×

Mission 2024: बंद कमरे में हुई गुफ्तगू से सत्ता में गरमाहट, नीतीश कुमार,खड़गे और राहुल गांधी में विपक्षी एकजुटता पर चर्चा, तेजस्वी यादव भी मौजूद

CM Nitish and Rahul Gandhi Meeting: विपक्षी डलो की एकजुतटा को देखते हुए चुनाव से पहली बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जन खड़गे से दिल्ली स्तिथ उनके आवास पर मिले। मंगलवार को मल्लिकार्जन खड़गे ने लालू प्रसाद यादव से भी मुलाक़ात करी।

Anshuman Tiwari
Published on: 12 April 2023 7:42 PM IST (Updated on: 12 April 2023 8:35 PM IST)
Mission 2024: बंद कमरे में हुई गुफ्तगू से सत्ता में गरमाहट, नीतीश कुमार,खड़गे और राहुल गांधी में विपक्षी एकजुटता पर चर्चा, तेजस्वी यादव भी मौजूद
X
बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जन खड़गे से हुई मुलाक़ात

CM Nitish and Rahul Gandhi Meeting: 2024 की सियासी जंग से पहले विपक्षी दलों की एकजुटता की बड़ी कवायद शुरू हो गई है। इस कवायद के सूत्रधार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं जिन्होंने आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। इस मुलाकात को सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है। सियासी जानकारों का मानना है कि अडानी प्रकरण और राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किए जाने के मुद्दे पर विपक्ष के तीखे तेवर के बीच यह मुलाकात आने वाले दिनों में बड़ा गुल खिला सकती है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को ही राजधानी दिल्ली के चार दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे। मंगलवार को उन्होंने राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव से भी मुलाकात की थी। पिछले साल सितंबर के बाद नीतीश कुमार ने विपक्षी एका की कवायद नए सिरे से शुरू की है। पिछले साल नीतीश का प्रयास ज्यादा रंग नहीं दिखा सका मगर इस बार बदले सियासी माहौल में नए सिरे से उनकी कोशिशें रंग दिखा सकती हैं।

विपक्ष का मजबूत मोर्चा बनाने की कोशिश

नीतीश कुमार ने बिहार में भाजपा के खिलाफ बड़ी मुहिम छेड़ रखी है। अब वे राष्ट्रीय स्तर पर भी भाजपा के खिलाफ विपक्ष का मजबूत मोर्चा बनाने की कोशिश में जुट गए हैं। दिल्ली यात्रा के दौरान उनकी एनसीपी के मुखिया शरद पवार और दिल्ली के मुख्यमंत्री व आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ भी मुलाकात होनी है। इन नेताओं के अलावा वे विपक्ष के कुछ और बड़े नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं।

बिहार के डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव पहले से ही दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को तेजस्वी यादव से लंबी पूछताछ की थी। विपक्षी नेताओं के साथ नीतीश की मुलाकात के दौरान तेजस्वी के भी मौजूद रहने की संभावना है।

लालू यादव से भी सियासी रणनीति पर चर्चा

इससे पूर्व नीतीश राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव से भी देश के सियासी हालात पर महत्वपूर्ण चर्चा कर चुके हैं। मंगलवार को दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने देर शाम लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करके उनका हालचाल पूछा। लालू भाजपा के खिलाफ नीतीश की मुहिम का खुलकर समर्थन कर रहे हैं।

जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच बिहार के सियासी हालात और आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई है। बाद में नीतीश तेजस्वी यादव के घर पर भी पहुंचे। उन्होंने तेजस्वी यादव और उनकी पत्नी से मुलाकात करने के साथ ही उनकी बेटी को आशीर्वाद भी दिया।

विपक्ष की एकजुटता पर गहन चर्चा

दिल्ली यात्रा के दौरान नीतीश कुमार बुधवार को दोपहर के समय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर पहुंचे। यहां पर नीतीश कुमार की खड़गे और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ गहन सियासी चर्चा हुई। इस मुलाकात के दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद भी मौजूद थे।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कुछ दिनों पूर्व फोन पर नीतीश कुमार से विपक्षी एकजुटता के मुद्दे पर चर्चा की थी। इस बातचीत के बाद ही नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर पहुंचे हैं। यही कारण है कि कांग्रेस नेताओं के साथ नीतीश कुमार की इस बैठक को सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
हालांकि अभी तक इस मुलाकात के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है मगर जानकार सूत्रों का कहना है कि इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान विपक्षी एकजुटता और भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ने की रणनीति पर चर्चा की गई।

पीएम पद के चेहरे को लेकर सबसे बड़ा पेंच

विपक्षी एकता में सबसे बड़ा पेंच प्रधानमंत्री पद के चेहरे को लेकर फंसा हुआ है। जदयू के नेता समय-समय पर प्रधानमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार का नाम उछलते रहे हैं। हालांकि नीतीश कुमार खुद को पीएम पद का दावेदार मानने से इनकार करते रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं को पीएम पद के चेहरे के रूप में राहुल गांधी के सिवा कोई और नेता मंजूर नहीं है। प्रधानमंत्री पद को लेकर फंसा यह पेंच ही विपक्षी एकजुटता में सबसे बड़ी बाधा माना जा रहा है।
कुछ विपक्षी नेता प्रधानमंत्री पद का मुद्दा चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद सुलझाने पर जोर देते रहे हैं। हालांकि इस पर भी आम सहमति नहीं बन सकी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किए जाने के मुद्दे और अडानी प्रकरण पर कांग्रेस को कई विपक्षी दलों का समर्थन मिला है। ऐसे में माना जा रहा है कि नीतीश कुमार और कांग्रेस मिलकर 2024 में विपक्षी एकजुटता का ताना-बाना बुन सकते हैं।

नीतीश कुमार ने बातचीत को सकारात्मक बताया

राहुल गांधी और खड़गे से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम लोगों के बीच विपक्ष की एकजुटता पर बातचीत हुई है। हमारी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा पार्टियों को एक मंच पर लाया जाए। उन्होंने कांग्रेस नेताओं के साथ हुई बातचीत को सकारात्मक बताया।
राहुल गांधी ने कहा कि नीतीश कुमार ने विपक्ष को एकजुट बनाने के लिए बहुत अच्छी पहल की है। विपक्षी एकजुटता के दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि हम विचारधारा की लड़ाई आगे भी लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि देश पर आक्रमण के खिलाफ लड़ाई में हम सभी एकजुट हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे, तेजस्वी यादव, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह भी मौजूद थे।

तेजस्वी की बिटिया को खिलाने पहुंचे सीएम

बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की बिटिया को आशीर्वाद देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके आवास पहुंचे। दिल्ली यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव से भी मुलाकात की।

Anshuman Tiwari

Anshuman Tiwari

Next Story