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यस बैंक घोटाला: कोर्ट ने वधावन बंधुओं को एक मई तक CBI हिरासत में भेजा

यस बैंक धोखाधड़ी मामले में दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के प्रमोटर कपिल वधावन और उनके भाई धीरज वधावन की एक मई तक सीबीआई हिरासत में रहेंगे।

Dharmendra kumar
Published on: 30 April 2020 1:22 AM IST
यस बैंक घोटाला: कोर्ट ने वधावन बंधुओं को एक मई तक CBI हिरासत में भेजा
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मुंबई: यस बैंक धोखाधड़ी मामले में दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के प्रमोटर कपिल वधावन और उनके भाई धीरज वधावन की एक मई तक सीबीआई हिरासत में रहेंगे। मुंबई की सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने दोनों की हिरासत एक मई तक के लिए बढ़ा दी है।

सीबीआई ने बुधवार को चार मई तक के लिए वधावन बंधुओं की हिरासत की मांग की थी, लेकिन अदालत ने एक मई तक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि वधावन बंधु यस बैंक धोखाधड़ी मामले की जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।

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सीबीआई ने रविवार को वधावन बंधुओं को महाराष्ट्र के सतारा जिले के महाबलेश्वर से गिरफ्तार किया था। इनको क्वारनटीन से रिहाई के बाद गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने 7 मार्च को यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर, वधावन बंधुओं समेत अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था।

केस दर्ज करने के बाद सीबीआई ने वधावन बंधुओं को समन भेजा था, लेकिन दोनों सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए थे और फरार हो गए थे। सीबीआई ने बताया कि वधावन बंधुओं को कई बार समन भी भेजा गया था, लेकिन वो पेश नहीं हुए थे।

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सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा कि मुंबई की सीबीआई की विशेष अदालत ने 17 मार्च को वधावन बंधुओं के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। अधिकारियों का कहना है कि गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद वधावन बंधु सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए थे।

बता दें कि वधावन बंधुओं ने गैर जमानती वारंट पर 5 मई तक रोक लगाने के लिए स्टे ले लिया था, लेकिन बाद में सीबीआई की दलील सुनने के बाद अदालत ने स्टे आदेश को रद्द कर दिया। महाराष्ट्र पुलिस ने सतारा में वधावन परिवार को देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान गिरफ्तार किया था। 9 अप्रैल को लॉकडाउन तोड़कर वधावन परिवार महाबलेश्वर पहुंच गया था। इसके बाद इनको क्वारनटीन किया गया था, जिसके बाद सीबीआई ने इनको हिरासत में लिया था।

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राणा कपूर के साथ चल रहे केस की सीबीआई जांच में पता चला कि उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वधावन द्वारा बिल्डर लोन की आड़ में 600 करोड़ रुपये दिए गए थे।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

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