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Telangana News: KCR ने INDIA और NDA से बनाई दूरी,कहा-BRS इन दोनों के साथ नहीं, कांग्रेस पर कसा तंज
Telangana News: 2024 की सियासी जंग से पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने अपना सियासी रुख स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया और भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन एनडीए दोनों के साथ नहीं हैं।
Telangana News: 2024 की सियासी जंग से पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने अपना सियासी रुख स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया और भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन एनडीए दोनों के साथ नहीं हैं। कोल्हापुर में मीडिया से बातचीत के दौरान केसीआर ने कांग्रेस पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 50 साल तक सत्ता में रही, लेकिन वह देश में कोई बदलाव नहीं ला सकी।
तेलंगाना पर मजबूत सियासी पकड़ रखने वाले के चंदशेखर राव का यह रुख विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका देने वाला है। भाजपा के खिलाफ मजबूत गठबंधन बनाने के सिलसिले में केसीआर की विपक्ष के कुछ प्रमुख नेताओं से बातचीत हुई थी मगर इस बातचीत का कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकल सका। बीजू जनता दल के नेता नवीन पटनायक और वाईएसआरसीपी के नेता जगनमोहन रेड्डी के बाद केसीआर का यह बयान सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है।
विपक्षी दलों पर केसीआर का तंज
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम न तो किसी के साथ हैं और न आगे किसी के साथ रहना चाहते हैं। इसी के साथ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हम अकेले भी नहीं हैं। हमारे पास और दोस्त हैं। उन्होंने न्यू इंडिया को लेकर विपक्षी दलों की सोच की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा से पहले वे लंबे समय तक सत्ता में रहे हैं मगर वा किसी भी प्रकार का बदलाव लाने में कामयाब नहीं हो सके।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस 50 वर्षों तक देश की सत्ता में रही मगर उसके राज के दौरान कोई बदलाव नहीं आया। राव ने कहा कि यही कारण है कि हम मौजूदा समय में न तो इंडिया के साथ हैं और न एनडीए के साथ।
केसीआर के रुख से विपक्ष को लगा झटका
भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए के खिलाफ विपक्षी दलों की ओर से हाल में मजबूत मोर्चा का गठन किया गया है। बेंगलुरु में हाल में हुई बैठक के दौरान विपक्षी मोर्चे इंडिया का गठन करने के साथ ही भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए के खिलाफ के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ने का ऐलान किया गया था। अब केसीआर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे आने वाले दिनों में विपक्षी दलों के इस मोर्चे में शामिल नहीं होने वाले हैं।
केसीआर का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब दो और मजबूत क्षेत्रीय दलों ने विपक्ष को करारा झटका दिया है। ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल और आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी ने दिल्ली से जुड़े विधेयक पर केंद्र सरकार के रुख का समर्थन किया है। जहां विपक्षी दलों की ओर से इस विधेयक का जोरदार विरोध किया जा रहा है वहीं इन दो प्रमुख क्षेत्रीय दलों ने विधेयक का समर्थन करने का फैसला किया है। इन दो क्षेत्रीय दलों के समर्थन से अब विधेयक का राज्यसभा में भी पारित होना तय हो गया है।
विधेयक का बीआरएस करेगी विरोध
वैसे इंडिया के साथ जुड़ने से इनकार करने वाले के चंद्रशेखर राव की पार्टी बीआरएस ने दिल्ली से जुड़े विधेयक का विरोध करने का फैसला किया है। बीआरएस के सभी सांसदों को जारी किए गए व्हिप में पार्टी नेतृत्व ने इस विधेयक के खिलाफ मतदान करने का निर्देश दिया है। राज्यसभा में बीआरएस के सात सदस्य हैं मगर बीजू जनता दल और वाईएसआरसीपी के केंद्र सरकार के समर्थन में चले जाने से अब विपक्ष की मुहिम फेल साबित होती हुई दिख रही है।
विपक्षी दलों की एकजुटता के सिलसिले में अभी तक पटना और बेंगलुरु में दो बैठकें हो चुकी हैं मगर केसीआर ने इन दोनों बैठकों से दूरी बनाए रखी। अब उन्होंने आने वाले दिनों में भी अपना रुख पूरी तरह साफ कर दिया है। उनके बयान से साफ हो गया है कि वे 'अकेला चलो' की राह पर चलने वाले हैं। ऐसे में तेलंगाना में होने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बनते दिख रहे हैं।