एंटीलिया केस: मनसुख हत्या में बड़ा खुलासा, मारने से पहले दिया गया था क्लोरोफॉर्म

उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक भरी स्कॉर्पियो कार खड़ी करने के मामले में रोजाना कुछ न कुछ नए खुलासे हो रहे हैं।

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Published on: 25 March 2021 9:31 AM GMT
एंटीलिया केस: मनसुख हत्या में बड़ा खुलासा, मारने से पहले दिया गया था क्लोरोफॉर्म
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फोटो— सोशल मीडिया

नई दिल्ली। उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक भरी स्कॉर्पियो कार खड़ी करने के मामले में रोजाना कुछ न कुछ नए खुलासे हो रहे हैं। मामले की जांच कर रही महाराष्ट्र एटीएस ने स्कॉर्पियो मालिक मनसुख हिरेन की हत्या में बड़ा खुलासा किया है। एटीएस का मानना है कि मनसुख हिरेन का मानना है कि मनसुख को हत्या से पहले क्लोरोफॉर्म दिया गया था। एटीएस ने यह संदेह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर जाहिर किया है, क्योंकि रिपोर्ट में मनसुख की शरीर पर चोट के निशान मिले थे। बता दें कि मनसुख की लाश 5 मार्च को मुंबई के पास क्रीक पर मिली थी। ज्ञात हो कि एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से भरी कार मिलने के मामले में एनआईए की तरफ से जांच की जा रही है। वहीं अब इस केस को भी वह अपने हाथ में ले सकती है।

फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की मदद ले रही एटीएस

सूत्रों की मानें तो टेक्निकल मोबाइल टावर और आईपी इवैल्युएशन के आधार पर यह पता चला है कि मनसुख हिरेन की जब हत्या हुई थी तो वह गाड़ी में मौजूद था। वहीं जानकारी यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि अपराध के वक्त निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे मौजूद था या नहीं। सचिन वाझे इस समय एनआईए की गिरफ्त में है और उससे पूछताछ जारी है। वहीं स माामले में एटीएस ने पूर्व कांस्टेबल विनायक शिंदे और नरेश धारे को गिरफ्तार किया है। एटीएस इन दोनों से पूछताछ के साथ ही फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की मदद से कुछ क्लू तलाशने में लगी हुई है।

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मनसुख के शरीर पर मिले थे चोट के निशान

बताते चलें कि मनसुख हिरेन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसके चेहरे पा चोट के निशान पाए गए थे। इससे यह लगता है कि मारने से पहले उसके साथ जबरदस्ती की गई थी और उसे क्लोरोफॉर्म देने के लिए ऐसा किया गया होगा। मनसुख के चेहरे के बाईं तरफ जख्म मिले थे तथा नाक के ऊपरी हिस्से पर भी चोट के निशान थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसके शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोट के निशान मिले थे। एटीएस अधिकारियों का मानना है कि जब मनसुख हिरेन को क्लोरोफॉम देने की कोशिश की गई होगी तो उसने इसका विरोध किया होगा। इसी को लेकर उसके साथ मारपीट की गई होगी।

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