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भारत में 'कॉर्न मून': से जगमगा उठा आसमान, आज फिर दिखेगा ऐसा खूबसूरत नजारा

नासा ने बताया कि इस खगोलीय घटना की तारीख पर दिन और रात एक ही बराबर होते हैं। भारत में एक सितंबर को यह खगोलीय घटना देखने को मिली और दो सितंबर को भी होगी।

Shreya
Published on: 2 Sep 2020 10:14 AM GMT
भारत में कॉर्न मून: से जगमगा उठा आसमान, आज फिर दिखेगा ऐसा खूबसूरत नजारा
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आज दिखाई देगा कॉर्न मून

नई दिल्‍ली: भारत में एक सितंबर की रात आसमान कॉर्न मून (Corn Moon) की रोशनी से जगमगा उठा। अमेरिकी अतंरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) का कहना है कि आज यानी दो सितंबर को भी आसमान में फुल मून दिखाई देगा, लेकिन इसे कॉर्न मून (Corn Moon) कहा जा रहा है। नासा ने बताया कि इस खगोलीय घटना की तारीख पर दिन और रात एक ही बराबर होते हैं। भारत में एक सितंबर को यह खगोलीय घटना देखने को मिली और दो सितंबर को भी होगी।

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फुल मून को क्यों कहा जा रहा कॉर्न मून?

इस फुल मून को कॉर्न मून का नाम इसलिए दिया जा रहा है, क्योंकि शरद ऋतु के पहले होने वाली इस खगोलीय घटना की तारीख पर दिन और रात एक ही बराबर होते हैं। अमेरिकी लोगों से कॉर्न मून को इसका नाम मिला है। उनका भी मानना है कि यह समय मकई की फसल उगाने के लिए सही होता है।

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बहुत बड़े आकार का दिखाई देता है चांद

मौसम विज्ञानी के मुताबिक, यह फुल मून एक दृश्य है, जो पूर्वी क्षितिज पर दिखता है। जब मून क्षितिज पर निचले हिस्से पर होता है तो यह बड़े आकार का दिखाई देता है। यह दो इमारतों के बीच या आसमान पर बहुत बड़े आकार का दिखाई देता है।

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अक्टूबर में होगी ऐसी खगोलीय घटना

इसके बाद एक अक्‍टूबर को हार्वेस्‍ट मून और 31 अक्‍टूबर को हंटर मून की खगोलीय घटना होने वाली है। इसका मतलब यह भी है कि हैलोवीन की रात आसमान में एक दुर्लभ नीला चांद चमकता दिखाई देगा।

18 से 19 साल में एक बार दिखाई देता है नीला चांद

किसानी पंचांग के मुताबिक, 18 से 19 साल में केवल एक बार ही नीला चांद दिखाई देता है। हैलोवीन पर अगला नीला चांद साल 2039 में दिखाई देगा। चांद को जौ यानी बार्ले मून के तौर पर भी जाना जाता है, क्योंकि किसान इसे जौ की फसल काटने का सही समय मानते हैं।

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