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सवा करोड़ की नकदी लेकर मंदिर पहुंचा श्रद्धालु, आगे जो हुआ वो हैरान करने वाला है

चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया स्थित सांवलिया सेठ का दरबार एक बार फिर से चर्चा में है। इसकी वजह दरबार में पहुंची में एक महिला का भारी भरकम दान है।

Aditya Mishra
Published on: 15 April 2023 8:26 PM GMT
सवा करोड़ की नकदी लेकर मंदिर पहुंचा श्रद्धालु, आगे जो हुआ वो हैरान करने वाला है
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चित्तौड़गढ़: चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया स्थित सांवलिया सेठ का दरबार एक बार फिर से चर्चा में है। इसकी वजह दरबार में पहुंची में एक महिला श्रद्धालु का भारी भरकम दान है।

बताया जा रहा है कि भगवान के दर्शन के दौरान महिला ने करीब सवा करोड़ की नकदी दान पात्र में चढ़ाई है। कैश फ्री इंडिया के जमाने में लाखों के कैश का दान अचरज का विषय बना हुआ है।

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ये है पूरा मामला

दरअसल चित्तौड़गढ़ जिले में जलझूलनी मेले के अंतिम दिन सांवलिया सेठ के विग्रह को बाहर लाकर बेवाण में विराजित करने की तैयारी की जा रही थी।

तभी वहां पर एक महिला श्रद्धालु हाथ में बैग लेकर पहुंची। उसने मंदिर में सांवरा के दर्शन करते हुए बैग से कैश निकालकर दानपात्र में डालना शुरू किया।

पहली बार इस मंदिर में किसी महिला श्रदालु द्वारा चढ़ावे के इस दृश्य को देख कर सभी की निगाहें उसी पर टिकी रह गई। करीब 50 से अधिक नगदी से भरे लिफाफे महिला ने एक –एक करके मंदिर के पात्र में जमा कर दिए।

ये दृश्य देखकर सभी लोग हैरान रह गये। दान करने के बाद वह वहां से वापस लौट गई। लोग उसके बारें में जानकारी जुटाना चाह रहे है लेकिन अभी तक किसी को भी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं हो पाई है।

भगवान श्री सांवलिया सेठ का संबंध मीरा बाई से बताया जाता है। किंवदंति‍यों के अनुसार, सांवलिया सेठ मीरा बाई के वही गिरधर गोपाल हैं, जिनकी वह पूजा किया करती थीं।

व्यापार जगत में उनकी ख्याति इतनी है कि लोग अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए उन्हें अपना बिजनेस पार्टनर बनाते हैं और जब मुनाफा होता है तो उनका ह‍िस्सा दान के रूप में पहुंचा द‍िया जाता है।

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तीन दिवसीय मेले में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा

सांवलिया सेठ के विशाल मंदिर पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई जो कि मुख्य आकर्षण का केंद्र रही तो वहीं जलझूलनी एकादशी के अवसर पर सांवलिया जी को जल में झुलाने के लिए विशाल शोभायात्रा रवाना हुई।

इस शोभायात्रा में सांवलिया सेठ रथ में विराजे तथा शोभायात्रा में हाथी घोड़ों बैंड बाजों के साथ ही बुंदेलखंड से आए लोक कलाकार मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे।

शोभायात्रा में हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की के नारों के साथ अबीर व गुलाल उड़ाते हुए सांवलिया धाम को रंगों से सरोवर कर दिया जलझूलनी एकादशी के अवसर पर सांवलिया सेठ के दर्शन करने 1लाख से भी अधिक श्रद्धालु सांवलिया जी पहुंचे हैं।

इनमें मध्य प्रदेश हरियाणा उत्तर प्रदेश के साथ ही राजस्थान के कई जिलों से श्रद्धालु सांवलिया सेठ के दरबार में पहुंचे हैं।

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Aditya Mishra

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