×

सर्वदलीय बैठक में उठा कोरोना टेस्ट को फ्री करने का मुद्दा, पीएम मोदी ने कही ये बात

इस बैठक में शमिल होने के लिए बीजेपी, कांग्रेस, डीएमके, एआईएडीएमके, टीआरएस, सीपीआईएम, टीएमसी, शिवसेना, एनसीपी, अकाली दल, एलजेपी, जेडीयू, एसपी, बीएसपी, वाईएसआर कांग्रेस और बीजेडी के फ्लोर लीडर्स को निमन्त्रण भेजा गया था।

Aditya Mishra
Published on: 8 April 2020 12:27 PM IST
सर्वदलीय बैठक में उठा कोरोना टेस्ट को फ्री करने का मुद्दा, पीएम मोदी ने कही ये बात
X
फ़ाइल फोटो

नई दिल्ली: पूरा देश इस समय कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। देश भर में लॉकडाउन लागू है। इसके बावजूद कोरोना के केस तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है।

कोरोना पर जल्द से जल्द काबू पाने और लॉकडाउन में लोगों की मुसीबतें कम करने की मंशा को ध्यान में रखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए राजनीतिक पार्टियों के फ्लोर लीडर्स के साथ बातचीत की।

ये भी पढ़ें...संकट में सीएम की कुर्सी: उद्धव फंसे मुश्किल में, टूटा कोरोना का कहर

पीएम मोदी के सामने रखी गई ये 5 मांगें

इस बैठक में फ्लोर लीडर्स ने पीएम नरेंद्र मोदी के सामने 5 मांगें रखी। इसमें राज्य एफआरबीएम राजकोषीय सीमा को 3 से 5 फीसदी करने, राज्यों को उनका बकाया देने, राहत पैकेज को जीडीपी के एक फीसदी से बढ़ाकर 5 फीसदी करने, कोरोना टेस्ट को फ्री करने और पीपीई समेत सभी मेडिकल इक्विपमेंट को मुहैया कराने की मांग की गई।

14 अप्रैल के बाद भी लागू रह सकता है लॉकडाउन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 14 अप्रैल को देश भर में लागू किया गया लॉक डाउन अभी खत्म नहीं किये जाने योग्य नहीं है। इसलिए लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर संकट को देखते हुए फिल्हाल इसको नहीं हटाया जाना चाहिए। हालांकि, इससे पहले 11 अप्रैल को सभी मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली समीक्षा बैठक में लॉक डाउन पर अंतिम फैसला लिया जायेगा।

इन नेताओं के साथ पीएम मोदी ने की बात

पीएम नरेंद्र मोदी के साथ एआईएडीएमके की ओर से नवनीत कृष्णनन, कांग्रेस की ओर से गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन चौधरी, टीआरएस की ओर से नम्मा नागेश्वर राव और के केशवा राव, सीपीआईएम की ओर से ई करीम, टीएमसी की ओर से सुदीप बंदोपाध्याय, शिवेसना की ओर से विनय राउत और संजय राउत, एनसीपी की ओर से शरद पवार से बात की।

इसके अलावा अकाली दल की ओर से सुखबीर बादल, एलजेपी की ओर से चिराग पासवान, जेडीयू की ओर से आरसीपी सिंह, एसपी की ओर से राम गोपाल यादव, बीएसपी की ओर से दानिश अली और सतीश मिश्रा, वाईएसआर कांग्रेस की ओर से विजयसाईं रेड्डी और मिधुन रेड्डी, बीजेडी की ओर से पिनाकी मिश्रा और प्रसन्ना आचार्य ने भी अपना पक्ष रखा।

कोरोना वायरस इफेक्ट – निशाने पर डब्ल्यूएचओ के मुखिया

आम आदमी पार्टी को नहीं मिला न्यौता

इस बैठक में वही पार्टियां हिस्सा लेंगी जिनके सांसदों की संख्या पांच या उससे ज्यादा है। ऐसे में इस बैठक के लिए आम आदमी पार्टी को भी न्यौता नहीं दिया गया है।

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को सुबह 11 बजे उन विभिन्न पार्टियों के नेताओं से बातचीत करेंगे जिनके लोकसभा और राज्यसभा में पांच या इससे अधिक सदस्य हैं।

इस दौरान लॉकडाउन के साथ ही कोरोना के बढ़ते प्रकोप और इसे हल करने की दिशा में बातचीत होगी।

टीएमसी पहले ही कर चुकी है बहिष्कार की घोषणा

वहीं इस बैठक के बहिष्कार की घोषणा तृणमूल कांग्रेस ने पहले ही कर दी थी। पार्टी के सूत्रों के अनुसार पिछले कई दिनों से पार्टी संसद में कोरोना के मसले पर चर्चा करने की मांग कर रही थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि मार्च से ही कोरोना के मुद्दे पर संसद में चर्चा के साथ सर्वदलीय बैठक की मांग हो रही थी लेकिन उस समय ऐसा नहीं किया गया। तो अब ऐसा क्यों किया जा रहा है।

Live: कोरोना मरीजों का आंकड़ा 5194, लॉकडाउन बढ़ाने के लिए PM की सांसदों से बात

Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story