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Bank Merger: बड़ौदा यू.पी. बैंक की 268 अर्ध-शहरी और ग्रामीण शाखाओं का होगा विलय, जानिए डिटेल

Bank Merger: हाल ही में एक और बैंक की नीव अब डगमगाती नजर आ रही है। खासकर ग्रामीण वर्ग की हर छोटी, बड़ी जरूरतों पर उनके साथ खड़ा रहने वाला यूपी का बड़ौदा यू.पी. बैंक अब विलय की तरफ बढ़ रहा है। फिलहाल भी इसकी शाखाओं का विलय किया जा रहा है।

Jyotsna Singh
Published on: 24 Aug 2023 4:17 PM GMT
Bank Merger: बड़ौदा यू.पी. बैंक की 268 अर्ध-शहरी और ग्रामीण शाखाओं का होगा विलय, जानिए डिटेल
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Bank Merge (Photo-Social Media)

Bank Merger: पिछले कुछ दशकों में देश में कई बैंकों का विलय होते देखा गया। बिना थमें आगे बढ़ता ये सिलसिला धीरे-धीरे छोटी इकाइयों के अस्तित्व को नेस्तनाबूत करता चला आ रहा है। उत्तर प्रदेश में बैंकों के एकीकरण को लेकर ऐसी प्रक्रिया कई बार दोहराई जा चुकी है। हाल ही में एक और बैंक की नीव अब डगमगाती नजर आ रही है। खासकर ग्रामीण वर्ग की हर छोटी, बड़ी जरूरतों पर उनके साथ खड़ा रहने वाला यूपी का बड़ौदा यू.पी. बैंक अब विलय की तरफ बढ़ रहा है। फिलहाल भी इसकी शाखाओं का विलय किया जा रहा है।

इस खबर के आने के बाद से बैंक के ग्राहकों के बीच अनिश्चितता का माहौल है। उत्तर प्रदेश के गांव, शहर हर जगह दिख जाने वाला एक प्रतिष्ठित बैंक बड़ौदा यू.पी. बैंक अपने विस्तार को अब सीमित करने की तैयारी कर रहा है। जैसा कि आप जानते हैं कि बड़ौदा यू.पी. बैंक में संगठनात्मक संरचना और प्रक्रियाओं में सुधार के लिए, एक प्रबंधन सलाहकार मैसर्स बोस्टन कंसल्टेंसी ग्रुप (बीसीजी) कार्य करता है। बोस्टन कंसल्टेंसी ग्रुप द्वारा प्रस्तावित बड़ौदा यू.पी. बैंक क्षेत्रीय कार्यालय से संबद्ध सभी क्षेत्रों में संचालित केवल अयोध्या को छोड़कर अर्ध-शहरी और ग्रामीण शाखाओं का विलय करना बीसीजी की प्रमुख पहल में शामिल हो चुका है।

विलय के इस फैसले के बाद अब बीसीजी टीम द्वारा तैयार की गई एक सूची में कुल 268 अर्ध-शहरी और ग्रामीण शाखाओं का नाम शामिल है। जिन्हें विभिन्न क्षेत्रों में विलय या फिर बंद करने के लिए चुना गया है, जिसका सारांश इस प्रकार है-पडरौना की ब्रांच 32, खलीलबाद की 21, चंदौली की 15, नौगढ़ की 15, शाहजहांपुर की 14, कानपुर देहात की 13, गोरखपुर की 11, प्रतापगढ़ की 11, बलिया की 10, बरेली की 9, गाजीपुर की 9, महाराज गंज की 9, सुलतानपुर की 9, अमेठी की 8, आजमगढ़ की 8, इटावा की 8, गोरखपुर की 8, प्रयागराज की 8, देवरिया की 7, बलिया-द्वितीय की 6, कौशांबी की 7, फ़तेहपुर की 6, मऊ की 6, भदोही की 5 , वाराणसी की 4, जौनपुर की 3, रायबरेली की 3, बस्ती की 2, कानपुर की 1 यानी कुल योग 268 शाखाओं का विलय बीसीजी द्वारा किए जाने का अंतिम निर्णय लिया जा चुका है।प्रधान कार्यालय बुद्ध विहार व्यावसायिक योजना तारामंडल, गोरखपुर शाखा के महाप्रबंधक कृष्ण कुमार कश्यप द्वारा जारी किए गए पत्र के माध्यम से इस इस बात की पुष्टि हुई है।

Jyotsna Singh

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