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World Hepatitis Day 2023: न करें आपके अपनों को परेशान हेपाटाइटिस से रहे सावधान, जानिए हेपाटाइटिस दिवस का इतिहास और महत्त्व

World Hepatitis Day 2023: विश्व हेपेटाइटिस दिवस (World Hepatitis Day) वार्षिक रूप से 28 जुलाई को मनाया जाता है। यह एक अंतरराष्ट्रीय दिवस है जो हेपेटाइटिस वायरसों के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से समर्पित है।

Vertika Sonakia
Published on: 28 July 2023 7:38 AM IST
World Hepatitis Day 2023: न करें आपके अपनों को परेशान हेपाटाइटिस से रहे सावधान, जानिए हेपाटाइटिस दिवस का इतिहास और महत्त्व
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World Hepatitis Day 2023 (Photo: Social Media)

World Hepatitis Day 2023: विश्व हेपेटाइटिस दिवस (World Hepatitis Day) वार्षिक रूप से 28 जुलाई को मनाया जाता है। यह एक अंतरराष्ट्रीय दिवस है जो हेपेटाइटिस वायरसों के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से समर्पित है। यह दिवस लोगों को हेपेटाइटिस से जुड़े मुद्दों के बारे में शिक्षित करने और संचारित करने के लिए विशेष अवसर प्रदान करता है।

हेपेटाइटिस एक रोग है जो लिवर को प्रभावित करता है और अलग-अलग हेपेटाइटिस वायरस (A, B, C, D, और E) इसके कारण बन सकते हैं। ये वायरस फैक्टर जैसे अशुद्ध पानी और खाने, संचित रक्त, जलीय संपर्क, बिना सुरक्षित सेक्स, आदि के माध्यम से फैल सकते हैं। हेपेटाइटिस रोग समय रहते पहचान लिया जाए, तो उपचार करके इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

विश्व हेपेटाइटिस दिवस का इतिहास

विश्व हेपेटाइटिस दिवस का आयोजन पहली बार 2008 में किया गया था। इसका उद्देश्य था हेपेटाइटिस रोग के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और लोगों को इस वायरस के बारे में शिक्षित करना। विश्व स्वास्थ्य संगठन (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन, WHO) ने विश्व हेपेटाइटिस दिवस के आयोजन को समर्थित किया, जो हर साल 28 जुलाई को मनाया जाता है। वैज्ञानिक एवं एक नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ बारूक ब्लम्बर्ग जिन्होंने हैपाटाइटिस बी की वैक्सीन की खोज करी थी। इस वाइरस का टीका भी विकसित हुआ था। ब्लमबर्ग को सम्मान देने के लिए प्रतिवर्ष उनके जन्मदिन पर विश्व हैपाटाइटिस दिवस मनाया जाता है।

विश्व हेपेटाइटिस दिवस का महत्त्व

यह दिवस हेपेटाइटिस वायरसों के संक्रमण के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और लोगों को इस विषय में शिक्षित करने के लिए समर्पित है।

इस दिन का महत्व निम्नलिखित पांच प्रमुख कारणों से है:

1) जागरूकता फैलाना: विश्व हेपेटाइटिस दिवस के माध्यम से, हेपेटाइटिस वायरस और इससे जुड़ी संक्रमण के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है। लोग इस दिन के माध्यम से हेपेटाइटिस के साधारण लक्षण, प्रसार के तरीके, संभावित उपचार और बचाव के उपायों के बारे में शिक्षित होते हैं।
संचार को रोकने का प्रयास: हेपेटाइटिस वायरसों का संचार अन्य व्यक्ति से हो सकता है, और यह संक्रमण गंभीर तकलीफों का कारण बन सकता है। विश्व हेपेटाइटिस दिवस के माध्यम से, लोग बेहतर स्वच्छता, बचाव के तरीके, और संभावित संचार को रोकने के लिए जागरूक होते हैं।

