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चीनी चंदे पर गरमाई सियासत, पीएम केयर्स फंड को लेकर कांग्रेस का बड़ा हमला

अब कांग्रेस ने पलटवार करते हुए चीनी कंपनियों से पीएम केयर्स फंड में पैसा लिए जाने को लेकर मोदी सरकार और भाजपा को घेरा है।

Aradhya Tripathi
Published on: 28 Jun 2020 8:58 PM IST
चीनी चंदे पर गरमाई सियासत, पीएम केयर्स फंड को लेकर कांग्रेस का बड़ा हमला
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नई दिल्ली: चीन से मिलने वाले चंदे को लेकर भाजपा और कांग्रेस में शुरू हुए आरोप-प्रत्यारोप के दौर से सियासी माहौल गरमा गया है। भाजपा ने शनिवार को राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से मिलने वाली आर्थिक मदद को लेकर कांग्रेस को घेरा था और अब कांग्रेस ने पलटवार करते हुए चीनी कंपनियों से पीएम केयर्स फंड में पैसा लिए जाने को लेकर मोदी सरकार और भाजपा को घेरा है। कांग्रेस ने पीएम मोदी के चीन दौरों को लेकर भी उन्हें घेरते हुए कहा कि पीएम के रूप में उन्होंने सबसे ज्यादा चीन के दौरे किए हैं।

कोरोना पॉजिटिव सिंघवी जवाब देने उतरे

चीनी चंदे को लेकर भाजपा की ओर से लगाए गए आरोपों का जवाब देने के लिए पार्टी की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी को उतारा गया। इस मुद्दे को लेकर सियासत कितनी गरमाई हुई है, इसे इसी से समझा जा सकता है कि कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद सिंघवी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रेस से बातचीत कर भाजपा पर जवाबी हमला बोला।

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सिंघवी ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को मिलने वाले दान का ऑडिट होता है और फाउंडेशन से जुड़ा ब्योरा लोगों के सामने हैं। दूसरी ओर प्रधानमंत्री राहत कोष के होने के बावजूद कोरोना के नाम पर पीएम केयर्स फंड बनाया गया। इसका न तो सीएजी की ओर से कोई ऑडिट किया जा सकता है और न ही इसे आरटीआई के दायरे में रखा गया है।

चीनी कंपनियों ने फंड में दिया पैसा

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पीएम केयर्स फंड को लेकर पारदर्शिता की नीति नहीं अपनाई गई और यह सत्तारूढ़ भाजपा का फंड बनकर रह गया है। इस फंड में अभी तक करीब 9678 करोड़ रुपए जमा किए गए हैं और इसमें काफी पैसा चीन से भी आया है। उन्होंने कहा कि पीएम केयर्स फंड में चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से जुड़ी टेलीकॉम कंपनी हुआवे ने सात करोड़ रुपए, टिकटॉक ने 30 करोड़, पेटीएम ने 100 करोड़ रुपए, जिओमी ने 15 करोड़ और ओप्पो ने एक करोड़ रुपए दिए हैं।

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हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि पेटीएम में चीनी कंपनी की 38 फीसदी की हिस्सेदारी है। सिंघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने यह सिद्ध कर दिया है कि चीन की सेना की ओर से हमें पहुंचाई गई चोट उनके लिए महत्वपूर्ण नहीं है। उनके लिए यह बात भी मायने नहीं रखती कि चीन ने हमारी कितनी जमीन और पोस्ट हथिया ली है। लगता है कि उनके लिए सिर्फ दो ही चीजें मायने रखती हैं एक खुद उनका अपना व्यक्तित्व और दूसरा राजीव गांधी फाउंडेशन जिसे लेकर भाजपा इन दिनों काफी बेचैन दिख रही है।

मोदी में है गजब का चीन प्रेम

मोदी के चीन प्रेम का जिक्र करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा पीएम मोदी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में 9 बार चीन की यात्रा कर चुके हैं और 6 साल के उनके प्रधानमंत्रित्व काल में चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग से उनकी 18 बार मुलाकात हुई है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में प्रधानमंत्री के रूप में मोदी ने सर्वाधिक चीन के दौरे किए हैं। उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और अमित शाह चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के न्योते पर चीन जा चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चीनी घुसपैठ पर कांग्रेस के सवालों का जवाब देने के बजाय मोदी सरकार और भाजपा गाली गलौज करने पर उतर आई हैं।

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दूसरी कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने मन की बात में चीन का नाम न लेने पर प्रधानमंत्री को घेरा। सुरजेवाला ने कहा कि यह बात समझ से परे है कि प्रधानमंत्री को चीन का इतना डर क्यों है क्योंकि 33 मिनट के दौरान पीएम ने चीन का नाम तक नहीं लिया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को चीन से डरने के बजाय मजबूत भारत के मजबूत पीएम की तरह आगे बढ़कर देश की सेनाओं का हौसला बढ़ाना चाहिए।



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Aradhya Tripathi

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