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चीन पाकिस्तान होंगे नेस्त ओ नाबूद, इतना खास है भारत का ये मिलेट्री पाइंट

इसी निम्मू के पास है चीन का बार्डर जहां से पाकिस्तान और चीन दोनो देशों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा सकती है और किसी भी नापाक हरकत का त्वरित जवाब दिया जा सकता है।  दोनों देशों की ओर से सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी अवांछनीय गतिविधि की यहां से त्वरित रिपोर्टिंग हो सकती है।

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Published on: 3 July 2020 6:02 PM IST
चीन पाकिस्तान होंगे नेस्त ओ नाबूद, इतना खास है भारत का ये मिलेट्री पाइंट
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अचानक लेह में दुर्गम फारवर्ड पोजिशन पर जाकर न केवल सबको चौंका दिया बल्कि देश के दुश्मनों को भी यह स्पष्ट संदेश दे दिया कि किसी भी नापाक हरकत पर अब उनकी खैर नहीं है। पीएम के इस कदम से यह बात भी साफ हो गई कि भारत कहीं पर भी इंच मात्र बैकफुट पर नहीं है। मोदी का यह दौरा गलवान घाटी में हुईझड़प के 18 दिन बाद हुआ है।

निम्मो जिसे निम्बू या निम्मो के नाम से भी जाना जाता है, लद्दाख के लेह जिले के निमू ब्लॉक का मुख्यालय है। यह लेह से ३५ किलोमीटर दूर लकीर तहसील में स्थित है।

निम्मो सामरिक पाइंट

अत्यंत महत्वपूर्ण है यहां चीन और पाकिस्तान की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा सकती है।

निमो सभी रिवर राफ्टिंग समूहों के लिए एक पड़ाव है और वार्षिक रूप से आयोजित ऑल इंडिया रिवर राफ्टिंग अभियान के लिए यह मुख्य शुरुआती बिंदु है, जो सिंधु नदी में किया जाता है। यहाँ का तापमान गर्मियों में 40 ° C से सर्दियों में 29 ° C तक बदलता रहता है।

निम्मू हाउस गांव में एक होटल है; यह जून से सितंबर तक खुला रहता है। निमो में कई पर्यटक स्थल हैं, जिनमें बसगो, लिकिर एट अलची मठ, सिंधु और ज़ांस्कर संगम शामिल हैं। पठार साहिब गुरुद्वारा जो लेह और निमू मार्ग के बीच लेह फॉल्स से 25 किमी दूरी पर स्थित है। निम्मू चाय-समोसे और छोला-पूड़ी के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है।

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मैग्नेट हिल या निमो-लेह मैग्नेट हिल भारत के लद्दाख में लेह के पास स्थित एक गुरुत्वाकर्षण पहाड़ी है। आसपास की भौगोलिक विशेषताओं के कारण, इसमें एक ऑप्टिकल भ्रम होता है जहां वाहन गुरुत्वाकर्षण की अवहेलना में ऊपर की ओर लुढ़कते प्रतीत होते हैं, जबकि वे वास्तव में, ढलान पर होते हैं।

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इसी निम्मू के पास है चीन का बार्डर जहां से पाकिस्तान और चीन दोनो देशों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा सकती है और किसी भी नापाक हरकत का त्वरित जवाब दिया जा सकता है। दोनों देशों की ओर से सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी अवांछनीय गतिविधि की यहां से त्वरित रिपोर्टिंग हो सकती है।



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