×

कश्मीर में गुलाम का कटा टिकट, विरोध करना पड़ गया भारी

गुलाम नबी आजाद को दोपहर 3.30 बजे की फ्लाइट से दिल्ली वापस भेज दिया जायेगा। उनके साथ जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर भी आज सुबह ही श्रीनगर पहुंचे थे। यहां गुलाम नबी आजाद को स्थानीय कांग्रेस नेताओं के साथ कश्मीर के हालात पर बैठक करनी थी।

SK Gautam
Published on: 8 Aug 2019 9:49 AM GMT
कश्मीर में गुलाम का कटा टिकट, विरोध करना पड़ गया भारी
X

नई दिल्ली: धारा- 370 को ख़त्म किये जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में तनाव की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस पार्टी लगातार इसका विरोध कर रही है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद आज पार्टी के नेताओं के साथ बैठक करने के लिए श्रीनगर पहुंचे। लेकिन प्रशासन ने उन्हें आगे नहीं जाने से मना कर दिया और श्रीनगर एयरपोर्ट पर ही रोक दिया। आजाद को अब विस्तारा की अगली फ्लाइट से वापस दिल्ली भेजा जाएगा।

ये भी देखें : कलयुगी टीचर ने छात्रा के साथ किया ये काम, जानकर आप हो जाएंगे शर्मसार

बताया जा रहा है कि गुलाम नबी आजाद को दोपहर 3.30 बजे की फ्लाइट से दिल्ली वापस भेज दिया जायेगा। उनके साथ जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर भी आज सुबह ही श्रीनगर पहुंचे थे। यहां गुलाम नबी आजाद को स्थानीय कांग्रेस नेताओं के साथ कश्मीर के हालात पर बैठक करनी थी।

ये भी देखें : महाराष्ट्र में नाव पलटने से 14 लोगों की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में भी मोदी सरकार का पुरजोर विरोध किया था और जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के फैसले को गैर संवैधानिक करार दिया था।

आर्टिकल 370 को इस तरह कमजोर करना एक गैर-संवैधानिक फैसला है

गुरुवार को श्रीनगर रवाना होने से पहले गुलाम नबी आजाद ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला था । उनका कहना था कि केंद्र ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को कर्फ्यू में रखकर ऐसा फैसला किया है, जो कि शर्मनाक है। इसके अलावा आजाद ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाना और आर्टिकल 370 को इस तरह कमजोर करना एक गैर-संवैधानिक फैसला है।

ये भी देखें : पाकिस्तान और कांग्रेस के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे, बालाकोट ना भूले पाक: गिरिराज सिंह

केंद्र सरकार द्वारा धारा-370 हटाने का का विरोध कांग्रेस कर रही है

बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा और राज्यसभा में मोदी सरकार के फैसले का विरोध किया था और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल के विरोध में वोट किया था। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मोदी सरकार के फैसले की ट्वीट कर आलोचना की थी और इस फैसले को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया था।

अगर कश्मीर की बात करें तो घाटी में अभी भी धारा 144 लगी हुई है और सुरक्षाबलों की भारी संख्या में तैनाती की गई है। जम्मू, श्रीनगर और लद्दाख तीनों ही इलाकों में धारा 144 लगी हुई है, हालांकि लोगों को जरूरत का सामान लेने के लिए बाजार में जाने की छूट दी गई है।

ये भी देखें : यूपी: सोनभद्र में जमीन विवाद को लेकर मारपीट, 6 लोग घायल

बता दें कि सुरक्षा के मद्देनजर घाटी में कई नेताओं को हिरासत में रखा गया है। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, सज्जाद लोन समेत कई नेता अभी भी हिरासत में ही हैं।

SK Gautam

SK Gautam

Next Story