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Rajya Sabha Election 2023: पश्चिम बंगाल से पहली बार राज्यसभा में BJP का सदस्य, TMC के छह उम्मीदवार भी निर्विरोध जीते

Rajya Sabha Election 2023: राज्यसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में सभी सातों उम्मीदवार निर्विरोध जीत गए हैं। इनमें तृणमूल कांग्रेस (TMC) के छह और भाजपा का एक सदस्य शामिल है। राज्यसभा चुनाव में भाजपा के डमी उम्मीदवार रथींद्र बोस ने अपना नामांकन वापस ले लिया है।

Anshuman Tiwari
Published on: 16 July 2023 9:56 AM IST
Rajya Sabha Election 2023: पश्चिम बंगाल से पहली बार राज्यसभा में BJP का सदस्य, TMC के छह उम्मीदवार भी निर्विरोध जीते
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Rajya Sabha Election 2023, West Bengal (Photo: Social Media)

Rajya Sabha Election 2023: राज्यसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में सभी सातों उम्मीदवार निर्विरोध जीत गए हैं। इनमें तृणमूल कांग्रेस (TMC) के छह और भाजपा का एक सदस्य शामिल है। राज्यसभा चुनाव में भाजपा के डमी उम्मीदवार रथींद्र बोस ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। पश्चिम बंगाल में राज्यसभा की सात सीटों के लिए 24 जुलाई को चुनाव होने वाला था।

नामांकन पत्रों की जांच पड़ताल में इन सातों उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाए गए हैं। किसी अन्य उम्मीदवार की ओर से नामांकन न दाखिल किए जाने के कारण ये सातों उम्मीदवार निर्विरोध जीत गए हैं। यह पहला मौका है जब पश्चिम बंगाल से भाजपा का कोई उम्मीदवार राज्यसभा के लिए चुना गया है।

टीएमसी के सभी उम्मीदवार निर्विरोध जीते

पश्चिम बंगाल में राज्यसभा चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस की ओर से डेरेक ओ ब्रायन, सुखेंदु शेखर रे, डोला सेन, साकेत गोखले, समीरुल इस्लाम और प्रकाश चिक बड़ाइक को उम्मीदवार घोषित किया गया था। तृणमूल कांग्रेस के ये सभी उम्मीदवार निर्विरोध जीतने में कामयाब रहे हैं।
ब्रायन 2011 से ही राज्यसभा में टीएमसी के सदस्य हैं और मौजूदा समय में वे राज्यसभा में टीएमसी के नेता पद की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। सुखेंदु शेखर 2012 में पहली बार राज्यसभा का सदस्य बने थे और वे फिर सदन की सदस्यता हासिल करने में कामयाब रहे हैं। डोला सेन ने भी उच्च सदन में अपनी सीट बरकरार रखी है।

भाजपा के अनंत महाराज भी जीतने में कामयाब

पश्चिम बंगाल में शनिवार को नामांकन वापसी का आखिरी दिन था। सात उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाए जाने के बाद भाजपा के डमी उम्मीदवार रविंद्र बोस ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया। भाजपा को पश्चिम बंगाल से पहली बार उच्च सदन में प्रतिनिधित्व हासिल हुआ है। भाजपा के उम्मीदवार अनंत महाराज पहली बार पश्चिम बंगाल से उच्च सदन में पहुंचने में कामयाब रहे हैं। अनंत महाराज ने 13 जुलाई को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया था।

भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव का समीकरण साधने के लिए अनंत महाराज को चुनाव मैदान में उतारा था। अनंत महाराज पश्चिम बंगाल में राजवंशी समुदाय के नेता और ग्रेटर कूचबिहार आंदोलन के प्रमुख हैं। अनंत महाराज का ताल्लुक एससी समुदाय से है और उत्तरी बंगाल में करीब 30 फ़ीसदी एससी मतदाता है। जानकारों का मानना है कि इसी कारण भाजपा की ओर से अनंत महाराज को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया गया है।

गुजरात में भी भाजपा की निर्विरोध जीत तय

गुजरात में भी भाजपा के तीन उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय है। गुजरात से भाजपा ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा बाबूभाई जेस॔ग भाई देसाई और केसरी देव सिंह जाला को अपना उम्मीदवार बनाया है। गुजरात में हुए पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी और गुजरात से पार्टी के तीनों उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है। संख्या बल कम होने के कारण कांग्रेस ने गुजरात में अपना कोई उम्मीदवार चुनाव मैदान में नहीं उतारा है।
भाजपा उम्मीदवार बाबूभाई पूर्व विधायक हैं और द्वारकाधीश मंदिर के प्रमुख दानकर्ता हैं। केसरी देव सिंह का ताल्लुक सौराष्ट्र में बांकानेर के शाही परिवार से है। गुजरात में उम्मीदवार बनने के लिए काफी जोड़-तोड़ की जा रही थी मगर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इन तीन नामों को ही हरी झंडी दी थी।

Anshuman Tiwari

Anshuman Tiwari

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