अयोध्या फैसले के दिन ये 183 लोग रहेंगे नजरबंद, जानें क्यों

बताया जा रहा है कि जिस दिन अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आएगा, उस दिन बसपा के पूर्व विधायक योगेश वर्मा समेत 183 लोग नजरबंद रहेंगे।

Shreya
Published on: 8 Nov 2019 3:20 PM GMT
अयोध्या फैसले के दिन ये 183 लोग रहेंगे नजरबंद, जानें क्यों
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अयोध्या: अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला इसी महीने आने की उम्मीद जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि जिस दिन अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आएगा, उस दिन बसपा के पूर्व विधायक योगेश वर्मा समेत 183 लोग नजरबंद रहेंगे। बता दें कि, योगेश वर्मा 2 अप्रैल, 2018 को भारत बंद के दौरान मेरठ में हिंसा फैलाने के मामले में दोषी हैं। पुलिस ने इस मामले की फाइल को दोबारा खोल लिया है। इस मामले में जितने भी लोग जेल गए थे, उन सभी को नजरबंद करने की तैयारी है। इसके अलावा पुलिस और प्रशासन के अधिकारी फैसले वाले दिन इंटरनेट सुविधा को भी बंद कराने पर विचार कर रहे हैं। इसके पीछे का मकसद है कि कोई उस दिन भड़काऊ मैसेज वायरल न करने पाएं।

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मेरठ हिंसा में शामिल लोग होंगे नजरबंद

SSP अजय साहनी ने बताया कि, 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद के दौरान मेरठ में जो हिंसा हुई थी, उसमें शोभापुर पुलिस चौकी फूंक दी गई थी। इसके अलावा विद्रोहियों ने करोड़ों की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। इसमें एक प्रदर्शनकारी की गोली लगने से मौत हो गई थी। इस हिंसा में बसपा के पूर्व विधायक और मेयर पति योगेश वर्मा सहित 183 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। हिंसा में सैकड़ों लोग जेल भी गए थे। अब आशंका जताई जा रही है कि फैसले वाले दिन इन लोगों से शहर का माहौल खराब हो सकता है। इसलिए उन लोगों पर कड़ी नजर रखी जाएगी, जो उस हिंसा में शामिल थे। इसके अलावा इन्हें एक दिन के लिए नजरबंद भी किया जा सकता है।

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विवादित मैसेज व फोटो शेयर करने पर लगा बैन

SSP अजय साहनी ने बताया कि, 10 हजार से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुपों पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि, इसमें जो लोग शामिल हैं, उनमें से कुछ लोगों के नंबर सर्विलांस पर भी लिए गए हैं। इसके अलावा साइबर की अतिरिक्त 4 टीमें बनाई गई हैं और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस साइबर लैब भी आईजी कार्यालय और पीटीएस में अपना काम संभाल रही है। साहनी ने बताया कि मामले से जुड़े विवादित फोटो को शेयर करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। अगर कोई शख्स इसका पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

ड्रोन कैमरे से रखी जाएगी निगरानी

ट्रैफिक पुलिस के पास चार ड्रोन कैमरे हैं। इसके अलावा चार अन्य ड्रोन कैमरों की अलग से व्यवस्था करने की तैयारी है। इन सभी आठ ड्रोन कैमरों द्वारा अतिसंवेदनशील व संवेदनशील क्षेत्र हापुड़ अड्डा, श्याम नगर, लिसाड़ी गेट, पिलोखड़ी का पुल, कांच का पुल, भूमिया पुल, जाकिर कालोनी, सोतीगंज, जली कोठी समेत आदि क्षेत्रों में नजर रखेंगे।

रोजाना हो रही मीटिंग

अयोध्या मामले को लेकर शहर में हर थाना क्षेत्र में 40 से अधिक मीटिंग्स रोजाना हो रही हैं। इसके साथ ही पूरे शहर में 75 से अधिक स्थानों पर अयोध्या मामले को लेकर मीटिंग की जा रही है। सभी सीओ और थानेदारों को हर दिन अलग-अलग वर्ग की बैठक करने का निर्देश है।

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