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जीनियस छात्र का सुसाइड नोट: 5 दिन में हुआ डिकोड, पढ़ कर रो देंगे आप भी

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में कुछ दिन पहले एक 16 साल के नाबालिग छात्र ने अपनी केमेस्ट्री टीचर से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। छात्र टीचर के सैक्सुअल हैरेसमेंट से परेशान था।

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Published on: 25 March 2021 10:45 AM GMT
जीनियस छात्र का सुसाइड नोट: 5 दिन में हुआ डिकोड, पढ़ कर रो देंगे आप भी
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एक जीनियस छात्र का सुसाइड नोट: 5 दिन में हुआ डिकोड, पढ़ कर रो देंगे आप भी

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में कुछ दिन पहले एक 16 साल के नाबालिग छात्र ने अपनी केमेस्ट्री टीचर से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। छात्र टीचर के सैक्सुअल हैरेसमेंट से परेशान था। खुदकुशी से पहले छात्र ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है। मामले की शुरुआती जांच करने वाले तोरवा थाने के सब इंस्पेक्टर निर्मल कुमार घोष ने न्यूज़ ट्रैक को बताया कि सुसाइड करने वाला किशोर पढ़ने लिखने में बड़ा होशियार था।

जीनियस था छात्र

स्कूल में आयोजित होने वाले ओलंपियाड का विजेता रहा है। इतना ही नहीं साइबर टेक्निक के बारे में भी उसकी विशेष जानकारी थी। उसने नोट लिखने के बाद सुसाइड का वीडियो भी बनाया, जिसे शेड्यूल कर अपने दोस्तों को भेजा। पुलिस के मुताबिक उसने जो सुसाइड नोट और अन्य के सारे लेटर लिखे हैं उन सब को रिकॉर्ड किया जा रहा है। उसके दोस्तों के पास मोबाइल फोन में सभी सूचनाएं पहुंची हैं उन सूचनाओं को भी साइबर सेल को सौंप दिया गया है। साइबर सेल के विशेषज्ञ सभी सूचनाओं को रिकॉर्ड करने में लगे हुए हैं।

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पुलिस को कोड लैंग्वेज में लिखे गए सुसाइड नोट को डिकोड कर आरोपी टीचर तक पहुंचने में 5 दिन लग गए। बताया जा रहा है कि महिला टीचर का स्कूल के ही एक स्टाफ से अफेयर था। छात्र ने उस स्टाफ के लिए लिखा है-

"सर को बताना कि मैं उनसे प्यार करता था। वह सबसे अच्छे शिक्षकों में से एक थे। जिन्हें मैंने अपनी आंखों से देखा था। उन्हें बताएं कि मैं उसके साथ अधिक समय बिताना चाहता था। कोई भी उन्हें पसंद नहीं करता था, लेकिन मैंने किया। वह अब तक मुझे मिले सबसे अच्छे इंसानों में से एक थे। मुझे उनसे कभी डर नहीं लगा। शिक्षक के रूप में नहीं, पुरुष के रूप में भी नहीं। वो यह जानते थे कि वो अपनी जिंदगी बना रहे हैं, लेकिन वे दूसरे की जिंदगी तबाह करने का हिस्सा भी बन गए। मैं जिंदा रहना चाहता हूं, अपने लिए, अपने घरवालों के लिए और जो मुझसे प्यार करते हैं उनके लिए बहुत कुछ करना चाहता हूं। मैं जिंदगियां बचाना चाहता हूं, लेकिन मुझे कोई नहीं बचा सकता।"

महिला टीचर के लिए छात्र ने लिखा-

''उसे बताइये कि वह मुझे छोटी-छोटी चीजों के लिए अक्सर ब्लॉक कर देती थी और जरूरत पड़ने पर अनब्लॉक। तब मैंने उससे पूछा था कि वास्तविक जीवन में कैसे ब्लॉक करेंगी, लेकिन उसने ऐसा कर दिया और अनब्लॉक का कोई ऑप्शन भी नहीं है। जब मैंने उसे मजाक में पूछा था कि कोई और मिल गया है क्या, तो उसने कहा था कि क्या मैं 10 के साथ चक्कर चलाऊंगी? फिर बोली थी कि बस कभी शक मत करना।''

आगे छत्र ने लिखा-

''पहले उसने प्यार में फंसाया। फिर जब मुझे सच्चा से प्यार हो गया तो वो मुझे छोड़ने की बात करती थी। मैं मनाता था तो मान जाती। जैसे ही कोई बड़ा काम कर देता तो उसका व्यवहार बदल जाता। उसे इस्तेमाल करना था। उधर सर के साथ, इधर मेरे साथ। अच्छे से पूरा निचोड़ के इस्तेमाल करो, मानसिक, शारीरिक शोषण करो। उसे पता था मैं बेस्ट हूं, पर बर्बाद कर दी। मैं कभी माफ करने वाला नहीं हूं। सब से माफी मांगे वो। कर्म से नहीं बच पाएगी वो।''

छात्र ने ये भी लिखा कि-

''एक बार उसके कारण मैंने सुसाइड अटैम्ट कर लिया, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा, मैं मरना नहीं चाहता था। उसे लगभग सब कुछ दे दिया। जो नहीं दिया, उसने उसे चुरा लिया। मैंने खुद को खो दिया है। मैं हर रोज दर्द में नहीं रह सकता। मैं यह देखने के लिए नहीं रह सकता कि वह अन्य लोगों के जीवन को नष्ट कर दे। अब आप सभी को मेरा बदला लेना है। मेरी मौत व्यर्थ नहीं थी। मैं आपको एक सुसाइड नोट PDF भी भेजूंगा, जो निश्चित रूप से एक पासवर्ड के साथ बंद होगा। उसका जीवन नरक बन जाए।"

एप के जरिये लिखा सुसाइड नोट

साइबर एक्सपर्ट के अनुसार छात्र ने सुसाइड नोट लिखने के लिए 'साइफर एप' का इस्तेमाल किया है। इसके जरिए अंग्रेजी के शब्दों को इधर से उधर खिसका कर नए शब्द बनाए गए हैं। साइबर एक्सपर्ट की मानें तो इसी एप के जरिए सुसाइड नोट का डिकोड किया गया। सुसाइड नोट में A की जगह D लिखा गया। छात्र ने ऐसे ही अक्षरों का हेर-फेर कर शब्द बनाए और 4 पेज का सुसाइड नोट लिखा। साथ ही मैसेज को भेजने के लिए टाइमर भी सेट किया जिसे शिड्यूल कर भेजा गया।

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टीचर का मोबाइल और सोशल मीडिया एकाउंट भी हैक

16 साल का नाबालिग छात्र कितना जीनियस था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने महिला टीचर का फोन और सोशल मीडिया एकाउंट भी हैक कर लिया था। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि टीचर और छात्र घटना से कुछ दिन पहले एक मॉल में मिले थे। छात्र को पहले ही शक था। ऐसे में उसने 15 मिनट के लिए टीचर का मोबाइल मांगा और उसे लौटा दिया। इतनी देर में छात्र ने मोबाइल का कैमरा, उसके सारे फंक्शन, सोशल मीडिया एकाउंट सब हैक कर लिया। टीचर अपने प्रेमी से जब बात करती, तो छात्र को पता चल जाता। मरने से पहले छात्र ने अपने फेसबुक पर सब सार्वजनिक कर दिया।

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