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Chhattisgarh First Phase Voting: मतदान के बीच नक्सलियों ने सुकमा में किया धमाका, सीआरपीएफ जवान जख्मी
Chhattisgarh First Phase Voting: सुकमा जिले में वामपंथी उग्रवादियों ने आईईडी ब्लास्ट किया है। जिसमें सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन का एक जवान जख्मी हो गया।
Chhattisgarh First Phase Voting: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान शुरू हो गया है। प्रथम चरण में नक्सल बेल्ट की लगभग सारी सीटें है। वोटिंग शुरू होते ही नक्सलियों ने खलल पैदा करने की कोशिश शुरू कर दी है। सुकमा जिले में वामपंथी उग्रवादियों ने आईईडी ब्लास्ट किया है। जिसमें सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन का एक जवान जख्मी हो गया। जवान को मतदान स्थल की सुरक्षा में तैनात किया गया था।
जानकारी के मुताबिक, सुकमा में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ है। इसके महज आधा घंटे बाद नक्सिलयों ने ब्लास्ट किया। जिसकी चपेट में आकर जवान जख्मी हो गया। घटना टोंडामर्का इलाके की है। यह इलाका घने जंगलों के बीच पड़ता है और यहां नक्सली काफी सक्रिय रहते हैं। जवान को फौरन वहां से जिला मुख्यालय लाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर अतिरिक्त फोर्स रवाना कर दिया गया है।
कांकेर में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़
सुकमा के बाद कांकेर में नक्सल वारदात हुई है। जिले के बांदे थाना क्षेत्र में नक्सलियों और बीएसएफ और डीआरजी टीम के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। छत्तीसगढ़ पुलिस के मुताबिक, इसमें कुछ नक्सलियों के मारे जाने या घायल होने की भी संभावना है। इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। घटनास्थल से एके47 बरामद किए गए हैं। रविवार को भी जिले के अंतागढ़ इलाके में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। जवानों ने जंगल में बने इनके शिविर को ध्वस्त कर दिया था। हालांकि, सभी नक्सली मौके से भागने में फरार रहे थे। वे आज यानी मंगलवार को हो रहे मतदान में खलल पैदा करने की योजना बना रहे थे।
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वोटिंग का बहिष्कार करते हैं नक्सली
नक्सली हमेशा से चुनाव का बहिष्कार करते रहे हैं। इस बार भी बस्तर में जगह-जगह नक्सलियों ने पर्चा गिराकर लोगों को मतदान से दूर रहने की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि जिस के हाथ में मतदान करने की स्याही पाई गई, उसे काटकर अलग कर दिया जाएगी। इस तरह की धमकियों से स्थानीय लोगों में भी खौफ है। पिछले दिनों नक्सलियों ने एक भाजपा नेता की हत्या भी कर दी थी। यही वजह है कि ऐसे इलाकों में वोटिंग प्रतिशत काफी कम रहता है और अन्य जगहों के मुकाबले यहां मतदान प्रक्रिया भी जल्दी समाप्त कर दी जाती है।
बस्तर संभाग की सभी सीटों पर वोटिंग
नक्सलियों के आतंक को देखते हुए ही 90 सीटों वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा में दो चरण में चुनाव कराने पड़ रहे हैं। पहले चरण में 20 सीटों पर मतदान हो रहा है। जिसमें वामपंथी उग्रवाद से त्रस्त बस्तर संभाग की सभी 12 सीटें भी शामिल हैं। पिछली बार यानी 2018 में 12 में से 11 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। वहीं, महज एक सीट बीजेपी जीत पाई थी। वह सीट भी उपचुनाव में कांग्रेस के पास चली गई।