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एक फिर आए शिक्षाविदों के इस्तीफे, बताई ये बड़ी वजह

अर्थशास्त्री अरविंद सुब्रमण्यम के इस्तीफे से दो दिन पहले ही जाने-माने स्कॉलर, राजनीतिक विश्लेषक और टिप्पणीकार प्रताप भानु मेहता ने अशोका यूनिवर्सिटी से इस्तीफा दे दिया था।

Newstrack
Published on: 19 March 2021 6:44 AM GMT
एक फिर आए शिक्षाविदों के इस्तीफे, बताई ये बड़ी वजह
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अर्थशास्त्री अरविंद सुब्रमण्यम

नई दिल्ली: राजनीतिक विश्लेषक प्रताप भानु मेहता के इस्तीफे के दो दिन बाद अर्थशास्त्री अरविंद सुब्रमण्यम ने अशोका यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर पद से इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक अरविंद सुब्रमण्यम ने पिछले साल ही अशोका यूनिवर्सिटी ज्वाइन की थी। सुब्रमण्यम ने इस्तीफा देने का क्या कारण बताया आइये जानते है।

सुब्रमण्यम ने बताई ये वजह

अर्थशास्त्री अरविंद सुब्रमण्यम के इस्तीफे से दो दिन पहले ही जाने-माने स्कॉलर, राजनीतिक विश्लेषक और टिप्पणीकार प्रताप भानु मेहता ने अशोका यूनिवर्सिटी से इस्तीफा दे दिया था। अरविंद सुब्रमण्यम ने कहा कि अशोका यूनिवर्सिटी में अकादमिक फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन नहीं है। सुब्रमण्यम इकोनॉमिक्स डिपार्टमेंट में प्रोफेसर थे। जिसके साथ ही वह न्यू अशोका सेंटर फॉर इकोनॉमिक पॉलिसी के फाउंडर डायरेक्टर भी रहे हैं।

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यूनिवर्सिटी छोड़ने की राह पर फैकल्टी मेंबर

आपको बता दें कि प्रताप भानु मेहता ने लगातार अपने लेखन से और सार्वजनिक तौर पर सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्हें राजनीतिक अर्थव्यवस्था पर देश के अग्रणी स्‍कॉलर्स में से एक माना जाता है। वहीं छात्र-छात्राओं ने इस मसले को लेकर कैंपस में विरोध जताया। स्टूडेंट्स का कहना है कि मेहता की वापसी को लेकर कोशिश करनी चाहिए। इस मामले को लेकर लोगों का कहना है कि दो और फैकल्टी मेंबर यूनिवर्सिटी छोड़ सकते है।

मेहता से बताई ये वजह

मेहता ने अपने इस्तीफे में लिखा, मेरा अशोका से जाने का समय आ गया है। एक उदार यूनिवर्सिटी को पनपने के लिए उदार राजनीतिक और सामाजिक संदर्भ की जरूरत होती है। मुझे उम्मीद है कि यूनिवर्सिटी ऐसा माहौल बनाने में भूमिका निभाएगी। जानकारी के मुताबिक अशोका के संस्थापक आशीष धवन और प्रमथ राज सिन्हा हाल ने हाल ही में मेहता से मिलकर उन्हें अपने विचारों से अवगत कराया था। जिसके बाद वीसी मालबिका सरकार को लिखे इस्तीफे में मेहता ने कहा कि उनके विचारों के यूनिवर्सिटी के लिए खतरा माना जा रहा है। और इससे यह साफ है कि मेरा अशोका छोड़ने का समय आ गया है।

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