TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

नागरिकता संशोधन बिल को लेकर राजनीति से बॉलीवुड तक मचा बवाल

लोकसभा से पास होने के बाद नागरिकता संशोधन बिल आज राज्यसभा में पेश होने वाला है। इस बिल के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं।

Roshni Khan
Published on: 11 Dec 2019 3:21 PM IST
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर राजनीति से बॉलीवुड तक मचा बवाल
X

नई दिल्ली: लोकसभा से पास होने के बाद नागरिकता संशोधन बिल आज राज्यसभा में पेश होने वाला है। इस बिल के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच 727 बड़ी हस्तियों ने भी बिल के विरोध में खुली चिट्ठी लिखी है। इनमें पूर्व जज, वकील, लेखक, एक्टर और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं। विरोध करने वालों में जावेद अख्तर, नसीरुद्दीन शाह, एडमिरल रामदास जैसे बड़े लोग इसमें शामिल हैं।

ये भी देखें:महिला हिंसा के विरोध में कांग्रेस युवा मोर्चा ने GPO पर किया प्रदर्शन, देखें तस्वीरें

पत्र में बिल वापस लेने की मांग

हस्तियों ने सरकार से नागरिकता संशोधन बिल वापस लेने की मांग की है। पत्र में लिखा है, ''ये बिल भारत की समावेशी और समग्र दृष्टि की धज्जियां उड़ा रहा है, जिससे भारत को स्वतंत्रता संग्राम में मार्गदर्शन मिला था। सांस्कृतिक और शैक्षणिक समुदायों से हम इस बिल को विभाजनकारी, भेदभावपूर्ण और असंवैधानिक मानते हैं और यह भारत के लोकतंत्र को मौलिक रूप से नुकसान पहुंचाएगा।''

‘ये बिल संविधान के साथ एक धोखा’

पत्र में यह भी लिखा गया है कि ये बिल संविधान के साथ एक धोखा है। इसलिए हम सरकार से इस बिल को तुरंत वापस लेने की मांग कर रहे हैं। आगे कहा गया है कि ये प्रस्तावित कानून भारतीय गणतंत्र के मूल चरित्र को आधारभूत रूप से बदल देगा और यह संविधान द्वारा मुहैया कराये गए संघीय ढांचे को खतरा पैदा करेगा।

आपको बता दें कि इस पत्र पर लेखक जावेद अख्तर, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और एडमिरल रामदास के अलावा इतिहासकार रोमिला थापर, अभिनेत्री नंदिता दास, अपर्णा सेन, सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव, तीस्ता सीतलवाड, अरुणा राय और दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य जज एपी शाह, देश के पहले सीआईसी वजाहत हबीबुल्ला लोग शामिल हैं।

ये भी देखें:प्रियंका ने मिड डे मील की बदहाली पर यूपी, तो बढ़ती महंगाई पर केंद्र सरकार को घेरा

लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास कराने के बाद आज सरकार राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश करने वाली है। बहस के लिए 6 घंटे का वक्त तय किया गया है। 9 दिसंबर को ये बिल लोकसभा में लंबी चली बहस के बाद पास किया गया था। बिल के पक्ष में 311 और विरोध में 80 वोट पड़े थे।



\
Roshni Khan

Roshni Khan

Next Story