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कोरोना: ममता के खिलाफ भाजपा नेताओं का अनोखा धरना

बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो और कैलाश विजय वर्गी बंगाल सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गये हैं। दोनो नेता बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ धरने पर हैं।

Aradhya Tripathi
Published on: 26 April 2020 10:01 AM GMT
कोरोना: ममता के खिलाफ भाजपा नेताओं का अनोखा धरना
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देश में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। आए दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। जिउस्से देश में कोरोना को लेकर सरकार सतर्कता बारतती जा रही है। लेकिन देश में इस कोरोना के कहर के साथ पश्चिम बंगाल सरकार और केंद्र सरकार के बीच भी आरोप प्रत्यारोप की जंग लगातार जारी है। कभी बंगाल सरकार की ओर से केंद्र पर निशाना साधा जा रहा है। तो कभी केंद्र सरकार ममता सरकार पर आरोप लगा रही है। ऐसे में अब बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो और कैलाश विजय वर्गी बंगाल सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गये हैं।

विजयवर्गी और सुप्रियो का अनोखा धरना

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कोरोना के प्रकोप के बीच बंगाल की ममता सरकार और केंद्र सरकार के बीच तनाव लगातार जारी है। अब भाजपा के दो नेताओं ने बंगाल सरकार के खिलाफ धरना देने की ठानी है। अन आप सोच रहे होंगे कि पूरे देश में तो लॉकडाउन जारी है ऐसे में धरना कैसे दे सकते हैं। तो बीजेपी नेताओं द्वारा दिया जा रहा ये धरना काफी अनोखा है। और आम धरनों से बिलकुल अलग है। इन दोनों नेताओं द्वारा ये धरना अपने-अपने घरों से दिया जा रहा है। कैलाश विजयवर्गीय इंदौर से तो बाबुल सुप्रियों दिल्ली में धरना दे रहे हैं। दोनो नेता बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ धरने पर हैं। ये धरना बंगाल सरकार की ओर से कोरोना के खिलाफ में केंद्र सरकार का सहयोग न करने के लिए ममता के विरुद्ध दिया जा रहा है।

कोविड-19 टीम ने राज्य सरकार पर लगाया असहयोग का आरोप

पिछले कुछ दिनों से केंद्र सरकार सहित कई विपक्षियों द्वारा बंगाल सरकार पर कोरोना के खिलाफ जंग में केंद्र की सहायता न करने गलत जानकारी पेश करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। अब इसी बीच बंगाल में केंद्र द्वारा कोरोना वायरस का आंकलन करने वाली बने गई टीम ने पश्चिम बंगाल सरकार सहयोग न करने का आरोप लगाया है। कोविड-19 के आंकलन टीम की ओर से कहा गया कि क्या सत्तारूढ़ दल इसके सदस्यों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेगा।

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इसका जवाब देते हुए राज्य सरकार की ओर से टीएमसी केंद्र द्वारा बनाई गई इस टीम को भारत की सबसे अधिक असंवेदनशील टीम बता दिया। जिसके बाद मामला गरमाया। केंद्र द्वारा नियुक्त टीम ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को एक पत्र लिख कर राज्य में हो रही अव्यवस्था व असहयोग का उदाहरण देते हुए बताया कि सरकार की ओर से वाहनों की व्यवस्था और अन्य प्रासंगिक जानकारी प्रदान करने में असहयोग किया जा रहा है। इसके अलावा टीम ने मुख्य सचिव को लिखे पत्र में संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन के सख्त कार्यान्वयन का सुझाव दिया।

कोविड-19 टीम देश सर्वाधिक असंवेदनशील टीमें- TMC

जिसके बाद ममता सरकार की मुख्य विरोधी पार्टी भाजपा ने राज्य सरकार पर कोरोना वायरस के बारे में जानकारी छुपाने और हेराफेरी करने का आरोप लगाया। भाजपा कीओर से कहा गया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के सहयोगी नियमित रूप से लॉकडाउन के दिशानिर्देशों का उल्लंघन कर रहे हैं। भाजपा की द्वारा की गई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रेस वार्ता में केंदीय मंत्री देबश्री चौधरी ने पश्चिम बंगाल के टीएमसी सांसदों सहित हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में उन्हें जबरन घरों में रहने पर मजबूर किया जा रहा है जबकि तृणमूल कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को घूमने की अनुमति मिली हुई है।

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जबकि राज्य में दौरा कर रहीं कोविड-19 की टीमों को सत्तारूढ़ टीएमसी देश सर्वाधिक असंवेदनशील टीमें बताते हुए कहा कि ये बेशर्मी से राजनीतिक वायरस फैलाने की कोशिश कर रही हैं। राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट किया, '' जैसी उम्मीद थी, आईएमसीटी के बंगाल दौरे का कोई मकसद नहीं है। वे ऐसे जिलों का दौरा कर रही है जहां हॉटस्पॉट नहीं है। बंगाल से ऑडिट कमेटी के लिए कह रही हैं जो कि अप्रैल की शुरूआत से ही है।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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