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Chandrayaan 3 Update Today: आगे बढ़ रहा है चंद्रयान 3, सब सिस्टम दुरुस्त
Chandrayaan 3 Update Today: चंद्रयान - 3 ने सफल लिफ्ट ऑफ के बाद अपनी पहली परीक्षा पास कर ली है। चंद्रयान 3 फिलहाल पृथ्वी की कक्षा में है। इसरो ने ट्वीट करते हुए बताया है कि चंद्रयान सामान्य रूप से नियत प्रोग्राम के अनुसार आगे बढ़ रहा है।
Chandrayaan 3 Update Today: चंद्रयान - 3 ने सफल लिफ्ट ऑफ के बाद अपनी पहली परीक्षा पास कर ली है। चंद्रयान 3 फिलहाल पृथ्वी की कक्षा में है। इसरो ने ट्वीट करते हुए बताया है कि चंद्रयान सामान्य रूप से नियत प्रोग्राम के अनुसार आगे बढ़ रहा है।
चंद्रयान-3 फिलहाल पृथ्वी की एक कक्षा में है जहां से पृथ्वी से न्यूनतम दूरी 173 किलोमीटर और अधिकतम दूरी 41, 762 किलोमीटर है। विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर के निदेशक एस उन्नीकृष्णन नायर ने कहा है कि 14 जुलाई को लॉन्च हुए चंद्रयान-3 ने अब तक बहुत शानदार प्रदर्शन किया है। ये अब तक शुरुआती सभी मानकों पर खरा उतरा है।
उन्होंने कहा कि अब यान में लगे थ्रस्टर्स को फायर किया जाएगा जिससे इसे और आगे की कक्षाओं में पहुंचने में मदद मिलेगी। ऐसे क्रमवार आगे बढ़ते हुए 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर ‘लैंडिंग’ के लिए चंद्रयान-3 को पृथ्वी से दूर ले जाया जाएगा। उन्होंने भरोसा जताया कि चंद्रयान सही तरह से चंद्रमा पर उतरने में सक्षम होगा। चंद्रयान -3 चंद्रमा की सतह पर एक लैंडर को सॉफ्ट-लैंड करने और उसके छह पहियों वाले रोवर को तैनात करने का प्रयास करेगा।
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मुख्य उद्देश्य
इसरो के अनुसार, चंद्रयान -3 मिशन के तीन प्रमुख उद्देश्य हैं : चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और नरम लैंडिंग प्रदर्शित करना, चंद्रमा पर रोवर संचालन करना और चंद्र सतह पर ऑन-साइट प्रयोग करना। चंद्रयान चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने की कोशिश करेगा जहां अभी तक किसी देश का यान नहीं उतरा है। इस क्षेत्र में पानी मौजूद होने के संकेत हैं। यदि चंद्रयान-3 को यहां पानी।के और सबूत मिलते हैं तो इससे कई वैज्ञानिक संभावनाएं खुल जाएंगी। यदि पानी से हाइड्रोजन का दोहन किया जा सके, तो यह चंद्रमा पर स्वच्छ ऊर्जा का एक समृद्ध स्रोत हो सकता है। ये उन संभावनाओं के संकेतक हैं जो चंद्रमा पर मानव जीवन के लिए प्रासंगिक हो सकते हैं।
अंतरिक्ष यान के लिए पृथ्वी से चंद्रमा तक की यात्रा में लगभग एक महीने का समय लगने का अनुमान है और लैंडिंग 23 अगस्त को होने की उम्मीद है। लैंडिंग पर यह एक चंद्र दिवस तक काम करेगा, जो लगभग 14 पृथ्वी दिवस के बराबर है। चंद्रयान-3, भारत का तीसरा चंद्र अन्वेषण मिशन है। जिसकी सफलता पर भारत, अमेरिका, चीन और रूस के बाद चौथा देश बन जाएगा जो चंद्रमा की सतह पर अपना अंतरिक्ष यान उतारेगा और चंद्र सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग के लिए देश की क्षमताओं का प्रदर्शन करेगा।