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चीन सीमा पर तनाव: रूस से लड़ाकू विमान खरीदेगा भारत, वायुसेना की बड़ी तैयारी

भारत और चीन के बीच लद्दाख क्षेत्र के गलवान घाटी में हिंसक झड़प हुई है। इस हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए हैं, वहीं चीन 43 सैनिक मारे गए हैं। इस हिंसक झड़प के बाद लद्दाख में एलएसी पर चीन और भारत के बीच तनाव चरम पर है।

Dharmendra kumar
Published on: 18 Jun 2020 2:15 PM GMT
चीन सीमा पर तनाव: रूस से लड़ाकू विमान खरीदेगा भारत, वायुसेना की बड़ी तैयारी
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नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच लद्दाख क्षेत्र के गलवान घाटी में हिंसक झड़प हुई है। इस हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए हैं, वहीं चीन 43 सैनिक मारे गए हैं। इस हिंसक झड़प के बाद लद्दाख में एलएसी पर चीन और भारत के बीच तनाव चरम पर है। अब इस बीच वायु सेना ने सरकार के सामने रूस से 33 नए लड़ाकू विमान प्राप्त करने के प्रस्ताव को आगे बढ़ा दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस प्रस्ताव में 21 मिग-29 और 12 Su-30MKIs शामिल हैं।

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि कुछ समय से वायु सेना इस योजना पर काम कर रही है, हालांकि उन्होंने अब इस प्रक्रिया को तेजी से ट्रैक किया है। अब वायुसेना 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत वाले प्रस्तावों को रक्षा मंत्रालय के सामने आने वाले सप्ताह उच्च स्तरीय बैठक में अप्रूवल के लिए रखेगी।

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उन्होंने बताया है कि प्रस्ताव में 12 एसयू -30 एमकेआई शामिल हैं, जो अलग-अलग हादसों में वायु सेना द्वारा खोए गए विमानों की संख्या को बदलने के लिए जरूरी होंगे। 2016 में 36 राफेल विमानों की डील के बाद वायु सेना में अनुबंधित 33 नए विमानों में से यह दूसरा सबसे बड़ा विमान होगा।

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करीब 15 सालों में भारत ने खरीदे 272 विमान

भारत ने 10 से 15 सालों के समय में अलग-अलग बैचों में 272 Su-30 लड़ाकू विमाने खरीदने के आॅर्डर दिए। वरिष्ठ अधिकारियों को लगता है कि सेवा की भारी-भरकम विमान जूरूरत के लिए अब तक हासिल किए गए विमानों की संख्या पर्याप्त होगी।

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रूस ने वायु सेना को नए लड़ाकू विमानों की आवश्यकता को पूरा करने में मदद करने के लिए इन विमानों को बेचने का प्रस्ताव दिया है। वायु सेना की जांच मिग -29 की एयरफ्रेम लंबे समय तक काम करने के लिए पर्याप्त हैं और वे लगभग नई स्थिति में पाए गए हैं।

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