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Bihar Train Accident: बक्सर ट्रेन हादसे के पीछे कहीं साजिश तो नहीं, कई जगहों पर टूटी मिलीं रेल पटरियां, हाईलेवल जांच में होगा खुलासा
Bihar Train Accident: रेलवे बोर्ड ने इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार का कहना है कि हादसे की वजह के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी मगर हर पहलू पर जांच शुरू कर दी गई है।
Bihar Train Accident: बिहार में बक्सर के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। यह ट्रेन दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से कामाख्या जा रही थी मगर रघुनाथपुर के पास ट्रेन की 21 बोगियां पटरी से उतर गईं और दो बोगियां पलट गईं। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और करीब 100 लोग घायल हो गए हैं। गंभीर रूप से घायल 20 लोगों को पटना एम्स रेफर किया गया है और मौतों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका बनी हुई है।
इस हादसे में साजिश का शक गहरा गया है क्योंकि जांच के दौरान रेल की पटरियां कई स्थानों पर टूटी हुई मिली हैं। ऐसे में पटरियों से छेड़छाड़ की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। अफसर अभी इस बाबत टिप्पणी करने से बच रहे हैं। उन्होंने अभी तक यह नहीं बताया है कि यह दुर्घटना पटरी के टूटने की वजह से हुई या हादसे के बाद रेल पटरियां इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। रेलवे बोर्ड ने इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार का कहना है कि हादसे की वजह के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी मगर हर पहलू पर जांच शुरू कर दी गई है।
बक्सर से खुलने के नौ मिनट बाद हादसा
रेलवे के अफसरों का कहना है कि अभी तक की जांच में यह पता चला है कि बक्सर से खुलने के नौ मिनट बाद ही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे के समय ट्रेन की रफ्तार करीब 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की बताई जा रही है। ट्रेन की रफ्तार तेज होने के कारण ट्रेन की लगभग सभी बोगियां अप लाइन पर गिरकर पलट गईं। यदि उस वक्त अप लाइन पर किसी ट्रेन के आने का समय होता तो यह हादसा काफी भयानक हो सकता था। ऐसी स्थिति में बालासोर जैसा ट्रेन हादसा भी हो सकता था।
पटरियों से छेड़छाड़ की आशंका
दुर्घटना स्थल के पास रेल की पटरियां कई स्थानों पर टूटी हुई मिली हैं जिसकी वजह से पटरियों से छेड़छाड़ की आशंका जताई जा रही है। यही कारण है कि साजिश की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता मगर अभी तक इस बाबत कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। दुर्घटना के बाद मौके पर पहुंचे रेल अफसरों को पटरिया काफी दूर-दूर तक टूटी हुई मिली हैं। वैसे रेलवे के अफसर इस बाबत कोई भी टिप्पणी करने से बच रहे हैं। रेलवे अफसरों का कहना है की जांच में दुर्घटना के कारणों का खुलासा होगा।
जांच के आदेश,राहत कार्यों पर फोकस
दुर्घटना के बाद ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड ने आनंद फानन में दुर्घटना के संबंध में रेल कंट्रोल रूम को सूचना दी। दुर्घटना की जानकारी मिलते ही प और डाउन लाइनों पर ट्रेनों का आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया। सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि रेलवे बोर्ड की ओर से इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही दुर्घटना के स्पष्ट कारणों का पता लग सकेगा। उन्होंने कहा कि हादसे के कारणों के संबंध में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
रेलवे के वरिष्ठ अफसर दुर्घटना स्थल पर कैंप कर रहे हैं और मौजूदा समय में पूरा फोकस बचाव और राहत कार्यों पर है। दुर्घटना स्थल पर फंसे यात्रियों को कामाख्या तक पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेन की व्यवस्था की गई है। मौके पर मेडिकल टीम भी पहुंच गई है और यात्रियों को राहत पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री दुर्घटना स्थल पर पहुंचे
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे भी गुरुवार की सुबह दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के संबंध में जानकारी मिलने के तुरंत बाद उन्होंने रेल मंत्री, NDRF, SDRF, बिहार के मुख्य सचिव, जिलाधिकारी आदि अधिकारियों को सूचना दी। उन्होंने स्थानीय लोगों से दुर्घटना से पीड़ित लोगों की मदद करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की ओर से राहत पहुंचाने के किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रेल परिचालन को फिर दुरुस्त बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
दूसरी ओर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के प्रति गहरी संवेदना जताई है। उन्होंने कहा कि इस अपूरणीय क्षति के लिए गहरी संवेदनाएं। रेल मंत्री ने कहा कि नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही इसका पता लगा लिया जाएगा।