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CAA हिंसा: उपद्रवियों ने किया तांडव, हेड कॉन्स्टेबल समेत 3 की मौत

तीन दशक से दिल्ली में हूं। अपने ही शहर में इतना डर कभी नही लगा। क्या हो गया है ये? कौन लोग हैं जो दिल्ली में आग लगा रहे हैं? बेहद दुखी और शर्मिंदा हूं आज। ये हमारी प्यारी दिल्ली है। देश की राजधानी है। इसे बचाना ही होगा।

SK Gautam
Published on: 24 Feb 2020 4:52 PM GMT
CAA हिंसा: उपद्रवियों ने किया तांडव, हेड कॉन्स्टेबल समेत 3 की मौत
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नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर दिल्ली की सड़कों पर फिर से उपद्रवियों ने हिंसक विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग और समर्थक आमने-सामने आ गए हैं। सोमवार को मौजपुर में दोनों ओर से जमकर पत्थरबाजी की गई और कई गाड़ियों में आग लगा दी गई। इस घटना के दौरान एक हेड कॉन्स्टेबल और 2 नागरिकों की मौत हो गई। नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के तनाव वाले क्षेत्र में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया हैऔर कर्फ्यू भी लगा दिया गया है।

युवक ने पुलिस के सामने ही फायरिंग कर दी

बड़ी खबर दिल्ली से हैं, जहां सीएए के खिलाफ हो रहा प्रदर्शन एक पुलिसकर्मी की मौत का सबब बन गया। इस मौके पर पुलिस मौजूद थी लेकिन फिर भी एक युवक ने पुलिस के सामने ही फायरिंग कर दी। बता दें कि रविवार को भी प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गयी थी। जिसमें 10 पुलिसकर्मी घायल हो गये थे। वहीं प्रदर्शन को खत्म कराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शाहीनबाग में वार्ताकार नियुक्त किये थे, जिसकी रिपोर्ट आज कोर्ट में पेश की गयी। मामले में सुनवाई 26 फरवरी को होगी।

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दिल्ली में सीएए का विरोध हुआ हिंसक

राजधानी दिल्‍ली के मौजपुर इलाके में CAA के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन में सोमवार को हिंसा भड़क गयी। दो गुटों के बीच मौजपुर चौक पर पत्‍थरबाजी हुई। इसके बाद उपद्रवियों ने दो वाहनों में आग लगा दी और एक ऑटो में भी तोड़फोड़ की।

राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल

नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में CAA को लेकर भड़की हिंसा में हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की जान चली गई। वो मूलरूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे। रतन लाल 1998 में बतौर कॉन्स्टेबल दिल्ली पुलिस में शामिल हुए थे। वो गोकुलपुरी एसीपी कार्यालय में तैनात थे। उनके परिवार में पत्नी और 3 बच्चे हैं।

परिवार ने दावा किया फुरकान अंसारी की मौत गोली लगने से हुई

CAA को लेकर भड़की हिंसा में फुरकान अंसारी (32) की मौत हुई है। वो हैंडक्राफ्ट का काम करते थे। उनके परिवार ने दावा किया है कि फुरकान की मौत गोली लगने की वजह से हुई है।

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तीसरे मृतक की पहचान शाहिद के रूप में

CAA को लेकर दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक तीन की जान जा चुकी है। इसमें एक हेड कॉन्स्टेबल और 2 नागरिक शामिल हैं। तीसरे मृतक की पहचान शाहिद के रूप में हुई है।

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा- तीन दशक से दिल्ली में हूं, लेकिन इतना डर कभी नहीं लगा

तीन दशक से दिल्ली में हूं। अपने ही शहर में इतना डर कभी नही लगा। क्या हो गया है ये? कौन लोग हैं जो दिल्ली में आग लगा रहे हैं? बेहद दुखी और शर्मिंदा हूं आज। ये हमारी प्यारी दिल्ली है। देश की राजधानी है। इसे बचाना ही होगा।

शाहीनबाग के बाद अब यहां विरोध

जानकारी मिल रही है कि प्रदर्शनकारियों ने एक घर को भी आग लगा दी। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस ने भीड़ को रोकने की कोशिश की। इसके लिए भीड़ पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इसके पहले मौजपुर इलाके में रविवार को भी प्रदर्शनकारी उग्र हो गए थे। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। लोगों को शांत कराने की लगातार कोशिश को रही हैं।

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बंद किये गये ये मार्ग:

बता दें कि शाहीनबाग़ के बाद दिल्ली के कई इलाकों में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है। कई रास्ते बाधित हो गये और यातायात प्रभावित हुआ है। इस कड़ी में दिल्ली मेट्रो ने जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए।

दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (DMRC) ने ट्वीट करके सूचना दी कि, ‘जाफराबाद तथा मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों के एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए गए हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रूकेंगी।’

नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हिंसा की घटनाओं के बाद खजूरी खास इलाके में भारी सुरक्षाबल तैनात किया गया है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।

कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली में आज पूरा दिन हिंसा से भरा रहा। हिंसा से सिर्फ और सिर्फ आम जनता और देश का नुकसान होता है। इसे रोकने की जिम्मेदारी हम सबकी है।

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