बादल के बाद चौटाला ने भी दिल्ली विधानसभा चुनाव से किनारा कसा

राजधानी दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं। दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि दिल्ली चुनाव में जननायक जनता पार्टी (जजपा) चुनाव नहीं लड़ेगी। उनकी पार्टी भाजपा को बाहर से समर्थन देगी। इसको लेकर उनकी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा से बातचीत हुई है।

राम केवी
Published on: 21 Jan 2020 2:15 PM GMT
बादल के बाद चौटाला ने भी दिल्ली विधानसभा चुनाव से किनारा कसा
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नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी के साथ हरियाणा में सरकार बनाने वाली जनता जननायक पार्टी के प्रमुख दुष्यंत चौटाला ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। इससे पहले भाजपा के सबसे पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखवीर सिंह बादल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ नहीं लड़ने का एलान किया था। हालांकि उन्होंने कहा था कि राष्ट्रीय स्तर पर वह भाजपा के साथ रहेंगे। अब दुष्यंत चौटाला आगे आए हैं। मनोहर लाल खट्टर सरकार में दुष्यंत उप-मुख्यमंत्री का पद संभाले हुए हैं।

अकाली दल के नेता सुखवीर सिंह बादल ने कहा है कि उनकी पार्टी केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन कानून से सहमत नहीं है, इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया है। बादल का कहना है कि वह धर्म के आधार पर नागरिकता के पक्ष में नहीं हैं। इसलिए दिल्ली विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ नहीं लड़ेंगे।

राजधानी दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं। दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि दिल्ली चुनाव में जननायक जनता पार्टी (जजपा) चुनाव नहीं लड़ेगी। उनकी पार्टी भाजपा को बाहर से समर्थन देगी। इसको लेकर उनकी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा से बातचीत हुई है।

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पहले दुष्यंत चौटाला ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतारने का दावा किया था। लेकिन अब पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी है। इस संबंध में जेजेपी का कहना है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए हमने चुनाव आयोग से चाबी या चप्पल का चुनाव चिन्ह दिए जाने का आग्रह किया था, जो किसी अन्य संगठन को दे दिए गए हैं।

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दुष्यंत ने कहा कि यदि उनकी पार्टी किसी दूसरे चुनाव चिन्ह पर मैदान में उतरती है तो उन्हें नुकसान होगा। ऐसे में पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों न लड़ने का फैसला लिया है।

राम केवी

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