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चिदंबरम ने सरकार के इस फैसले का किया स्वागत, कहा- चलाई जाए ट्रेन
देश के विभिन्न हिस्सों में प्रवासी मजदूर, छात्र और पर्यटक समेत कई लोग कोरोना लॉकडाउन के कारण अभी फंसे हुए हैं। उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। आज बुधवार को गृह मंत्रालय ने राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए आदेश जारी किया है। गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार, सभी व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जांच की जाए और घर पहुंचाने से पहले उन्हें क्वरंटाइन किया जाए।
नई दिल्ली देश के विभिन्न हिस्सों में प्रवासी मजदूर, छात्र और पर्यटक समेत कई लोग कोरोना लॉकडाउन के कारण अभी फंसे हुए हैं। उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। आज बुधवार को गृह मंत्रालय ने राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए आदेश जारी किया है। गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार, सभी व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जांच की जाए और घर पहुंचाने से पहले उन्हें क्वरंटाइन किया जाए।
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गृह मंत्रालय के इस फैसले पर कांग्रेस ने कहा है कि वो 15 अप्रैल से ही इस तरह की मांग कर रही थी । कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि अब राज्यों को चाहिए कि वे तुरंत कार्रवाई करें और बिना भोजन पानी के फंसे मजदूरों को तुरंत घर भेजें। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा है सिर्फ बसों से इतनी बड़ी संख्या में मजदूरों और नेताओं को ले जाना संभव नहीं है इसलिए सरकार को प्वाइंट टू प्वाइंट सैनिटाइज ट्रेनें चलानी चाहिए।
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सरकारी गाइडलाइन
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर, छात्र अलग अलग जगहों में फंसे हुए हैं और रोजाना फोन कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने इन मजदूरों को वापस भेजने के लिए प्रधानमंत्री से संपर्क किया और अब गृह मंत्रालय का आदेश आया है। अब राज्यों को चाहिए कि वे इन लोगों को तुरंत वापस लाएं।
कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि वे एक राज्य से दूसरे राज्य में मजदूरों और छात्रों को आने जाने की अनुमति देने के फैसले का स्वागत करते हैं। कांग्रेस मध्य अप्रैल से ही ऐसा मांग कर रही थी। हालांकि उन्होंने कहा कि मजदूरों और छात्रों को ले जाने के लिए सिर्फ बसें ही पर्याप्त नहीं होगीं. ये अच्छा होगा कि सरकार एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक सैनिटाइज ट्रेन चलाए, ताकि मजदूर वापस अपने घर जा पाएं।