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Fire In Delhi: दिल्ली में आगलगी की बड़ी घटनाएं, जाने इसकी वजह, क्यों फायर सर्विस की बढ़ी चुनौती
Delhi Aag Hadsa: प्रत्येक साल गर्मी का सीजन आते ही राजधानी में आगजनी की घटनाएं बढ़ जाती हैं। दिल्ली फायर सर्विस के आंकड़े पर गौर करें तो केवल राजधानी में ही रोजाना 150 से अधिक फॉयर कॉल आ रही हैं।
Fire In Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का मौसम झुलसा देने वाली गर्मी (Heat In Delhi) के लिए जाना जाता है। प्रत्येक साल गर्मी का सीजन आते ही राजधानी में अगजनी की घटनाएं बढ़ (fire accidents increase in delhi) जाती हैं। इस साल गर्मी ने समय से पहले दस्तक दी तो आग लगने की घटनाएं भी बढ़ गई। दिल्ली फायर सर्विस के आंकड़े पर गौर करें तो केवल राजधानी में ही रोजाना 150 से अधिक फॉयर कॉल आ रही हैं। आग लगने की इन कॉल्स में घर और फैक्ट्री से लेकर दफ्तर, झुग्गियां, दुकानें और यहां तक कि कूड़े के ढे़र भी शामिल हैं।
मुंडका की इमारत में आग (Delhi Mundka Fire Update)
शुक्रवार को दिल्ली के मुंडका इलाके में स्थित एक कमर्शियल इमारत में लगी भीषण आग (Massive fire in commercial building) के कारण अब तक 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो हो चुकी है। ये आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। जानकारी के मुताबिक, राहत एवं बचाव कार्य जारी है। इस हादसे में 10 लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। यहां से करीब 150 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। 30 – 40 लोगों के अंदर होने की और संभावना है। आग का कारण शॉर्ट सर्किट होना बताया गया है। इसे इस साल का अबतक का सबसे भयानक हादसा बताया जा रहा है।
अप्रैल में एक दिन में दिल्ली आगलगी की तीन घटना
अप्रैल माह में दिल्ली में अगलगी के कई छोटे – बड़े हादसे दर्ज किए गए लेकिन 27 अप्रैल का दिन दिल्ली फायर सर्विस (Delhi Fire brigade) के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण रहा। इस दिन तीन जगह आग लगने की घटनाएं थोड़े – थोड़े अंतराल पर हुईं। इस दिन दोपहर 2.25 बजे आईटीओ के आगे शांति वन के पास डीटीसी की हरी बस में आग लग गई। फिर अमर कॉलोनी के लाजपत नगर में एक मोबाइल शॉप में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने आस पास के रेस्टोरेंट और ढाबे को अपने चपेट में ले लिया। यहां आग से पांच दुकानें जल गईं। इसके बाद संसद मार्ग स्थित ट्रांसपोर्ट मार्ग भवन की तीसरी मंजिल पर शाम चार बजे के करीब आग लग गई। खबर मिलते ही पुलिस के अलावा दमकल की चार गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। आग एक कमरे के एसी में लगी थी, कुछ ही देर में उसपर काबू पा लिया गया था। इसके बाद देर शाह भलस्वा लैंडफिल साइट में आग लगने की घटना सामने आई। दमकल विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और उसे आबादी क्षेत्र की ओर बढ़ने से रोक दिया।
दिल्ली फायर सर्विस की चुनौती बढी
अप्रैल, मई और जून में अगलगी की अधिक से अधिक घटनाएं देखने को मिलती रही हैं। इसबार अत्यधिक गर्मी ने दिल्ली फायर सर्विस (Delhi Fire brigade) की चुनौती को और बढ़ा दिया है। दिल्ली फायर सर्विस (Delhi Fire Service) के डायरेक्टर अतुल गर्ग (Director Atul Garg) के मानते हैं कि लोगों की ओर से सावधानियां बरती जाएं और थोड़ा सा जागरुक हुआ जाए तो आग को लगने से रोका जा सकता है। उनका कहना है कि व्यावसायिक जगहों पर फायर सेफ्टी के लिए जो एसओपी बनी हुई है, उसका सही से पालन नहीं करने के कारण भी ऐसी घटनाएं सामने आती रहती हैं। वहीं झुग्गियों में लोगों के बीच फायर सेफ्टी के प्रति कम जागरूकता के कारण ऐसी घटनाएं होती हैं।