×

ममता का एक और पत्र: रेलवे मत भेजे कोई स्पेशल ट्रेन, जानें पूरा मामला

साइक्लोन अम्फान ने पश्चिम बंगाल में तबाही मचा रखी है। बंगाल में अब तक इस तूफ़ान की चपेट में आने से 80 लोगों की जान जा चुकी है। 

Aradhya Tripathi
Published on: 23 May 2020 8:23 AM GMT
ममता का एक और पत्र: रेलवे मत भेजे कोई स्पेशल ट्रेन, जानें पूरा मामला
X

पूरे देश में कोरोना वायरस ने हाहाकार मचा रखा है। ऐसे में लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से कुछ श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं। जिनसे हर राज्य में फंसे श्रमिकों को उनके गृह राज्य तक पहुँचाया जा रहा है। लेकिन इस बीच पश्चिम बंगाल की ममता सरकार रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को पत्र लिख कर ये निवेदन किया है कि 26 मई तक राज्य में कोई भी ट्रेन न भेजे। ये पत्र इस लिए लिखा गया है क्योंकि पश्चिम बंगाल कोरोना के साथ साथ चक्रवाती तूफ़ान अम्फान की भी मार झेल रहा है।

अम्फान की वजह से 26 मई तक ट्रेन न भजने का किया अनुरोध

पश्चिम बंगाल इस समय एक साथ दो दो संकटों से गुजर रहा है। एक तो राज्य में कोरोना वायरस ने काफी समय से हाहाकार मचा रखा है। दूसरे राज्य इस समय चक्रवाती तूफ़ान अम्फान की मार भी झेल रहा है। इस दोहरे संकट की वजह से राज्य की हालत ज्यादा ही खस्ता है। ऐसे में जिला प्रशासन अम्फान से बचाव और राहत कार्य में लगा है। ऐसे में पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को पत्र लिख कर कहा है कि जिला प्रशासन इस समय चक्रवात तूफान अम्फान की वजह से राहत और पुनर्वास के कार्यों में व्यस्त है, इसलिए उनके लिए अगले कुछ दिनों तक स्पेशल ट्रेनों को रिसीव करना संभव नहीं होगा।

ये भी पढ़ें- बढ़ते मामलों के बीच मिली ये छूट: ऑड-ईवन से खुलेंगी शराब की प्राइवेट दुकानें

इसलिए अनुरोध किया जाता है कि 26 मई तक राज्य में कोई भी ट्रेन न भेजी जाए। गौरतलब है कि साइक्लोन अम्फान ने पश्चिम बंगाल में तबाही मचा रखी है। बंगाल में अब तक इस तूफ़ान की चपेट में आने से 80 लोगों की जान जा चुकी है। तूफ़ान कितना भयावह है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार को पीएम मोदी ने खुद इस कोरोना कॉल में 83 दिनों बाद दिल्ली से बाहर निकलते हुए हवाई सर्वेक्षण के जरिये तूफ़ान प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। जिसके बाद उन्होंने राज्य सरकार को एक हजार करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की।

इससे पहले गृह मंत्री शाह ने लिखा था ममता को पत्र

वैसे केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार के बीच अक्सर तनातनी बनी रहती है। जिसके चलते इससे पहले भी ट्रेनों को लेकर चिट्ठी लिखी जा चुकी है। तब केंद्र की तरफ से गृह मंत्री अमित शाह की ओर से एक पत्र बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखा गया था। 9 मई को लिखे पत्र में अमित शाह ने कहा था कि पश्चिम बंगाल सरकार प्रवासी मजदूरों को लेकर जाने वाली ट्रेनों को राज्य पहुंचने की अनुमति नहीं दे रही है जिससे श्रमिकों के लिए और दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं।

ये भी पढ़ें- अल्लाह का करम: विमान हादसे में बच गई ये एयर होस्टेस, दंग रह गया हर कोई

सीएम ममता को लिखे पत्र में गृह मंत्री ने कहा था कि ट्रेनों को पश्चिम बंगाल पहुंचने की अनुमति न देना राज्य के प्रवासी श्रमिकों के साथ अन्याय है। देश के विभिन्न हिस्सों से अलग-अलग गंतव्य स्थानों तक प्रवासी मजदूरों को ले जाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनों का संदर्भ देते हुए, गृह मंत्री ने पत्र में कहा था कि केंद्र ने दो लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने की सुविधा प्रदान की है।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

Next Story