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Chandrayaan 3 Update : चाँद के एक कदम और पास पहुंचा चंद्रयान

Chandrayaan 3 : भारत का महत्वकांक्षी चन्द्रमाँ अभियान सफलता के एक कदम और पास पहुँच गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने लेटेस्ट अपडेट में बताया है कि चंद्रयान 3 अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी की चौथी कक्षा बढ़ाने की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है।

Neel Mani Lal
Published on: 21 July 2023 8:43 AM GMT
Chandrayaan 3 Update : चाँद के एक कदम और पास पहुंचा चंद्रयान
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Chandrayaan 3 : नई दिल्ली : भारत का महत्वकांक्षी चन्द्रमाँ अभियान सफलता के एक कदम और पास पहुँच गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने लेटेस्ट अपडेट में बताया है कि चंद्रयान 3 अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी की चौथी कक्षा बढ़ाने की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है।

पृथ्वी की कक्षाओं से एक एक कर आगे बढ़ने के काम को अर्थ-बाउंड पेरिगी फायरिंग के रूप में जाना जाता है जिसे बेंगलुरु में इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क से किया गया। यह उपलब्धि चंद्रयान 3 को उसके अंतिम गंतव्य - चंद्रमा के करीब ले जाती है। मिशन संचालन के हिस्से के रूप में, अगली फायरिंग 25 जुलाई 2023 को दोपहर 2 से 3 बजे के बीच निर्धारित की गई है।

कुल पांच बार चक्कर लगाने हैं

चंद्रयान 3 अगले महीने चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला है और वर्तमान में यह पृथ्वी के चारों ओर अण्डाकार कक्षाओं में घूम रहा है, और स्टेप बाई स्टेप इन कक्षाओं की ऊंचाई बढ़ा रहा है। माना जाता है कि चंद्रमा की ओर सीधे जाने से पहले अंतरिक्ष यान को लगातार ऊंची और ऊंची कक्षाओं में जाने के लिए पांच ऐसी चढ़ाईयां करनी होंगी। एक बार वहां पहुंचने पर यह यान चंद्रमा की सतह से लगभग 100 किमी दूर एक गोलाकार कक्षा में पहुंचने से पहले धीरे-धीरे चंद्रमा के चारों ओर निचली और निचली कक्षाओं में जाने के लिए समान अभ्यास करेगा। इस गोलाकार कक्षा से चंद्रमा की सतह पर अंतिम अवतरण 23 या 24 अगस्त को होगा।

गोल गोल घूम कर हो रही यात्रा

चंद्रयान 3 की पूरी यात्रा को किफायती बनाने के लिए सीधे चंद्रमा तक जाने के बजाय इसकी यात्रा को घुमावदार मार्ग दिया गया है। चंद्रमा की सीधी यात्रा में लगभग चार दिन लगते हैं लेकिन अंतरिक्ष में आगे जाने के लिए बहुत भारी रॉकेट और भारी मात्रा में ईंधन की आवश्यकता पड़ती है। नासा के यान इसी सीधी चढ़ाई से चंदमा पर पहुंचे हैं। इसके बजाय, चंद्रयान 3 को पृथ्वी के निकट की कक्षा में ले जाया गया जहां से यह स्पीड पकड़ने के लिए गुरुत्वाकर्षण बल का उपयोग कर रहा है, और फिर तेजी लाने और उच्च कक्षा तक पहुंचने के लिए फायर थ्रस्टर्स का उपयोग कर रहा है। इस प्रक्रिया में बहुत कम मात्रा में ईंधन जलता है लेकिन चंद्रमा तक पहुंचने में अधिक समय लगता है। नासा

Neel Mani Lal

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