×

बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक का विलय, जानिए बड़ी बातें

बैंक ऑफ बड़ौदा में दो सरकारी बैकों विजया बैंक और देना बैंक का सोमवार को विलय हो गया। इन दोनों बैंकों के विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया है।

Dharmendra kumar
Published on: 1 April 2019 3:44 PM IST
बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक का विलय, जानिए बड़ी बातें
X

नई दिल्ली: बैंक ऑफ बड़ौदा में दो सरकारी बैकों विजया बैंक और देना बैंक का सोमवार को विलय हो गया। इन दोनों बैंकों के विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया है। विजया बैंक और देना बैंक की सभी शाखाएं 1 अप्रैल से बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं के तौर पर काम कर रही हैं।

रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया ने शनिवार को एक बयान जारी कहा था, 'विजया बैंक और देना बैंक के उपभोक्ताओं को 1 अप्रैल से बैंक ऑफ बड़ौदा का उपभोक्ता माना जाएगा।' केंद्र सरकार ने अतिरिक्त खर्च की भरपाई के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा को 5,042 करोड़ रुपये देने का पिछले सप्ताह निर्णय लिया था।

यह भी पढ़ें...किसानों के लिए खुशखबरी: PM किसान सम्मान निधि की दूसरी किस्त इसी हफ्ते आयेगी

विलय की योजना के तहत विजया बैंक के शेयर धारकों को प्रत्येक 1 हजार शेयरों के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 402 शेयर मिलेंगे। देना बैंक के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक 1 हजार शेयर के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 110 शेयर मिलेंगे। विलय के बाद संयुक्त निकाय का कारोबार 14.82 लाख करोड़ रुपये का हो गया है।

यह भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बना है। इस विलय के बाद देश में सरकारी बैंकों की संख्या कम होकर 18 रह गई है।

-सरकार ने इन दो बैंकों के बैंक ऑफ बड़ौदा में मर्जर का फैसला बढ़ते NPA के बोझ के चलते लिया था। मर्जर से बैंकों के क्रेडिट ग्रोथ में बढ़ोतरी होगी।

यह भी पढ़ें...मुलायम ने अखिलेश संग क्रांति रथ पर सवार हो मैनपुरी में किया नामांकन

-वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कई मौकों पर बड़े और मजबूत बैंकों की वकालत की है। ये बैंकिंग सिस्टम की दक्षता को बढ़ाते हैं।

-सरकार ने बैंकों के कंसॉलिडेशन के लिए कई सारे मॉडलों का अध्ययन किया। अगर बैंक ऑफ बड़ौदा का मर्जर सफल रहेगा तो सरकार और भी बड़ा कमद उठाएगी।

-बैंक ऑफ बड़ौदा के मर्जर पर बारीकी से नजर रखी जाएगी अगर ये प्रयोग सफल होता है तो भविष्य में और भी मर्जर देखने को मिल सकते हैं।

-सरकार 21 बैंकों में मेज्योरिटी हिस्सेदारी रखती है और ये हमारी अर्थव्यवस्था का दो तिहाई है।

यह भी पढ़ें...लोस चुनाव : महाराष्ट्र में निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए 198 चुनाव चिह्न

-मर्जर की स्कीम के मुताबिक देना बैंक और विजया बैंक दोनों का कारोबार बैंक ऑफ बड़ौदा को ट्रांसफर कर दिया जाएगा। दोनों बैंकों के कर्मचारियों का भी बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय किया जाएगा।

-इसके पहले भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में पांच एसोसिएट बैंकों और एक महिला बैंक का विलय किया गया था।

-दिसंबर में खत्म होने वाली तीसरी तिमाही में बैंक के मुनाफे में 4 गुना की वृद्धि देखी गई थी।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story