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आदित्य ठाकरे ने दिया बड़ा बयान, आरे कॉलोनी को लेकर अधिकारियों पर कसा तंज

महाराष्ट्र में गोरेगांव की आरे कॉलोनी में पेड़ काटे जाने का लगातार विरोध कर रही शिवसेना और अब आदित्य ठाकरे का भी बड़ा बयान सामने आया है। आदित्य ठाकरे ने कहा है कि आरे गांव में पेड़ काटने वाले अधिकारियों को सत्ता में आते ही पीओके यानी पाक अधिकृत कश्मीर भेज देना चाहिए।

Vidushi Mishra
Published on: 15 July 2023 11:59 AM GMT
आदित्य ठाकरे ने दिया बड़ा बयान, आरे कॉलोनी को लेकर अधिकारियों पर कसा तंज
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मुंबई : पर्यावरण के दुश्मन बन रहें लोगों का विरोध कर रही है शिवसेना। जीं महाराष्ट्र में गोरेगांव की आरे कॉलोनी में पेड़ काटे जाने का लगातार विरोध कर रही शिवसेना और अब आदित्य ठाकरे का भी बड़ा बयान सामने आया है। आदित्य ठाकरे ने कहा है कि आरे गांव में पेड़ काटने वाले अधिकारियों को सत्ता में आते ही पीओके यानी पाक अधिकृत कश्मीर भेज देना चाहिए।

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भेज देंगे पीओके

आपको बता दें कि आज पुलिस ने इसी मामले को लेकर इलाके में धारा 144 लागू कर दी। जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे लगभग 100 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इनमें प्रियंका चतुर्वेदी भी शामिल थी, जो शिवसेना की उपनेता प्रियंका हैं।

इसका विरोध कर रहे आदित्य ठाकरे ने कहा, ''चोरों की तरह आरे की जमीन पर पेड़ काटने वाले अधिकारियों को हम सत्ता पर आते ही पीओके में भेज देंगे। मासूम पर्यावरण वादी लोगों को जेल में डाला जा रहा है फिर क्यों हम प्लास्टिक बंदी और पर्यावरण बचाने जैसे खोखली बातें दुनिया के सामने करते हैं।''

आगे उन्होंने कहा, ''शिवसेना भले ही सत्ता में है पर आरे कारशेड को हमारा विरोध है आगे भी जारी रहेगा। हमारा अन्य मुद्दों पर भी बीजेपी के साथ विरोध रहा है। ये लड़ाई न बीजेपी के खिलाफ शिवसेना या सीएम फडणवीस के खिलाफ बल्कि ये मुंबई की आम जनता की बात है।''

इसी मामले में प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ''जो फैसला आया है, हम उसके खिलाफ हैं। दूसरे भी ऑप्शन थे पर उसे नजरंदाज कर दिया गया। लोगों से बात भी नहीं की गई। इससे बहुत गलत संदेश गया है।''

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फिर उन्होंने कहा, ''चुनाव सिर पर हैं। क्या इस मुद्दे को लेकर शिवसेना और बीजेपी के बीच में टकराव नहीं होगा? ये मुंबई करो का मुद्दा है। बीजेपी या शिवसेना नहीं।''

प्रकाश जावड़ेकर ने पेट काटने के फैसले का समर्थन किया

इस पूरे मामले के विवाद के बीच केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पेट काटने के फैसले का समर्थन किया है। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हाई-कोर्ट ने माना है कि 'आरे' जंगल नहीं है और जहां जंगल है, आप वहां पेड़ नहीं काट सकते हैं। पेड़ कटाई पर शिवसेना के विरोध के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, अगर कहीं पेड़ काटे जाते हैं तो उससे अधिक लगाये भी जाते हैं।

इसी में प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली मेट्रो का उदाहरण देते हुए कहा, ''दिल्ली में मेट्रो आज दुनिया में सबसे अच्छी मेट्रो है। बाहर के देशों के लोग यहां आकर मेट्रो को देखते हैं कि इसका विकास कैसे हुआ। जब पहला मेट्रो स्टेशन बना तो 20-25 पेड़ गिराने की जरूरत थी, तो लोगों ने इसका विरोध किया लेकिन एक पेड़ के बदले पांच पेड़ लगाये गये और पिछले 15 साल में पेड़ बड़े हो गये हैं।

वहां 271 स्टेशन बने, दिल्ली का जंगल भी बढ़ा, पेड़ भी बढ़े और दिल्ली में तीस लाख लोगों के लिये सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था हुई। मतलब यही है कि विकास भी और पर्यावरण की रक्षा भी, दोनों साथ में हुये।''

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ये है पूरा मामला

महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई मेट्रो का कार शेड बनवाने के लिए आरे कॉलोनी के जंगल के 2702 पेड़ काटने के आदेश दे दिए हैं। भयंकर विरोध प्रदर्शन होने के बाद भी पेड़ काटने का काम शुरू हो गया है।

इसी के साथ कल बॉम्बे हाईकोर्ट ने पेड़ काटने के खिलाफ दायर याचिकाएं इस आधार पर खारिज कर दी कि ये मामला सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी में लंबित है। इसके बाद पेड काटने के लिए एमएमआरसीएल के लोग पहुंचे गए तो आरे बचाओ मुहिम के कार्यकर्ता उनसे भिड़ गए। फिर जमकर हाथापाई हुई। इसके बाद रात में ही लगभग 400 पेड़ काट दिए गए।

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