Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ यात्रा का आज अंतिम दिन, 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन

Amarnath Yatra 2023: खराब मौसम के बावजूद इस साल लाखों की संख्या में देशभर से आए तीर्थयात्रियों ने पवित्र अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन किए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार यात्रा में हिस्सा लेने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा पांच लाख को पार कर गया।

Krishna Chaudhary
Published on: 31 Aug 2023 2:29 AM GMT
Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ यात्रा का आज अंतिम दिन, 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन
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Amarnath Yatra 2023 (photo: social media )

Amarnath Yatra 2023: पवित्र अमरनाथ यात्रा का आज अंतिम दिन है। आज यानी गुरूवार 31 अगस्त को छड़ी मुबारक के दर्शन के साथ यात्री का समाप्ति होगी। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के पहलगाम स्थित अमरनाथ गुफा में स्थापित बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए इस बार भी लाखों तीर्थयात्री जुटे। 30 जून को अमरनाथ तीर्थयात्रियों का पहला जत्था पवित्र गुफा के दर्शन के लिए रवाना हुआ था।

छड़ी मुबारक 26 अगस्त को श्रीनगर के एक अखाड़े से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकली थी, जो आज पवित्र गुफा पहुंचेगी। महंत दीपेंद्र गिरी के नेतृत्व में उगते सूरज के साथ उसकी पवित्र गुफा में स्थापना की जाएगी। इसके बाद उसे वापस श्रीनगर स्थित अखाड़े में ले जाया जाएगा। बता दें कि छड़ी मुबारक भगवा कपड़े में लिपटी भगवान शिव की छड़ी को कहा जाता है। हर साल छड़ी मुबारक यात्रा के साथ अमरनाथ यात्रा का अंत होता है।

कितने श्रद्धालुओं ने किए दर्शन ?

खराब मौसम के बावजूद इस साल लाखों की संख्या में देशभर से आए तीर्थयात्रियों ने पवित्र अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन किए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार यात्रा में हिस्सा लेने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा पांच लाख को पार कर गया। बताया जाता है कि ये आंकड़ा और बड़ा होता है लेकिन खराब मौसम की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। भूस्खलन और भारी बारिश के कारण इस यात्रा को कई बार बीच में रोकना पड़ा था। बता दें कि पिछले साल पूरे सीजन में 3 लाख 65 हजार तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे।

बाबा बर्फानी तक पहुंचने के दो रास्ते

बाबा बर्फानी तक पहुंचने के दो रास्ते हैं। पहला पारंपरिक रूट पहलगाम से होकर जाता है। करीब 47 किमी के इस रास्ते को तय करने में 2-3 दिन लग जाते हैं। दूसरा रास्ता है वाया बालटाल। इसे तीर्थयात्रियों की सहूलियत के लिए बाद में बनाया गया है। इस रूट की लंबाई महज 14 किमी है। इसे महज एक दिन में पूरा किया जा सकता है। यात्रा समाप्ति के बाद इन दोनों रूट्स पर साफ-सफाई और मरम्मत का काम चलेगा।

बता दें कि इस साल अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने जा रही है। यात्रा के पहले दिन से भारी संख्या में सुरक्षा-बंदोबस्त किए गए थे।

Krishna Chaudhary

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