में कई बार इसका यूज करने से बच्चे और शिशु की त्वचा पर सूजन आ सकती है। इसके अलावा अगर कुछ समय पहले ही आप मां बनी हैं, तब भी पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल एक सीमित मात्रा में करें, क्योंकि इससे हार्मोंस असंतुलित हो सकता है।

*शिशुओं और छोटे बच्चों पर पेट्रोलियम जेली का ज्यादा इस्तेमाल उनकी त्वचा के मिनरल ऑयल को खत्म कर सकता है,इसके साथ ही पेट्रोलियम जेली में पाया जाने वाला हाइड्रोकार्बन तत्व खाना खाने और सांस के जरिए शिशु के अंदर आसानी से जा सकता है। इसके साथ ही अगर आप शिशु को स्तनपान कराती हैं, तो ये हाइड्रोकार्बन तत्व आपके दूध के जरिए बड़ी ही आसानी से शिशु में पहुंच सकता है।

गर्म खाने से जलती है जीभ तो इन घरेलू उपाय से पाएं राहत, जरुर आजमाएंं…

बता दे कि पेट्रोलियम जेली में 1,4-Dioxane नामक एक बेहद ही घातक और संवेदनशील रसायन पाया जाता है, जिसके ज्यादा इस्तेमाल से बड़ों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है।

*इसके अलावा पेट्रोलियम जेली को सूंघने से भी निमोनिया और फेफड़ों में सूजन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए आसानी से समझ सकते हैं जो बड़ों के लिए इतना नुकसान कर सकती है उसका शिशुओं और बच्चों के लिए भी बेहद ही घातक साबित होगी।

*अगर आप अपने शिशु की त्वचा पर दिन में बार-बार पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल करतची हैं, तो संभल जाइए, क्योंकि इससे आपके शिशु की त्वचा आहार से मिलने वाले पोषण को अवशोषित करने की क्षमता तक को भी खत्म कर देती है, साथ ही त्वचा में मौजूद कोलाजन को भी तोड़ देता है। जिससे आपकी त्वचा नेचुरली मॉश्चरराइज रहती है।

*दरअसल पेट्रोलियम जेली में मौजूद हाइड्रो कार्बन सांस और भोजन के जरिए आसानी से हमारे शरीर के अंदर पहुंचने की वजह से कोशिकाओं में फैट के रूप में जमा हो जाता है, जो बच्चे की त्वचा व शरीर के लिए बेहद हानिकारक है। इससे कई तरह की और बीमारियां शिशु और बच्चे को होने का खतरा बढ़ जाता है।

suman

suman

Next Story