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Covid-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट के लिए mRNA बूस्टर वैक्सीन लॉन्च, ओमिक्रॉन वेरिएंट से देगी सुरक्षा...जानें खासियत

GEMCOVAC-OM : कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट के विरुद्ध पहली बूस्टर वैक्सीन सामने आई है। इसे जेनोवा द्वारा स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल कर विकसित किया गया है।

Aman Kumar Singh
Published on: 24 Jun 2023 3:31 PM GMT
Covid-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट के लिए mRNA बूस्टर वैक्सीन लॉन्च, ओमिक्रॉन वेरिएंट से देगी सुरक्षा...जानें खासियत
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केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह टीका के साथ (Social Media)

GEMCOVAC-OM Vaccine : केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह (Union Minister Jitendra Singh) ने शनिवार (24 जून) को कोविड के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) से निपटने के लिए mRNA आधारित बूस्टर वैक्सीन (Covid Booster Vaccine) की शुरुआत की। बता दें, कुछ दिन पहले ही इस वैक्सीन को भारत के औषधि महानियंत्रक यानी DCGI से 'आपातकालीन इस्तेमाल' की मंजूरी मिली थी।

आधिकारिक बयान के मुताबिक, 'जेमकोवैक- ओम (GEMCOVAC-OM) कोविड- 19 के खिलाफ पहला बूस्टर टीका है, जिसे जेनोवा द्वारा स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल कर विकसित किया गया है। जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) और जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (BIRAC) ने इसके लिए वित्तीय सहायता दी है।

'कोविड सुरक्षा' के लिए विकसित पांचवां टीका

जेमकोवैक- ओम कोविड- 19 टीकों के त्वरित विकास के लिए सरकार के आत्मनिर्भर भारत 3.0 पैकेज के तहत DBT और BIRAC द्वारा कार्यान्वित मिशन 'कोविड सुरक्षा' के तहत विकसित पांचवां टीका है। माना जा रहा है ये टीका भी कोरोना से बचाने में अहम भूमिका अदा करेगा।

बगैर सूई लगाए टीके का इस्तेमाल

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, 'मौजूदा सप्लाई चेन बुनियादी ढांचा इस टीके को विकसित करने के लिए पर्याप्त है। उन्होंने कहा, इसकी अनोखी खासियत ये है कि यह टीका सूई का इस्तेमाल किए बगैर भी लगाया जा सकता है।' बयान के अनुसार यह एक 'इंट्राडर्मल वैक्सीन' (Intradermal Vaccine) है, जिसे एक सूई रहित उपकरण 'ट्रॉपिस' के जरिये दिया जाता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, यह नवाचार हमारे देश में अंतिम पंक्ति में खड़े शख्स के जीवन को आसान बना रहा है।

बेहद ठंडे तापमान में रखना जरूरी नहीं

आपको बता दें, जेमकोवैक- ओम (GEMCOVAC-OM) एक थर्मोस्टेबल वैक्सीन है। इसका मतलब है कि इसे अन्य mRNA वैक्सीन की तरह बेहद ठंडे तापमान पर रखने की भी जरूरत नहीं होगी। बताया गया है कि यह वैक्सीन 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर स्थिर रहता है।

Aman Kumar Singh

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