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संसद पर कोरोना का साया: इन पार्टियों ने लिया बड़ा फैसला,सरकार कर सकती हैं ये एलान
कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए संसद सत्र में हिस्सा न लेने के लिए राजनीति पार्टियों के एलान के बाद सरकार बजट सत्र की अवधि कम करने पर विचार कर रही है। खबरों के अनुसार कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर सरकार बजट सत्र को छोटा करने पर विचार कर रही है।
नई दिल्ली : कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए संसद सत्र में हिस्सा न लेने के लिए राजनीति पार्टियों के एलान के बाद सरकार बजट सत्र की अवधि कम करने पर विचार कर रही है। खबरों के अनुसार कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर सरकार बजट सत्र को छोटा करने पर विचार कर रही है। बजट सत्र 3 अप्रैल को खत्म हो रहा है।सरकार 31 मार्च से पहले बजट पारित करने के बाद सत्र में कटौती पर विचार कर सकती है।
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संसद का बजट सत्र का दूसरा चरण चल रहा है। यह भी बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते केस को देखते हुए सरकार सत्र को स्थगित करने पर फैसला ले सकती है। खबरों का मानना है कि सरकार को इस सत्र में कई महत्वपूर्ण बिल पास कराने हैं और शायद यही वजह है कि कोरोना वायरस के मामलों को देखने के बावजूद अभी तक सत्र को स्थगित करने पर कोई विचार नहीं किया गया था। मगर अब जिस तरह से मामले सामने आ रहे हैं, सरकार सत्र को लेकर फैसला ले सकती है।
दोनों सदनों में वित्त विधेयक पारित होने के बाद संसद का बजट सत्र सोमवार को संपन्न होने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि सत्र 3 अप्रैल को समाप्त होने वाला था, जिसे अब 23 मार्च को यानी आज ही स्थगित किए जाने की संभावना है। कोविड-19 के बढ़ते खतरे के कारण सत्र के 12 दिन पहले समाप्त होने की संभावना है। केंद्र सरकार तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और शिवसेना पहले ही कोरोना वायरस संकट की वजह से संसद सत्र में हिस्सा न लेने की बात कह चुकी हैं जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख ने पार्टी सांसदों से दिल्ली न जाने की सलाह दी है।
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असल में, कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए तृणमूल कांग्रेस ने अपने सांसदों को निर्देश दिया है कि वे संसद सत्र में शामिल न हों और अपने निर्वाचन क्षेत्र लौट जाएं। टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने दोनों सदनों के अधिकारियों से आग्रह करते हुए लिखा है कि सोमवार 23 मार्च को सदन की कार्यवाही को बंद किया जाए। लोकसभा में टीएमसी 22 सांसद हैं जबकि राज्यसभा में 13 सदस्य हैं। टीएमसी पिछले 10 दिन से मांग उठा रही है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए संसद की कार्यवाही बंद की जाए।टीएमसी का कहना है कि सरकार हालांकि उसकी मांग पर ध्यान नहीं दे रही है।
वहीं शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने ट्वीट किया, कोविड-19 स्थिति को ध्यान में रखते हुए, शिवसेना के सभी सांसद आज से संसद में उपस्थित नहीं होंगे। इस महामारी से लड़ने के लिए सरकार की मदद के लिए हमारे पार्टी प्रमुख और सीएम उद्धव ठाकरे ने ये फैसला लिया है।