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APJ Abdul Kalam की जयंती, अमित शाह समेत इन दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि
आज का दिन भारतीय इतिहास में बेहद खास दिन है। आज के दिन देश के पूर्व राष्ट्रपति महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने जन्म लिया था। जिनके मन में हमेशा से ही भारत को एक विकशित देश बनाने का सपना था।
आज का दिन भारतीय इतिहास में बेहद खास दिन है। आज के दिन देश के पूर्व राष्ट्रपति महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने जन्म लिया था। जिनके मन में हमेशा से ही भारत को एक विकशित देश बनाने का सपना था।
कई दिग्गज ने दी श्रद्धांजलि
15 अक्टूबर, 1931 को रामेश्वरम (तमिलनाडु ) में अब्दुल कलाम का जन्म हुआ था। आज उनके जंयती के अवसर पर देश के कई दिग्गज उन्हें सलाम कर रहे हैं। जिनमे देश के गृह मंत्री अमित शाह का नाम सबसे आगे है। साथ ही अन्य कई केंद्रीय मंत्रियों ने भी ट्वीट के जरिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को याद किया।
गृह मंत्री ने किया पोस्ट
गृह मंत्री अमित शाह ने अब्दुल कलाम को याद करते हुए अपने ट्वीट में लिखा- ‘डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर नमन। एक विज़नरी लीडर, भारत के स्पेस और मिसाइल प्रोग्राम को गढ़ने वाले, जो हमेशा ही एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते थे। विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान सभी के लिए प्रेरणादायी है।’
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर
वही केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी अब्दुल कलाम के जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर अब्दुल कलाम जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। 21वीं सदी के भारत को समर्थ, सशक्त और सक्षम बनाने उनका योगदान अतुलनीय है। उनके आदर्श और अनमोल विचार हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे, वह युवाओं के प्रेरणास्त्रोत हैं।
गरीब परिवार में हुआ था जन्म
आपको बता दें, कि डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को रामेश्वरम (तमिलनाडु ) के एक गरीब परिवार में हुआ। उनका पूरा नाम डॉक्टर अबुल पाकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम था। गरीब परिवार से होने के बावजूद अब्दुल कलाम ने अपनी पढाई में कोई कमी नहीं आने दी। उनके घर बिजली नही रहती थी जिस कारण वह दीपक जला कर उस रौशनी में पढ़ा करते थे। शुरुआती शिक्षा हासिल करने के बाद उन्होंने फिजिक्स और विज्ञान से जुड़े अन्य विषयों का अध्ययन किया।
लोकप्रिय राष्ट्रपति में से एक
डॉ. कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति रहे, उन्होंने 2002 से 2007 तक राष्ट्रपति का पद संभाला। अब्दुल कलाम को पद्म भूषण (1981), पद्म विभूषण (1990) और भारत रत्न (1997) के सम्मान से नवाज़ा जा चुका है। वो भारत के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपति में से एक रहे, जिनका बच्चों में काफी क्रेज़ था।
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2015 में डॉ. कलाम ने अंतिम सांस
बचपन से ही डॉ. कलाम पायलट बनना चाहते थे , लेकिन किसी कारण उनका यह सपना पूरा ना हो सका। जिसके बाद वह वैज्ञानिक बने और देश के मिसाइल मैन के तौर पर मशहूर हुए। अटल सरकार के कार्यकाल में हुए परमाणु परीक्षण में उनकी अहम भूमिका रही। वह दिन आज तक कोई नही भूल पाया जब शिलॉन्ग में एक लेक्चर देते वक्त उन्हें चक्कर आया और वह वही गिर गए। अस्पताल पहुंचते वक्त उनकी मौत हो गई. 27 जुलाई 2015 को डॉ. कलाम ने अंतिम सांस ली।
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