गडकरी के गढ़ में कांग्रेस ने मारी सेंध, 31 सीट जीतकर हाथ ने छोड़ी छाप

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के गढ़ नागपुर में पार्टी को करारी हार मिली है। नागपुर के धापेवाड़ा में हुए जिला परिषद के चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है। यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार को जीत मिली है।

suman
Published on: 8 Jan 2020 4:41 PM GMT
गडकरी के गढ़ में कांग्रेस ने मारी सेंध, 31 सीट जीतकर हाथ ने छोड़ी छाप
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नागपुर: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के गढ़ नागपुर में पार्टी को करारी हार मिली है। नागपुर के धापेवाड़ा में हुए जिला परिषद के चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है। यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार को जीत मिली है। 31 सीट जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी है।

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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का गांव धपेवाड़ा नागपुर में ही पड़ता है। माना जाता है कि इस इलाके में नितिन गडकरी की वजह से बीजेपी की मजबूत पकड़ है। जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार महेंद्र डोंगरे को जीत मिली है। धापेवाड़ा सीट से महेंद्र डोंगरे अच्छे मतों के साथ चुनाव जीतने में सफल रहे हैं।

एक तरफ जहां महेंद्र डोंगरे को 9,444 वोट मिले, वहीं बीजेपी प्रत्याशी मोमकुवर को महज 5,501 वोट ही हासिल हुए। जिला परिषद की धापेवाड़ा सीट तीन बार से बीजेपी के ही कब्जे में थी। लेकिन इस बार उन्हें कांग्रेस ने बड़ी मात दी है।

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कलमेश्वर तालुका की सीट इस बार आरक्षित वर्ग(एससी) के लिए सुरक्षित था। नागपुर जिला परिषद में कुल 58 सीटें हैं। इस चुनाव के लिए मंगलवार को वोट डाले गए थे। बुधवार को इन सीटों की मतगड़ना शुरू हुई थी। इन चुनावों में बीजेपी को बड़ी हार मिली है। ध्यान देने वाली बात यह है कि बीजेपी के लिए संरक्षक की भूमिका में हमेशा तैयार रहने वाले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का मुख्यालय भी नागपुर में हैं। ऐसे में यह पार्टी की एक बड़ी हार मानी जा सकती है।

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