Coromandel Express Accident Update: दुर्घटना वाले ट्रैक पर देर रात शुरू हुई ट्रेनों की आवाजाही, यहां देखें हर अपडेट

Coromandel Express Accident Update: रेलकर्मियों ने दिन-रात एक कर क्षतिग्रस्त ट्रैक को दुरस्त कर लिया है और जिसके कारण हादसे के करीब 51 घंटे बाद उस ट्रैक से पहली ट्रेन गुजर पाई।

Krishna Chaudhary
Published on: 5 Jun 2023 9:12 AM GMT
Coromandel Express Accident Update: दुर्घटना वाले ट्रैक पर देर रात शुरू हुई ट्रेनों की आवाजाही, यहां देखें हर अपडेट
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Coromandel Express Accident Update (photo: social media )

Coromandel Express Accident Update: आडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे का आज यानी सोमवार 5 जून को चौथा दिन है। शुक्रवार शाम हुए इस दर्दनाक हादसे में एक झटके में सैंकड़ों जिदगियां समाप्त हो गईं। बालासोर और राजधानी भुवनेश्वर के अस्पतालों में शवों और जख्मी लोगों के बड़ी संख्या होने के कारण अफरातफरी मची हुई है। प्रशासन के सामने इस भीषण गर्मी उन शवों को सुरक्षित रखऩा कठिन चुनौती बन गया है, जिनका अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाया है।

उधर, हादसे के बाद जो रेलखंड क्षतिग्रस्त हो गया था, उसके मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा था। रेलकर्मियों ने दिन-रात एक कर क्षतिग्रस्त ट्रैक को दुरस्त कर लिया है और जिसके कारण हादसे के करीब 51 घंटे बाद उस ट्रैक से पहली ट्रेन गुजर पाई। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने देर रात इसकी जानकारी दी। अब इस लाइन और प्रभावित ट्रैक पर ट्रेन एकबार फिर आवाजाही के लिए तैयार है।

रेल मंत्री वैष्णव हुए भावुक

ओडिशा रेल हादसे को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर इस्तीफे का जबरदस्त दबाव है। चौतरफा आलोचना के बीच वैष्णव दो जून से घटनास्थल पर ही डटे हैं। बालासोर के बहानगा बाजार स्टेशन को उन्होंने अपना अस्थायी ठिकना बना लिया है। राहत एवं बचाव कार्य से लेकर मरम्मत कार्य की खुद निगरानी कर रहे हैं।

रविवार देर रात जब पहली बार हादसे वाले रेलवे ट्रैक से मालगाड़ी गुजरी तो उन्होंने हाथ जोड़ लिया। इसके बाद उन्होंने ट्रैक रेस्टोरेशन की जानकारी मीडिया को दी। मीडिया से बात करने के क्रम में रेल मंत्री वैष्णव भावुक हो गए। उन्होंने बताया कि बालासोर रेल एक्सीडेंट साइट पर रेल ट्रैक के रेस्टोरेशन का कम पूरा कर लिया गया है। अब दोनों तरफ (अप-डाउन) से रेल यातायात के लिए रास्ता साफ हो गया है।

उन्होंने बताया कि एक तरफ का काम दिन में ही कर लिया गया था। दूसरे ट्रैक का मरम्मत कार्य शाम तक संपन्न हो गया। जिसके बाद हादसे के 51 घंटे बाद रात साढ़े 10 बजे के आसपास पहली ट्रेन (मालगाड़ी) चलाई गई। वैष्णव ने रोते हुए कहा कि हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई है, हमारा लक्ष्य लापता लोगों को खोजना है।

झाड़ी में बेहोश पड़ा मिला युवक

ओडिशा रेल हादसे में कितने लोग पभावित हुए इसकी सटीक जानकारी को लेकर बहस जारी है। इस बीच हादसे के करीब 48 घंटे बाद घटनास्थल के पास मौजूद एक झाड़ी में एक युवक बेहोशी की हालत में मिला। घटना रविवार रात की है। उसे फौरन रेस्क्यू कर अस्पताल भेजा गया, जहां ट्रीटमेंट के बाद उसे होश आया। पीड़ित ने बताया कि हादसे के दौरान वह बोगी से निकलकर झाड़ियों में गिर गया था। उसकी पहचान असम के डिलाल के रूप में हुई है। घटना के बाद से उसके वॉलेट और फोन गायब हैं।

मृतकों के आंकड़े को लेकर माथापच्ची

बालासोर रेल हादसे में मृतकों के आंकड़े को लेकर खूब विवाद हो रहा है। एक तरफ जहां ओडिशा सरकार ने रविवार को कंफर्क किया कि हादसे में 288 नहीं बल्कि 275 लोगों की जान गई है। तो वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी 500 मौतें होने की आशंका जता रही हैं। ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कल बताया था कि कुछ शव दोबारा गिन लिए गए थे, इसलिए मृतकों की संख्या में गड़बड़ी हुई। उन्होंने बताया कि हादसे में 1175 लोग घायल हुए, जिनमें से 793 को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है।

Krishna Chaudhary

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