2) टेस्टिंग और उपचार: इस दिवस पर स्वास्थ्य संगठन और चिकित्सा पेशेवर लोगों को जागरूक करते हैं कि रेगुलर चेकअप और टेस्टिंग से हेपेटाइटिस का पहचान किया जा सकता है और उचित समय पर उपचार दिया जा सकता है।

3) लोगों को संबोधित करना: विश्व हेपेटाइटिस दिवस, सरकारी अधिकारियों, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और समाजसेवी संगठनों को लोगों को संबोधित करने का मौका प्रदान करता है। इस दिवस पर विशेष चिकित्सा शिविर, सेमिनार, कार्यशालाएं और जागरूकता प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं जिनसे लोगों को सही दिशा में अगाह किया जा सकता है।

विश्व हेपेटाइटिस दिवस का उद्देश्य

विश्व हेपेटाइटिस दिवस का उद्देश्य हैपेटाइटिस वायरस से जुड़ी जागरूकता बढ़ाना और लोगों को इस जानलेवा बीमारी के प्रति जागरूक करना है। इस दिवस के माध्यम से लोगों को हेपेटाइटिस के संक्रमण, प्रसार के कारण, रोकथाम और उपचार के बारे में जानकारी प्राप्त करने का मौका मिलता है। इससे उन्हें यह समझने में मदद मिलती है कि इस संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है और इसका सही इलाज क्या हो सकता है।

1) संचार को रोकने का प्रयास: हेपेटाइटिस वायरस एक संक्रामक बीमारी है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैल सकती है। विश्व हेपेटाइटिस दिवस के माध्यम से लोगों को संचार को रोकने के लिए उपयुक्त बचाव के उपायों के बारे में जानकारी मिलती है।

विश्व हैपाटाइटिस दिवस 2023 की थीम

विश्व हैपाटाइटिस दिवस 2023 की थीम के लिए “वन लाइफ वन लिवर” विषय का चयन किया गया है। इस बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ाना, इसके उपचार जानना ताकि 2030 तक विश्व से हैपाटाइटिस को ख़त्म किया जा सके।

विश्व हैपाटाइटिस दिवस से जुड़े तथ्य

1) विश्व हेपेटाइटिस दिवस का आयोजन वार्षिक रूप से 28 जुलाई को होता है। यह दिवस विश्वभर में हेपेटाइटिस वायरस संक्रमण के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने का मुख्य अवसर है।

2) हेपेटाइटिस एक लिवर संबंधी संक्रामक बीमारी है, जिसमें लिवर के कोशिकाओं में सूजन होती है और इसके कारण लिवर की सेहत खराब हो जाती है।

3) इस वायरस के पांच प्रमुख प्रकार होते हैं - हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A), हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B), हेपेटाइटिस सी (Hepatitis C), हेपेटाइटिस डी (Hepatitis D), और हेपेटाइटिस ई (Hepatitis E)।

4) हेपेटाइटिस वायरस लिवर से संचारित होता है, और इसके संक्रमण के मुख्य कारण खाने पीने के अशुद्ध पदार्थ, संचित रक्त, बिना सुरक्षित सेक्स, आदि हो सकते हैं।

5) लक्षण विशेष रूप से पहले कुछ हफ्तों या महीनों तक दिखाई नहीं देते हैं, जिसके कारण इसे शुरुआती चरण में पहचानना कठिन हो सकता है। कुछ लोगों में सिरदर्द, थकान, पेट दर्द, या पीलिया (आंखों और त्वचा के पीले होने की स्थिति) जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

6) विश्व हेपेटाइटिस दिवस के दौरान समाज में हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न चिकित्सा शिविर, सेमिनार, जागरूकता प्रोग्राम, और सामाजिक अभियान आयोजित किए जाते हैं।

7) हेपेटाइटिस वायरस के खिलाफ बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध है जो इस संक्रमण को रोकने में मदद करती है। लिवर के स्वस्थ संवर्धन, स्वच्छता और सुरक्षित सेक्स पर ध्यान देने से भी हेपेटाइटिस संक्रमण से बचा जा सकता है।



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