TRENDING TAGS :
चीन का खात्मा: खुफिया एजेंसी ने सरकार को दी लिस्ट, ये हैं 52 मोबाइल ऐप
बीते मंगलवार को पू्र्वी लद्दाख के गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद से बॉर्डर पर तनाव और पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में भारत ने चीन को राइट टाइम करने की तैयारी कर ली है।
नई दिल्ली : बीते मंगलवार को पू्र्वी लद्दाख के गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद से बॉर्डर पर तनाव और पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में भारत ने चीन को राइट टाइम करने की तैयारी कर ली है। चीन को हर पहलू पर सबक सिखाएगा भारत। इसके साथ ही एलएसी (लाइन ऑफ एक्च्यूअल कंट्रोल) पर ज्यादा से ज्यादा जवानों की तैनाती की जा रही है। इधर हिंद महासागर में भारतीय नौसेना भी अपनी ताकत बढ़ा रही है। इन सबके बीच भारत की खुफिया एजेंसियों के रडार पर चाइनीज ऐप आ गए हैं।
ये भी पढ़ें... भारत 8वीं बार बना UNSC का अस्थायी सदस्य, चीन-पाक समेत सभी देशों का समर्थन
Shein और Club Factory
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारत की खुफिया एजेंसियों ने 52 मोबाइल एप्लिकेशन की लिस्ट जारी की है, जिनका सीधा संबंध चीन से है। इस लिस्ट को अप्रैल में ही बनाया गया था। लेकिन अब सरकार को ये लिस्ट सौंपी गई है, जिससे सरकार इन ऐप को ब्लॉक कर दे या फिर लोगों को डाउनलोड न करने की सलाह देगा।
इसके साथ ही खुफिया एजेंसियों ने अपनी लिस्ट में जिन ऐप को ब्लॉक करने की सलाह दी है, उनमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम और पॉपूलर सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक भी है।
इसके अलावा चाउनीज ऐप यूसी ब्राउजर, शेयरइट, क्लिन-मास्टर जैसे ऐप भी हैं। वहीं शॉपिंग ऐप Shein और Club Factory को भी ब्लॉक करने की सलाह दी गई है। क्योंकि भारत में इन ऐप का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है।
ये भी पढ़ें...रोहतक में आए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 2.1 दर्ज की गई तीव्रता
बीएसएनएल को निर्देश
इन सबके चलते टेलीकॉम मंत्रालय ने बीएसएनएल को चीनी कंपनियों की उपयोगिता को कम करने का निर्देश दिया है।
टेलीकॉम मंत्रालय ने बीएसएनएल को निर्देश दिया है कि अपनी किर्यान्वन में चीनी कंपनियों की उपयोगिता को कम करे। अगर कोई बिडिंग है तो उसपर नए सिरे से विचारविमर्श करे।
इसी मुद्दे पर व्यापारिक संगठन कैट ने चीनी उत्पादों का बहिष्कार और भारतीय वस्तुओं को बढ़ावा देने वाले राष्ट्रीय अभियान को और अधिक तेज करने का फैसला किया है। इस संगठन ने 500 सामानों की सूची तैयार की है, जिससे चीन से नहीं मंगाने का जबर फैसला लिया गया है। भारत इस चाल से चीन को कमजोर कर रहा है।
ये भी पढ़ें...चीन का प्रोपेगेंडा शुरू: इन देशों की सेना की दी धमकी, कहा- घिर चुका है भारत