×

3 युद्धपोत हुए रवाना: अब वापस आएंगे फंसे भारतीय, लौटेंगे घर

कुछ भारतीय जो मालदीव और यूएई में फंसे हैं अब उनको वापस लाने के लिए भारतीय नौसेना के तीन जहाज मंगलवार सुबह रवाना किए गए हैं।

Aradhya Tripathi
Published on: 5 May 2020 11:40 AM GMT
3 युद्धपोत हुए रवाना: अब वापस आएंगे फंसे भारतीय, लौटेंगे घर
X

नई दिल्ली: भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर अभी भी जारी है।भारत में कोरोना वायरस के चलते देश में पिछले डेढ़ महीने से लॉकडाउन लागू है। जिसके कारण देश में कहीं भी आने जाने की सारी सेवायें बाधित हैं। ऐसे में कुछ भारतीय जो मालदीव और यूएई में फंसे हैं अब उनको वापस लाने के लिए भारतीय नौसेना के तीन जहाज मंगलवार सुबह रवाना किए गए हैं।

INS MAGAR, INS जलाश्व, और INS शार्दुल किए गए रवाना

इस विषय पर रक्षा प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि मालदीव और यूएई में फंसे अपने नागरिकों को लाने के लिए भारत ने तीन नौसैनिक जहाज भेजे हैं। जिसमें से मुंबई के तट पर तैनात आईएनएस मगर के साथ आईएनएस जलाश्व को सोमवार रात मालदीव के लिए रवाना कर दिया गया। जबकि दुबई में फंसे लोगों को लाने के लिए आईएनएस शार्दुल को भेजा गया है। प्रवक्ता ने बताया कि तीनों जहाज कोच्चि लोटेंगे।

ये भी पढ़ें- खुद की कमाई से मानवता की सेवा में जुटे डा. पंकज श्रीवास्तव, राष्ट्रपति से मिला था सम्मान

प्रवक्ता ने जानकारी दी कि आईएनएस मगर और आईएनएस शार्दुल दक्षिणी नौसेना कमान के जहाज हैं, जबकि आईएनएस जलाश्व पूर्वी नौसेना कमान के हैं। जानकारी देते हुए बताया गया कि आईएनएस जलाश्व में एक हजार से ज्यादा लोगों के सवार होने की क्षमता है जबकि शार्दुल और मगर से एक बार में 400 से 500 लोगों को लाया जाएगा। इनमें सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख़याल रखा जाएगा।

लगभग 10 अरब भारतीय हैं इन देशों में

ज्ञात हो कि आईएनएस जलाश्व एक पूर्व अमेरिकी नौसेना जहाज हैं। इसे भारतीय नौसेना ने 2007 में अधिग्रहित किया था। आईएनएस जलाश्व 16,000 टन से अधिक वजन के साथ विमान वाहक पोतस आईएनएस विक्रमादित्य के बाद भारतीय नौसेना में दूसरा सबसे बड़ा युद्धपोत है। जलाश्व में टैंकों को ले जाने में सक्षम है और इसमें 1,000 तक सैनिक रह सकते हैं।

ये भी पढ़ें- सेना से कांपा पाकिस्तान: खुंखार आंतकी का हुआ ये हाल, रच रहा था साजिश

गौरतलब है कि लगभग 10 अरब भारतीय संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कुवैत, ओमान, कतर और बहरीन जैसे खाड़ी में रहते हैं। तीनों मुल्कों में 15 लाख भारतीय बतौर निवासी या कामगार रहते हैं। यहां तक कि इराक जैसे संघर्ष में उलझे मुल्क में भी तेल श्रमिक, ट्रक चालक वगैरह के रूप में 17,000 से अधिक भारतीय (पिछले साल का आंकड़ा) काम कर रहे हैं।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

Next Story