×

किसानों का हमदर्द बनने की होड़ः भाजपा- कांग्रेस समेत ये दल भी रेस में...

कांग्रेस ने उन्हे बताया है कि, यह काला क़ानून कृषि को ख़त्म कर देगा। कांग्रेस के किसान सम्मेलन में पहुंचे एक दूसरे किसान

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 10 Oct 2020 8:00 PM IST
किसानों का हमदर्द बनने की होड़ः भाजपा- कांग्रेस समेत ये दल भी रेस में...
X
नए कृषि कानूनों से किसानों को घाटा उठाना पड़ेगा। लिहाज़ा, वे लोग अपना विरोध दर्ज करने के लिए किसान सम्मेलन में पहुंचे हैं।

रांची : कृषि और किसानों से जुड़े तीन कानूनों के सामने आने के बाद संसद से लेकर सड़क तक समर्थन और विरोध के स्वर बुलंद हो रहे हैं। झारखंड में भी कृषि कानूनों को लेकर जमकर राजनीति हो रही है। प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा इन कानूनों को कृषि और किसानों के लिए बेहतर बता रही है जबकि, कांग्रेस इसके अवगुणों को लेकर हमला बोल रही है। दोनों ही पार्टियां खुद को किसानों की हितैषी साबित करने में लगी है।

एक तरफ किसान सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है तो दूसरी ओर किसान संगोष्ठी बुलाई जा रही है। अब सवाल ये है कि, समर्थन और विरोध की इस राजनीति का कितना लाभ किसानों को मिलेगा। कांग्रेस के किसान सम्मेलन में पहुंचे कुछ ऐसे ही किसानों से उनकी राय जानने की कोशिश की गई।

झारखंड के किसानों की राय

बेहद तामझाम के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के आवास पर किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया। अनगड़ा प्रखंड से पहुंचे कृषक विमल उऱांव ने बताया कि, नए कानूनों से किसानों की ज़मीन उनके हाथों से निकल जाएगी। लिहाज़ा, वे लोग इस क़ानून को लेकर डरे हुए हैं। कांग्रेस ने उन्हे बताया है कि, यह काला क़ानून कृषि को ख़त्म कर देगा। कांग्रेस के किसान सम्मेलन में पहुंचे एक दूसरे किसान गणेश भोगता ने बताया कि, नए कृषि कानूनों से किसानों को घाटा उठाना पड़ेगा। लिहाज़ा, वे लोग अपना विरोध दर्ज करने के लिए किसान सम्मेलन में पहुंचे हैं।

यह पढ़ें....हाथरस कांड में CBI जांच कब? CM की सिफारिश के बाद भी नहीं पहुंचा कोई दस्तावेज

jharkhand सोशल मीडिया से फोटो

पूंजीवाद की समर्थक है भाजपा

केंद्र की मोदी सरकार पूंजीवाद की समर्थक है। पूंजीवाद आने से देश का किसान बर्बाद हो जाएगा। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव की मानें तो कांग्रेस शुरू से किसानों की हितैषी रही है। नए कृषि कानून देश के किसानों के विरुद्ध है। किसान सम्मेलन में पहुंचे कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि, किसान कांग्रेस का वोटबैंक नहीं है बल्कि, परिवार की तरह है। किसानों के दुख-दर्द से कांग्रेस को वास्ता रहा है। विरोधी पार्टी के लोग किसानों को बाज़ार मानते हैं। उन्ही लोगों ने आनन-फानन में तीन कानून लाए। देश की जनता ने भाजपा को जनादेश ज़रूर दिया है लेकिन राज्यों के अधिकारों का हनन नहीं होना चाहिए।

भाजपा की किसान संगोष्ठी

कांग्रेस के किसान सम्मेलन के जवाब में भाजपा ने किसान संगोष्ठी का आयोजन किया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि, किसानों की आय दोगुणी करना और उत्पादन बढ़ाने की नीयत से तीन क़ानून लाए गए हैं। देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किसानों का आत्मनिर्भर होना बेहद ज़रूरी है। यह कानून किसानों के लिए खुला बाज़ार, पूंजी निवेश और वस्तु थोक करने की आज़ादी देगा। किसान अपनी शर्तों के साथ उत्पादन बेचेगा।

यह पढ़ें...मिलेगा पैसा ही पैसा: दिवाली से पहले खाते में आएंगे इतने रुपए, जानें पूरी डिटेल

jharkhand सोशल मीडिया से फोटो

बिचौलियों और दलालों के साथ है कांग्रेस

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश की मानें तो मंडियों में दलालों और बिचौलियों का बोलबाला रहा है। कांग्रेस इन बिचौलियों और दलालों की संरक्षक रही है। कृषि कानूनों से बिचौलियों और दलालों की दलाली खत्म हो जाएगी। कांग्रेस ने किसानों को लूटना का काम किया है। जिन्हे गेंहू और धान की जानकारी भी नहीं वे किसानों की बात कर रहे हैं। किसान संगोष्ठी में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि, झारखंड में भाजपा के शासनकाल में किसानों के सम्मान और किसानों के हित में कई योजनाएं शुरू की गई। वर्तमान हेमंत सोरेन की सरकार ने उसे बंद कर दिया है।

रांची से शाहनवाज़ की रिपोर्ट।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story