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भारत से कोरोना Out : मौत का आंकड़ा शून्य, 600 जिलों में खतरा टला

कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट के साथ ही पिछले एक सप्ताह में 602 जिलों में कोरोना संबंधी एक भी मौत का मामला सामने नहीं आया है। हालांकि कुछ इलाकों में बीते कुछ दिनों में कोरोना से मौत के मामले बढ़े हैं। महाराष्ट्र और केरल के 10 जिलों में बीते दिनों में कोरोना से मौत के मामले में इजाफा हुआ है।

Ashiki
Published on: 11 Feb 2021 3:45 AM GMT
भारत से कोरोना Out : मौत का आंकड़ा शून्य, 600 जिलों में खतरा टला
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कोरोना: भारत के लिए बड़ी राहत, 600 से ज्यादा जिलों में कोई मौत नहीं, सक्रीय मामले भी हुए कम

नई दिल्ली: भारत समेत दुनियाभर के 180 से ज्यादा देशों को जानलेवा कोरोना वायरस ने अपनी जद में लिया था। हालांकि इस महामारी से कराह रही दुनिया को अब धीरे-धीरे राहत मिल रही है। भारत में भी कोरोना की लंबी मार झेलने के बाद अब राहत भरी खबर आ रही है। देश में अब कोरोना से होने वाली मौत के मामलों में कमी दर्ज की गई है।

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602 जिलों में कोरोना से एक भी मौत नहीं

इसके अलावा कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट के साथ ही पिछले एक सप्ताह में 602 जिलों में कोरोना संबंधी एक भी मौत का मामला सामने नहीं आया है। हालांकि कुछ इलाकों में बीते कुछ दिनों में कोरोना से मौत के मामले बढ़े हैं। महाराष्ट्र और केरल के 10 जिलों में बीते दिनों में कोरोना से मौत के मामले में इजाफा हुआ है। इनमें पुणे, तिरुवनंतपुरम, कोझिकोड, मुंबई, नागपुर, यवतमाल, कोल्लाम और बेंगलुरू हैं।

CORONA VIRUS

वहीं राज्य के तौर पर देखें तो 26 राज्यों और केंद्र शासित देशों में 10 या 10 से कम कोरोना संबंधित मौत के मामले पिछले एक सप्ताह में देखे गए हैं। इनमें 9 केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां बीते सप्ताह कोरोना संबंधी मौत के एक भी मामले सामने नहीं आए हैं। गौरतलब है कि, कोरोना से लड़ाई भारत समेत विश्वभर के देशों के लिए आसान नहीं रही है। कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने के दौरान भारत में कई डॉक्टरों ने अपनी जान गंवा दी। इसका सबसे बड़ा कारण था कोरोना के बारे में शुरुआती दौर में कम जानकारी का होना। जिसके चलते कई स्वास्थ्यकर्मियों को अपनी जान गंवानी पड़ी।

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coronavirus

एक्टिव मामलों में भी आयी भारी गिरावट

हालांकि कोरोना की जंग भारत ने हथियार के रूप में बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन शुरू किया है। हेल्थ वर्कर्स के बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 1 मार्च 2021 तक सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है। हालांकि सबसे बड़ी राहत की बात ये है कि भारत में कोरोना से मौत के मामले में गिरावट के साथ ही कोरोना के सक्रिय मामलों में भी कमी आई है। देश में कोरोना के सक्रिय मामले 1.41 लाख हो गए हैं। यह आंकड़ा देश में कोरोना से हुई कुल मौत के आंकड़ों से कम है।

Ashiki

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